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Birthday Special Mahima Chaudhary: लो तस्वीर से निकलकर सामने आ गई, मैं

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By Sulena Majumdar Arora
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Mahima Chaudhary

यह लेख दिनांक 14-9-1997 मायापुरी के पुराने अंक 1199 से लिया गया है!

शबनम मे भीगे गुलाब की कली की तरह ताजगी से भरी, 21 वर्ष की महिमा पहली ही नजर में स्टार मेंटेरियल साबित होती है. ‘सुभाष घई’ कृत ‘परदेस’ के साथ ही महिमा इन दिनों सबकी जुबां पर खिली हुई है. जबकि यहीं महिमा, रितु चैधरी के रूप में मॉडलिंग करती थी, मिलने पर महिमा कहती है, मेरे परिवार वाले आज भी मुझे रितु या रिट्ज पुकारते हैं. अब तो जहां भी जाती हूं, महिमा महिमा की गूंज सुनाई देती है, ऑटोग्राफ लेने घेर लेते हैं लोग.

क्या सुभाष घई जी के जोर देने पर आपने अपना नाम बदला?

जोर देने की तो बात ही नहीं थी, मेरें कैरियर की भलाई के लिए ही मेरा नाम “महिमा” रखा गया, वह भी बहुत सोच विचार करने के बाद. हम सब मिलकर कोई अच्छा सा नाम तय करने में लगे थें. आखिर सुभाष जी को और मुझे “महिमाश् नाम पसन्द आया और हमने वह रख लिया . आज मुझे एक खूबसूरत पहचान मिली हैं. अकसर देखा गया है कि लोगों को अपना मनपसन्द नाम खुद अपने लिए   तय करने का अवसर नहीं मिलता है लेकिन फिल्मों में काम करने वाले कलाकारों को मौका मिलता है कि वह अपने लिए कोई सुन्दर सा नाम रख ले. मैंने इसी अवसर का लाभ लेते हुए अपना नाम बदल लिया.

अच्छा यह बताइये कि फिल्‍म इंडस्ट्री का माहौल कैसा लग रहा है?

अभी मैंने इंडस्ट्री को पूरी तरह जाना कहां है. सिर्फ सुभाष जी के युनिट की असीम सुरक्षा में यह एक साल कैसे गुजर गया पता नहीं. पता तो अब लगेगा जब मैं अन्य फिल्में साइन करने जा रही हूं. मुझे पूरी उम्मीद है कि फिल्‍म इंडस्ट्री के लिए मेरा जो सुन्दर, कोमल एहसास और छवि है वह कायम रहेगी. “बचपन से जिसने हिन्दी फिल्में नहीं देखी हो.  

 

हिन्दी सिनेमा से वाकिफ नहीं हो उसके लिए हिन्दी फिल्मों में टिके रहना क्या आसान होगा?

यह सही है, कि बचपन में मैंने हिन्दी फिल्में नहीं देखी, अभिनय करने के बारे में तो सोचा ही नहीं था, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि मैंने अपने लिए सही करियर का चुनाव किया है. मुझे अभिनय करने में कोई तकलीफ नहीं होती.  

सुभाष घई साहब की सारी नायिकाओं का नाम ‘म’ से ही शुरू होता रहा है जैसे माधुरी, मीनाक्षी, मनीषा और महिमा?

अरे हां, सही बात तो है, पर यह संयोग ही है न? अब देखे, कि मैं महिमा कितनी सफल होती हू.

क्या आप माधुरी, मनीषा की तरह सफल हो पायेंगी?

सुभाष घई जी ने अपनी फिल्मों की सभी नायिकाओं को पूरा मौका दिया, लेकिन उसके बाद हम सबको अपने को टिकाये और सफल रखने के लिए खुद प्रयत्न करना पड़ता है. सभी को अपनी-अपनी मंजिलें मिलती हैं, लेकिन किसी के कहनें से कुछ नहीं होता है कोई रातों रात तो टॉप पर नहीं पहुंचता, अब देखें भाग्य और प्रतिभा के मामले में आगे क्‍या होता है. अभी-अभी तो मैंने शुरूआत की है.

सुना है, सुभाष घई अन्य निर्देशकों-की तरह अपने नये कलाकारों को किसी कॉन्ट्रैक्ट में नहीं रखते?

मेरे मामले में तो उन्होंने ना कोई कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाया न किसी बंधन में रखा. उनकी सिर्फ यही मांग थी, कि मैं उनकी शूटिंग डेट्स में हमेशा ठीक वक्‍त पर बिना हील हुज्जत के आकर  शूटिंग करती रहूँ, और उनकी इस फिल्‍म ‘परदेस’ को करते समय पूरी तरह तन-मन से  अपने रोल के प्रति  समर्पित रहूँ. इससे  ज्यादा उन्होंने कुछ और नहीं चाहा.

तो आपने अन्य फिल्में साइन क्‍यों नहीं की?

मैं यह मानती हूं, कि जब सुभाष घई जैसे महान निर्मातां-निर्देशक की फिल्म में कोई कलाकार काम करता है, तो बाहर की फिल्मों के लिए उसे बहुत से ऑफर आते हैं, मेरे पास भी नई ऑफर्स का तांता लग गया था पर मैंने ऐसे मन विचलित करने वाली परिस्थिति में समझदारी से काम लिया. सुभाष जी ने पहली बार मुझे इतने बड़े पैमाने पर ब्रेक दिया है, मेरी पूरी तवज्जों पहले ‘परदेस’ के लिए होनी चाहिए. और फिर उन्होंने कहा था कि वे ‘परेदस’ को सिर्फ एक वर्ष में बना कर रिलीज करेंगे. तो एक वर्ष ठहरने में कोई बुराई नहीं थी. हालांकि उन्होंने कभी मना नहीं किया था. लेकिन मेरे धैर्य और जल्दबाजी में न पड़ने की उन्होंने तारीफ जरूर की.

