सुलेना मजुमदार अरोरा
फरहान अख्तर ने युवाओं को इंटरनेट पर सेफली नेविगेट करने के लिए एंटरटेनिंग कंटेंट का इस्तेमाल करने वाले, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा विकसित एआई-पावर्ड चैटबॉट, स्नेहएआई को लॉन्च किया। इस जाने-माने एक्टर, लेखक और फिल्म मेकर फरहान अख्तर ने सात अप्रैल को, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा विकसित एक एआई-पावर्ड चैटबॉट स्नेहएआई का नया वर्जन-स्नेहएआई 3.0 लॉन्च किया। स्नेहएआई ने युवाओं को इंटरनेट पर सुरक्षित रूप से नेविगेट करने में मदद करने के लिए एनीमेशन फिल्म्स, शॉर्ट स्टोरीज और क्विज का इस्तेमाल किया है। स्नेहएआई को फिलहाल फेसबुक मैसेंजर पर होस्ट किया गया है। फरहान ने कहा, 'युवा वर्ग विशेष रूप से ऑनलाइन अब्यूज की चपेट में आते हैं, जो उन्हें जीवन भर के लिए जख्म दे सकता है।' हमें ऐसे इनोवेटिव डिजिटल सॉल्यूशंस की जरूरत है जो बच्चों और किशोरों को, आज के लगातार फलते फूलते डिजिटल वर्ल्ड में सुरक्षित रूप से नेविगेट करने में मददगार करे। पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा विकसित स्नेहएआई, ऑनलाइन जोखिमों (रिस्क्स) के बारे में जागरूकता पैदा करता है, और इंटरनेट ब्राउज़ करते समय सुरक्षित रहने के टिप्स देता है।'
2019 में चैटबॉट के प्रथम वर्जन की लॉन्चिंग के बाद से ही यह, युवाओं के लिए सेक्स, सेक्सुअलिटी और प्रजनन स्वास्थ्य से संबंधित विश्वसनीय जानकारी हासिल करने का एक मंच रहा है। ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एक्सप्लॉयटेशन और अब्यूज को रोकने के लिए स्नेहएआई 3.0 अब, वक्त की मांग के अनुसार, कंटेंट पर फोकस करेगा, मसलन, युवा किस तरह इंटरनेट पर सेफली नेविगेट कर सकते हैं। पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की कार्यकारी निदेशक पूनम मुत्तरेजा ने कहा, 'शिक्षा और ज्ञान के, लोकतंत्रीकरण की क्षमता के लिए अक्सर इंटरनेट की भूमिका को सराहा जाता है, लेकिन दुर्भाग्य से, यह दुरुपयोग और शोषण की एक जगह भी बन गई है जो ऑफ़लाइन क्राइम को बढ़ावा और कंप्लीमेंट करता है। इसमें युवा विशेष रूप से असुरक्षित होते हैं और एक समाज के तौर पर इन समस्याओं को समझने या उनके लिए एक सुरक्षित इंटरनेट बनाने की दिशा में हमने बहुत कम काम किया है। स्नेहआई इसे दुरूस्त करने का हमारा प्रयास है।'
हालांकि यह युवाओं पर फोकस करता है, लेकिन इसका केंटेंट वयस्क लोगों के लिए भी समान रूप से प्रासंगिक है। चैटबॉट उन लोगों को हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराता है जिन्हें मदद की जरूरत है। फरहान ने कहा, 'महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए एमएआरडी (मेन एगेंस्ट रेप एंड डिसक्रिमिनेशन) के पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के साथ मेरा लंबे समय से जुड़ाव रहा है।' पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने एंड वायलेंस अगेंस्ट चिल्ड्रन और यूनिसेफ के सहयोग से चैटबॉट विकसित किया है। मुत्तरेजा ने कहा, 'हम देश के प्रत्येक किशोर और युवा व्यक्ति की चिंताओं को शेयर करने और उनके स्वास्थ्य की बेहतरी से संबंधित विषयों के बारे में जानकारी देने के लिए एक सेक्योर, पर्सनलाइज्ड और नॉन-जजमेंटल स्पेस देना चाहते हैं।'