रोमांचक प्रोजेक्ट्स के साथ अक्षय ओबेरॉय अपने कदम बॉलीवुड में जमाते हुए आगे बढ़ रहे हैं, क्योंकि वह मनोरंजन के कई प्लेटफार्मों के साथ जुडे हुए भी है। फिल्मों और डिजिटल माध्यम से महत्वपूर्ण कहानियों को लोगों तक लेके आनेवाले, वर्सटाइल एक्टर ने लाल रंग की छठी वर्षगांठ पर अपने किरदार को याद किया। इस फिल्म को अपने करियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक बताते हुए, ओबेरॉय ने इसके लिए अभिनय के अपने अनुभव को साझा किया।
अक्षय कहते हैं, 'मुझे याद है कि मैं सैयद अहमद अफजल की लाल रंग में काम करने के लिए बहुत उत्साहित था। इस विशेष फिल्म में मुझे रणदीप हुड्डा के साथ काम करने का अवसर मिला था । मैं उनके काम के लिए पैशन से बहोत ही प्रभावित हूँ। मुझे इस फिल्म की कहानी, मेरे किरदार से जुडी चुनौती और जिस तरह से फिल्म को पेश किया गया है वह बहोत ही पसंद आया। लाल रंग से मुझे अपने आप को फिल्मों में काम करने के एक अज्ञात वातावरण से परिचित होने का भी मौका मिला।'
आगे खुलासा करते हुए अक्षय कहते है, “लाल रंग के लिए मैं 60 दिनों से करनाल में रहा, वहा के लोगों की बॉडी लैंग्वेज देखी और उसे आत्मसाद करने की कोशिश कि। मैं उस भूमिका को एक पूर्ण रूप देना चाहता था, जिसे मैं पूरी शिद्दत से निभा रहा था। मेरे दिमाग में फिल्म पे काम करते समय यही चल रहा था के मेरे काम के ज़रिये मुझे लोगों को कुछ अलग देना चाहिए, इस सोच ने मुझे हमेशा कुछ बेहतर करने के लिए सतर्क रखा। यह मेरे करियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक है और मुझे आश्चर्य इस बात का हुआ कि मुझे यह रोल ऑफर हुआ।'
अभिनेता को एक्शन-क्राइम-ड्रामा में एक छोटे शहर के लड़के की भूमिका में देखा गया था। इसकी कहानी राजेश (अक्षय ओबेरॉय) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो शंकर (रणदीप हुडा) के साथ सांठगांठ करता है, और अवैध रूप से रक्त का व्यापार करने में शामिल है। फिल्म में अक्षय ने एक हरियाणवी लड़के की भूमिका निभाई थी, जो रक्त माफिया से जुड़ जाता है, उनकी की बहुमुखी प्रतिभा लाल रंग में बहोत ही अच्छे से दिखाया गया था।
अक्षय को महेश भट्ट द्वारा लिखित और विक्रम भट्ट द्वारा निर्देशित 'कोल्ड' और पवन कृपलानी की 'गैसलाइट' में देखा जाएगा।