तनाज़ ईरानी ने अभिनय का सफर शुरू किया था नब्बे के दशक में टेलीविज़न के पर्दे पर, 'ज़बान संभल के' और 'V3' जैसे कार्यक्रमों के साथ. २००० में वे सुपरहिट फिल्म 'कहो ना प्यार है' में पहली बार नज़र आईं लेकिन फिल्मों और टीवी में व्यस्तता के बावजूद वे रंगमंच से हमेशा जुड़ी रहीं. 'बॉटम्स अप' जैसे नाटकों के साथ शुरुआत करने के बाद हाल ही में उन्होंने 'रॉंग नम्बर' नामक नाटक में काम किया और 'सेल्फी' नामक नाटक को निर्देशित भी किया.
तनाज़ का कहना है, 'अभिनेत्री के रूप में मेरा सफर बहुत ही संतोषजनक रहा है और अभिनय की कला ने मुझे सुरक्षा और संतोष के साथ साथ और भी बहुत कुछ दिया है. 'अंतर्द्वंद' मेरा पहला टेलीप्ले है और मुझे इसमें काम करके बहुत अच्छा लगा. चाहे आप छोटे पर्दे पर काम कर रहे हों, बड़े पर्दे पर या रंगमंच में, हर बार आपको अपने अभिनय को नए अंदाज़ में साधना पड़ता है. टेलीविज़न में आपको पूरी लगन से अपना किरदार निभाना पड़ता है चाहे उसमें कितनी बार नए बदलाव आएं. रंगमंच में आप दर्शकों के साथ एक बड़ा ख़ास, रिश्ता बाँध लेते हैं. हर शो के में आपका प्रदर्शन बदल जाता है और दर्शक भी हर बार एक नए दृष्टिकोण से नाटक देखते हैं. मंच पर आप अपनी गलतियों को सुधार कर आगे बढ़ते चले जाते हैं और हर भावना को पूरी तरह उजागर करना पड़ता है ताकि सब दर्शकों तक आपकी बात का मर्म पहुंचे. रंगमंच ने मुझे एक सम्पूर्ण अभिनेत्री बनाया है.'
तनाज़ कहती हैं की फिल्मों में बिलकुल अलग अंदाज़ से अभिनय करना पड़ता है क्योंकि यहाँ कैमरा छोटी से छोटी अभिव्यक्ति को भी बड़े पर्दे पर दर्शा देता है जबकि टेलीप्ले, सिनेमा और रंगमंच का मिश्रण होते हैं. वे कहती हैं, 'भूमिका कोई भी हो, हर हाल में सह अभिनेताओं के साथ आपका तालमेल सही होना चाहिए ताकि आप एक दूसरे को सम्मान देकर, बेहतरीन काम करें और एक दूसरे पर हावी न हों. 'अंतर्द्वंद' में मुझे अदिती गोवित्रिकर और पंकज बेरी के साथ काम करके बहुत मज़ा आया. पंकज जी एक बहुत ही मंझे हुए कलाकार हैं और उन्हें काम करते हुए देखना बहुत ही प्रेरणाजनक रहा.'
'अंतर्द्वंद' की कहानी तनाज़ को बहुत पसंद आयी जहाँ एक खूनी और एक मनोचिकित्सक एक दूसरे का सामना करते हैं और बहुत सी गिरहें खुलने लगती हैं. वे कहती है, 'कहानी के साथ साथ, सहयोगी कलाकार बहुत अच्छे थे और मेरी भूमिका भी अच्छी थी, इसीलिए इस टेलीप्ले में काम करने का मौका मैं नहीं छोड़ना चाहती थी.'
प्रतिमा कुलकर्णी द्वारा निर्देशित इस नाटक में गोपाल सिंह, अदनान खान और नम्या सक्सेना जैसे कलाकारों ने भी काम किया है. 'अंतर्द्वंद' टाटा प्ले थिएटर पर दिखाया जायेगा.