भारतीय मेलोडी गानों के शहंशाह अमाल मलिक ने संगीत इंडस्ट्री अपने 8 साल पूरे किये है। अपने 8 साल के इस वर्षगाँठ के दौरान इन्होंने सलमान खान अभिनीत फिल्म 'जय हो' के लिए 3 गानों को कंपोज्ड किये है। अमान मलिक संगीत के क्षेत्र में कदम रखने से पहले वेस्टर्न क्लासिकल, जैज़ और रॉक की पढ़ाई ट्रिनिटी कॉलेज से की है। इसके अलावा उन्होंने इंडियन क्लासिकल म्यूजिक की शिक्षा अपने दादा जी सरदार मालिक के मार्गदर्शन में ली है। संगीत जगत में उनके इस 8 साल के बेमिसाल काम को पसंद करते हुए उनके चाहने वालों ने सोशल मीडिया पर #8YearsOfAmaalMallik ट्रेंड बनाकर जश्न मनाया। मलिक अपने प्रशंसकों को उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देने के लिए हिमाचल प्रदेश से अपने इंस्टाग्राम पर लाइव दिखाई दिए।
अमाल ने 23 साल की उम्र में अपने करियर शुरआत की और संगीत के प्रति उनका नजरिया हम सभी को संगीत की दुनिया में डूबा देता है। अपने माता-पिता और संगीत के महान लोगों से प्रोत्साहित होकर मल्टीटैलेंटेड आर्टिस्ट ने भावपूर्ण और सुखद गीतों की एक उदार डिस्कोग्राफी बनाई। जिसमें उनके सबसे पसंदीदा गीतों में नैना, सूरज डूबा है, मैं हूं हीरो तेरा, हुआ है आज पहली बार, बोल दो ना ज़रा, कौन तुझे, रोके ना रुके, चले आना, परिंदा, आशिक सरेंडर हुआ, प्यार एक तरफा और तू मेरा शामिल हैं। इनके संगीत को 3 अरब से अधिक बार देखा बार देखा गया है। अमाल मलिक को फिल्म 'रॉय' के गीत सूरज डूबा है के लिए मिर्ची म्यूज़िक अवार्ड्स के 'अपकमिंग म्यूज़िक कम्पोज़र ऑफ़ द ईयर' से सम्मानित किया गया और इन्होंने फिल्म 'कबीर सिंह' के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार भी जीता है।
इस 8 साल की वर्षगांठ पर अमाल मलिक का कहना है कि 'संगीत इंडस्ट्री में मेरी यह 8 साल की यात्रा अद्भुत रही है और इसके प्रति मेरा आभार ही मुझे और शक्तिशाली बनाता है। मैं अपने माता-पिता, गुरु, प्रशंसकों और श्रोताओं का धन्यवाद करता हूँ कि उन्होंने मेरे संगीत को अपना समय दिया। मैं अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए और जब मुझे उम्मीद नहीं थी तब ध्यान रखने के लिए मैं उनका जितना धन्यवाद करू उतना कम है।'
मालिक का गाना जान है मेरी जो कि प्रभास और पूजा हेगड़े अभिनीत फिल्म 'राधे श्याम' से है, उसका श्रोताओं को बेसब्री से इन्तजार है।