4 इंडियन शो, जिसने महिलाओं को सशक्त किया और लोगों की मानसिकता बदल दी By Mayapuri Desk 19 Aug 2019 | एडिट 19 Aug 2019 22:00 IST in गपशप New Update Follow Us शेयर कुछ ऐसे कंटेंट ड्रिवेन इंडियन टेलीविज़न शो है, जिसने हमारे समाज को उन लोगों से रूबरू कराया है, जिन्होंने पुराने मन:स्थिति को समाप्त करने के लिए एक नई कहानी का निर्माण किया है. सास-बहू ड्रामा शो के बारे में पर्याप्त लिखा गया है जो पुरानी मानसिकता को मजबूत करने के लिए जिम्मेदार हैं. पर अभी भी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है. कुछ ऐसे शो हैं जो वास्तव में मनोरंजक होते हुए भी समाज की मानसिकता बदलने में मदद करते हैं, वो भी बिना उपदेश दिए. हम यहां 4 टॉप भारतीय टीवी शो के बारे में बात कर रहे हैं, जिसने प्रभावशाली कहानियों के माध्यम से बदलाव लाने का काम किया. उडान आईपीएस अधिकारी कंचन चौधरी भट्टाचार्य की सच्ची कहानी पर आधारित, उडान 80 के दशक के अंत में और 90 के दशक की शुरुआत में प्रसारित होने वाले पहले भारतीय टीवी शो में से एक है, जो महिला सशक्तीकरण पर केंद्रित था. यह शो कल्याणी सिंह नाम की एक युवा लड़की की कहानी है, जो हर स्तर पर लैंगिक भेदभाव से जूझते हुए आईपीएस अधिकारी बन जाती है. एक सबल महिला लीड रोल के अलावा, शो में एक पुरुष नायक (शेखर कपूर) भी है, जो महिला अधिकारी को अपने बराबर मानता है. यह शो ऐसे समय में आया जब महिलाओं को वर्दी में देखना असामान्य था और इस शो ने कई महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम किया. रजनी 1994 में राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन पर प्रसारित, रजनी हर भारतीय गृहिणी के चेहरे के साथ-साथ उनकी समस्याओं की आवाज बन गई थी. स्वर्गीय प्रिया तेंदुलकर द्वारा अभिनीत मुख्य किरदार रजनी ने गृहिणियों की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं और उनके सहज समाधानों को चित्रित किया. रजनी एक घरेलू नाम बन गई. इसने गृहणियों को भ्रष्टाचार से लेकर मूल्यवृद्धि तक की रोजमर्रा की चुनौतियों से निपटने की दिशा में नारी सशक्तिकरण की एक नई समझ दी. शांति- एक औरत कहानी मंदिरा बेदी द्वारा चित्रित शांति, फिल्म उद्योग के दो प्रभावशाली और धनी भाइयों द्वारा बेटी का बलात्कार किए जाने के बाद एक मां-बेटी की न्याय की लड़ाई की कहानी है. पीड़ित होने के बावजूद, शांति ने बताया कि महिलाएं कैसे एकतरफा लड़ाई लड़ सकती हैं और जीत सकती हैं. इसे पहली बार1994 में प्रसारित किया गया. इसे आज भी एक प्रतिष्ठित भारतीय टीवी शो के रूप में याद किया जाता है. मैं कुछ भी कर सकती हूं राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन की शिक्षा और सशक्तिकरण की भूमिका को दर्शाते हुए यह शो एक युवा डॉक्टर, डॉ. स्नेहा माथुर की जीवन यात्रा के चारों ओर घूमती है. डॉ. माथुर मुंबई में अपने आकर्षक कैरियर को छोड़कर अपने गांव प्रतापपुर में काम करने का फैसला करती है. यह शो पुरातन सामाजिक मानदंडों और लिंग चयन, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, महिलाओं के स्वास्थ्य व स्वच्छता से संबंधित मुद्दों पर केन्द्रित है. डॉ. स्नेहा माथुर के नेतृत्व में, प्रतापपुर की महिलाएं सामूहिक प्रयास से अपने अधिकारों के लिए लड़ती हैं.2014 में शुरू हुए इस शो ने अपना दो सीज़न सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं और वर्तमान में इसका तीसरा सीज़न दिखाया जा रहा है. भारत की महिलाओं, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, डॉ. स्नेहा द्वारा समाज में बराबरी का दर्जा देने की मांग को प्रोत्साहित किया गया है. #bollywood news #bollywood #Bollywood updates #television #Telly News #4 Indian Shows हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article