Advertisment

Rajinikanth Birthday: दो महीनो में रजनीकांत के साथ क्या-क्या हुआ?

author-image
By Ali Peter John
New Update
Rajinikanth Birthday

दो महीने पहले, रजनीकांत बहुत अलग दुनिया में थे! उनके प्रशंसक और लाखों लोग चाहते थे कि, वे राजनीति में अपने प्रवेश के बारे में एक अंतिम निर्णय लें! देश के सभी प्रमुख राजनीतिक दल और भूखे मीडिया को भी यह जानने का बेसब्री से इंतजार था कि, रजनी का अपने नए राजनीतिक दल में शामिल होने के बारे में क्या कहना है और कई लोग तो उनके तमिलनाडु के अगले सीएम होने के बारे में सपने भी देख रहे थे. दुनिया के विभिन्न हिस्सों से पत्रकार और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आए जिन्होंने चेन्नई के विभिन्न होटलों में खुद को स्थापित किया क्योंकि कोई भी रजनी और उनकी राजनीतिक यात्रा के साथ किसी भी कहानी को मिस नहीं करना चाहता था.

राजनीतिक विशेषज्ञ थे जिन्होंने उन्हें भाजपा के साथ गठबंधन करते देखा भाजपा ने रजनी के लिए अपनी भावनाओं को छिपाने का कोई प्रयास नहीं किया और यहां तक कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी उन पर निर्भर थे कि, वे उनके लाखों अनुयायियों और प्रशंसकों को भाजपा की विचारधारा की ओर आकर्षित करने कि कौशिश में थे, लेकिन रजनी ने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया कि, वह किस रास्ते पर जाएगे. रजनी और उनकी राजनीति दो साल से अधिक समय से चर्चा में थी और उन्होंने यहां तक कहा था कि वह अपनी पार्टी को रीड करेंगे और अपने प्रशंसकों की बढ़ती संख्या का मार्गदर्शन करेंगे, लेकिन वह मुख्यमंत्री पद के लिए अपना कोई लक्ष्य नहीं रखेंगे क्योंकि वह खुद को उस राज्य पर शासन करने के लिए फिट नहीं मानते थे जिसने उन्हें जीवन में सब कुछ दिया था.

रजनी के राजनीति में प्रवेश करने की अफवाहें और गपशप होने के बावजूद, उन्होंने तमिल में अपनी सबसे महत्वाकांक्षी फिल्म ‘अन्नाथे’ की शूटिंग के लिए हैदराबाद की फ्लाइट ली!

वह एक शाम अपनी शूटिंग से देर से लौटा और वह बहुत बीमार था! उनके ब्लड प्रेशर में उतार- चढ़ाव हो रहा था और वे कमजोर और असहज महसूस कर रहे थे! उनका परिवार उन्हें हैदराबाद के अपोलो अस्पताल ले गया, जहाँ उन्हें एक सप्ताह तक सबसे अच्छे डॉक्टरों द्वारा इलाज करने के लिए एडमिट रखा गया था. और अस्पताल से छुट्टी मिलने के एक दिन पहले, उन्होंने एक बयान दिया जिसने फिल्म और विशेष रूप से पॉलिटिकल सर्कल्स को हिला डाला था! उन्होंने यह स्पष्ट किया कि, वह एक राजनेता के रूप में अपनी भूमिका को गंभीरता से निभाने की स्थिति में नहीं थे और इसके अलावा उनके डॉक्टरों और उनके करीबी परिवार ने उनसे इस उम्र में राजनीति में नहीं जाने की अपील की थी (वे अभी 70 वर्ष के हैं और कई बीमारियों से पीड़ित हैं)! अस्पताल में भर्ती होने के साथ, थलाइवा (महान अभिनेता) का राजनीतिक करियर खत्म हो गया था. उनके प्रशंसकों ने पूरे तमिलनाडु में दहशत का माहौल पैदा कर दिया और उनसे राजनीति छोड़ने के अपने फैसले को वापस लेने की भीख मांगी और कईयों ने खुद को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी! लेकिन रजनी ने अपना मन बना लिया था, वह अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण सख्ती से राजनीति छोड़ने का अपना फैसला वापस नहीं लेने के बारे में कहा!

तमिलनाडु में चुनाव प्रचार हर तरह के रंग ले रहा था और रजनी के दोस्त और प्रतिद्वंद्वी कमल हासन भी राजनीति में शामिल हो गए थे और अपनी पार्टी के नाम के तहत चुनाव लड़ रहे थे और दूसरे दलों को कड़ी टक्कर दे रहे थे, लेकिन रजनी पोएस गार्डन में अपने घर में आराम कर रहे थे, जहां वह कभी दिवंगत मुख्यमंत्री सुश्री जे.जयललिता के पड़ोसी थे और राजनीतिक परिदृश्य का जायजा लिया करते थे!

जब वह भीड़ और राजनीति से दूर थे, तो वह दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने के केंद्र सरकार के फैसले से आश्चर्यचकित थे, जिसे सत्तारूढ़ दल के राजनीतिक कदम के रूप में भी देखा गया है. लेकिन ऐसा नहीं लगता कि इससे साधु ‘रजनीकांत’ पर कोई भी प्रभाव पड़ा है!

और सिर्फ दो दिन पहले रजनी ने एक प्राइवेट एयरक्राफ्ट लिया और हैदराबाद में ‘अन्नाथे’ की शूटिंग जारी रखने के लिए हैदराबाद के लिए उड़ान भरी, जिसकी शूटिंग उनके अस्पताल में भर्ती होने के कारण रुक गई थी. यह केवल यह दर्शाता है कि रजनी को अब फिल्मों में चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाने में अधिक रुचि है, जो कि गंदी राजनीति में लिप्त नहीं है, जो निश्चित रूप से एक ऐसे व्यक्ति के लिए सबसे अजीब बात है, जो राजनीति में शामिल हुए बिना अपने लोगों द्वारा पूजे जाते है!

‘अन्नाथे’ रजनी की आज की सबसे बड़ी फिल्म है. यह शिवा द्वारा निर्देशित है जो रजनी के पसंदीदा है, और इसमें दक्षिण के अन्य सितारे जैसे नयनथारा, कीर्ति सुरेश और प्रकाश राज अन्य कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं. लेकिन रजनी को जानने वाला हर व्यक्ति जानता है कि यह एक और फिल्म है जो रजनी के इर्द-गिर्द घूमेगी, क्योंकि रजनी के साथ कोई ऐसी फिल्म नहीं है जिसे रजनी के साथ केंद्रीय चरित्र के रूप में नहीं बनाया जा सकता. जो भी रजनी के साथ कम भूमिका में फिल्म बनाने की हिम्मत करेगा, वह केवल इसे अपने जोखिम पर कर रहा होगा.

रजनी सर, मैंने आपको तबसे देखा है जब आप एक बस कंडक्टर थे, और आज जब मैं आपको एक मसीहा के रूप में देखता हूँ, तब मेरा भगवान पर भरोसा और भी बढ़ जाता है, चलते रहो रजनी, अब तो आपके बस की घंटी उपरवाला बजाता है और उनके होते हुए आपकी दिशा ठीक ही हो सकती है, आप चलते रहो और घंटी वो बजाते रहेंगे भरोसा सिर्फ उन पर रखना.

Advertisment
Latest Stories