अमिताभ बच्चन ने बताई बाला साहेब की अनसुनी बातें

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By Sangya Singh
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अमिताभ बच्चन ने बताई बाला साहेब की अनसुनी बातें

शिवसेना के दिवंगत नेता बाला साहब ठाकरे पर बनने वाली बायोपिक का टीजर लॉन्च किया गया। फिल्म का टीजर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने लॉन्च किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि, 'ये मौका उनके लिए बहुत खास है क्योंकि बाला साहब के साथ उनका बेहद निजी और पारिवारिक संबंध रहा है'।

इस मौके पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, पार्टी के नेता और प्रवक्ता संजय राउत भी मौजूद रहे। इस फिल्म के निर्माता संजय राउत हैं और निर्देशन अभिजीत पानसे करेंगे। फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी बाला साहेब का रोल करेंगे। इस मौके पर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने बाल ठाकरे के जीवन से जुड़ी कई बातें लोगों से शेयर कीं।

उन्होंने बताया कि 'बाला साहब के घर में जब भी कोई कार्यक्रम होता तो उन्हें जरूर बुलाया जाता था। बाला साहेब उन्हें परिवार का सदस्य मानते थे'। अमिताभ ने बताया कि, करीब 40 साल पहले जया बच्चन से जब उनकी शादी हुई तो कुछ दिन बाद बाला साहेब का उनके पास फोन आया और कहा, 'मैं तुम्हारी पत्नी से मिलना चाहता हूं, तुम उसे मेरे घर लेकर आओ'। अमिताभ ने कहा,'मैं और जया बच्चन मातोश्री पहुंचे। वहां आई यानी बाला साहेब की पत्नी ने जया का ऐसा स्वागत किया जैसे वो इसी घर की बहू हों'। इस घटना के बाद अमिताभ बच्चन ने उस घर को अपना परिवार मान लिया।

अमिताभ ने बताया कि, साल 1982 में बेंगलुरु में फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान वो चोटिल हो गए थे। बेंगलुरु के डॉक्टरों ने उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में रेफर कर दिया था। अमिताभ को जब प्लाइट से मुंबई पहुंचाया गया तो वो बेहोश थे। उस दिन भारी बारिश होने के चलते अमिताभ को अस्पताल पहुंचाने के लिए कोई एंबुलेंस नहीं मिल रहा था। ऐसे में शिवसेना की एंबुलेंस से उन्हें एयरपोर्ट से अस्पताल पहुंचाया गया।

बाहर सब झूठी बातें ही रही हैं

अमिताभ ने आगे बताते हुए कहा कि, वो जब भी किसी मुसीबत या परेशानी में होते थे, बाला साहब हमेशा उनके साथ खड़े होते है। अमिताभ ने बताया कि, कुछ साल पहले उनके परिवार पर भारी मुसीबत आई थी। मीडिया में कई तरह की खबरें चल रही थीं। तभी बाला साहेब ने उन्हें फोन कर घर पर बुलाया और कहा, 'मैं जो पूछ रहा हूं उसका सही जवाब देना'। उनके सवाल पर जब अमिताभ ने कहा कि, 'बाहर सब झूठी बातें ही रही हैं', तब बाला साहेब ने कहा,'बाहर तूफान चल रहा है। ऐसे में तुम अभी घर में बैठो। तूफान जब शांत होगा तो तुम बाहर निकलना उस वक्त मैं तुम्हारे साथ खड़ा रहूंगा'। बाला साहेब के इतना कहते ही अमिताभ का साहस बढ़ गया।

बाला साहेब मुझे बहुत प्यार करते थे

महानायक अमिताभ बच्चन ने बताया कि बाला साहब के आखिरी समय में मुझे ये अहसास हुआ कि वो मुझसे कितना प्यार करते हैं। अमिताभ ने बताया कि, जब बाला साहेब का आखिरी वक्त आ चुका था। तो वो मातोश्री पहुंचे थे। उद्धव ठाकरे अमिताभ को लेकर कमरे में गए। अमिताभ ने कहा, बाला साहेब जैसा ओजस्वी और प्रबल इंसान असहाय शैय्या पर लेटे थे। मैं अपने जीवन में कभी भी उन्हें इस हालत में नहीं देखना चाहता था। तभी मेरी नजर बाला साहेब के बिस्तर के दाईं तरफ लगी एक तस्वीर पर पड़ी। वो मेरी तस्वीर थी। वो छवि देखकर मैं गदगद हुआ। एक बार फिर से अहसास हुआ कि बाला साहेब मुझे कितना प्यार करते हैं।

कार्यक्रम के दौरान अमिताभ बच्चन ने संजय राउत की तारीफ करते हुए कहा कि, उनकी कलम तलवार की तरह लगती है, मैं उसके डर से यहां आ गया हूं। अमिताभ ने संजय राउत से कहा, बाला साहब के जीवनी पर बन रही फिल्म को तीन घंटे के अंदर न समेटे, बल्कि उनकी इसे कई सीरीज में दिखाया जाना चाहिए।

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