आपकी ‘पेप्सी एड’ आमिर खान के साथ बहुत मशहूर हुई थी, अब शाहरूख खान के साथ पहली फिल्म ‘परदेस’ का रेस्पॉन्स देखना है?

जी हां, मेरा माडलिंग करियर आमिर खान के साथ शुरू हुआ और पहली फिल्‍म शाहरूख खान के साथ है. मुझे पूरा विश्वास है, कि अच्छा रेस्पान्स मिलेगा.

सुभाष घई जी ने जब आपको ‘परदेस’ में साइन करने का फैसला किया तो आपके दिल का हाल क्या हुआ?

उन दिनों पेप्सी एड में शोहरत पाने के बाद में ‘पॉन्डस’ ‘फेम सोप’ ‘कैमे’ “वीडियोकोन बजूका’ ‘नीविया क्रीम’ वगैरह की मॉडलिंग में व्यस्त थी, अचानक एक दिन मुझे सुभाष जी की कंपनी ‘मुक्ता आर्टस’ से एक टेलीफोनिक मैसेज मिला कि सुभाष जी मुझे अपनी फिल्म॑ में चुनने का विचार कर रहे हैं. मैं इतनी खुश हुई कि क्‍या बताऊँ पर यकीन नहीं आ रहा था, कि चुन ली जाऊँगी लेकिन सुभाष जी से मिलते ही उन्होंने तुरन्त मुझे साइन कर  लिया. मैं तो इतनी खुश थी कि क्‍या बताऊँ परन्तु जाहिर तौर पर मैंने किसी को इस बात की तब-तक जानकारी नहीं दी जब तक कि शूटिंग शुरू नहीं हो गई.

आपके घरवाले इस बारे में क्या प्रतिक्रिया रखते हैं

वे बहुत खुश हैं, और मेरी हिम्मत अफजाई करते है.

क्या आपने अभिनय या नृत्य की बाकायदा ट्रेनिंग ली है?

बिल्कुल नहीं! ना तो डांस में और ना ही एक्टिंग में मैंने कोई तालीम ली है परन्तु मैं बहुत जल्दी और हूबहू पिक अप कर लेती हूं. निर्देशक जैसा कहता है मैं फटाफट वैसा कर दिखाती हूं और डांस डायरेक्टर के बताये स्टेप्स मैं आराम से कर लेती हूं. जाहिर है कि महिमा निर्देशन पिक अप करने में माहिर जरूर होगी क्योंकि वह बहुत अच्छी और मिमिक्री कर लेती है, और जो अच्छी मिमिक्री, कर सकता है वह कुछ भी चुटकियों में सीख सकता है.  

क्या पहली बार अभिनय करते हुए आप नर्वस हुई थी?

नहीं बिल्कुल नहीं, यही तो अजब बात है, कि जहां पहली बार बिना अनुभव या प्रशिक्षण के कोई कलाकार कैमरे के आगे एक्टिंग करता है तो नर्वस हो जाता है, परन्तु मुझमें काफी आत्मविश्वांस कूट-कूट कर भरा है. मैंने बहुत कूलली अपना काम किया. वैसे भी मेरा नेचर तटस्थ सा है. मैं किसी बात पर नहीं हड़बड़ाती!

इस बात पर भी नहीं कि आपंका नाम-सुभाष घई जी कें साथ जोड़कर उछाला जा रहा है?  

सुभाष जी ने पहले से ही मुझे आगाह कर दिया था, कि इस तरह की ऊल जलूल झूठी अफवाहे उडेंगी और इससे मुझे घबराना नहीं चाहिए, हालांकि अब तक तो ऐसी अफवाहें नहीं उड़ी थी, अब अगर उड़ रही है तो मैं ऐसी गलत बेबुनियाद बातों पर ध्यान नहीं देती!

शाहरूख खान के साथ काम करते हुए कैसा लगा?

मुझे तो इतनी खुशी हुई, कि कैसे बताऊँ. जैसे सपना सच हुआ हो, वे वाकई एक बेहतरीन , अनुभवी कलाकार हैं, और शूटिंग करते हुए हर पल मैंने उनसे कुछ न कुछ सीखा रही हूँ.

उनके साथ कोई रोमांटिक अफवाह क्यों नहीं उड़ी?

थैंक गॉड, कहीं कोई अफवाह नहीं उड़ी. असल में सभी यह जानते हैं कि शाहरूख अपनी पत्नी गौरी की मुहब्बत में कितने खोये हुए है. यह बात तो मैंने भी महसूस की, शूटिंग के बाद वह एक पल नहीं रूकते थे, तुरन्त घर जाने को उत्सुक हो जाते थे!

आप कहां की रहने वाली है?

हम लोग यूं तो यू.पी के पंजाबी जाट है, परन्तु मेरी परवरिश दिल्ली में हुई है.

कोई फिल्‍म साइन की है ‘परदेस’ के बाद?

बातचीत चल रही है. जल्दी ही पता लग जायेगा. यूं खबर है, कि फिल्म मेकर राम गोपाल वर्मा की नई फिल्‍म ‘सत्या’ की नायिका महिमा ही है. साथ ही चन्द और बड़ी फिल्मों की बातें चल रही, हैं.

आपका स्वभाव?

कुछ रिजर्वड, थोड़ी शर्मीली व फटाक से घुल मिल नहीं सकती.

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