/mayapuri/media/post_banners/94450d3fa27d6922d06057564429cdd5c00e2d0e1eb0d926887b4543d8989612.jpg)
13 जनवरी 1963 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जन्में अभिनेता पीयूष मिश्रा (Piyush Mishra) का बचपन में इंट्रोवर्ट थे. किसी से ज्यादा बात नहीं करते थे. अकेला रहना पसंद करते थे. पढ़ाई में कमजोर थे लेकिन हिंदी की किताब पढ़ने की वजह से उनकी हिंदी काफी अच्छी थी. इस वजह से उन्हें स्कूल में प्ले करने का मौका मिला. जिसके बाद वो समझ गए की उन्हें क्या करना है.
/mayapuri/media/post_attachments/5371fe236cf19d937c59c54d4def2066b32a8bb3a3e7b833300fda0d4e6a3aab.jpg)
उन्होंने बचपन से ही पोएट्री लिखना शुरू कर दिया था. इसके बाद पीयूष मिश्रा ने साल 1979 में उन्होंने अपना पहला प्ले “दिल्ली तेरी बात निराली” किया. जिसके बाद उन्होंने ग्वालियर में चार साल तक थिएटर किया.
साल 1983 में उनका सेलेक्शन दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हुआ. उन्होंने साल 1983-2003 तक (20 साल) उन्होंने दिल्ली में थिएटर किया.
/mayapuri/media/post_attachments/211b5fefd63605ad65be6292650de7477f318985e2cb07fc1bf470310f2a15d9.jpg)
साल 1995 में जब पीयूष मिश्रा (Piyush Mishra) थिएटर करते थे उस दौरान उन्होंने इतनी शराब पीनी शुरू कर दी कि उन्हें एक रात पहले का याद ही नहीं रहता था.
पीयूष मिश्रा बताते है कि साल 2005 में उन्होंने शराब छूड़वाले के लिए एक आर्गेनाईजेशन के साथ जुड़े जिसमें एक प्रोग्राम था जिसका नाम था 12 स्टेपिंग.
/mayapuri/media/post_attachments/5d1a44431ef5eb88e1e25ac1502dcea94d267240a3ce4e1da96dbc6639879887.jpg)
पीयूष मिश्रा (Piyush Mishra) ईश्वर में बहुत यकिन करते है. उनका मानना है कि अगर उनकी शराब की लत छुटी है तो शायद कोई ताकत है जो उनसे कुछ और कराना चाहती थी. ईश्वर से अधिक यकिन उनका एक शक्ति हैं. उनका कहना है कि कोई न कोई हाई पावर है जो हमसे सब करा रहीं हैं.
/mayapuri/media/post_attachments/54febc7798d4250e6c94d0c833c5b988c34e10c949f462c451c62a3d1f972263.jpg)
साल 2009 में पीयूष मिश्रा की फिल्म आई थी “गुलाल.” इस फिल्म के रिलीज होने के बाद वो अमेरिका गए थे और ट्रेवलिंग के दौरान उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी.
फिल्म गुलाल के सक्सेस के कारण अमेरिका में कई लोग उनसे मिलने आए थे. जिनमें से कुछ लोग डॉक्टर थे. जब उन्होंने पीयूष मिश्रा का चेकअप किया तो पता चला कि उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था. तीन दिन वह हॉस्पिटल में रहे. डॉक्टरों का कहा था कि वह न कभी बोल पाएंगे, न चल पाएंगे, ढंग से बैठ भी नहीं पाएंगे.
/mayapuri/media/post_attachments/43653fe0220a3797cff06d86812fa3bf566ff5fa589730774b2b998fb7240ad5.jpg)
इसके बाद जब वह वापस इंडिया आए विशाल भारद्वाज जो एक फिल्ममेकर है उन्होंने पीयूष मिश्रा को “प्राणिक हीलिंग” के बारे में बताया.
प्राणिक हीलिंग एक 'नो-टच' हीलिंग प्रणाली है जो शरीर में खुद को ठीक करने की जन्मजात क्षमता होती है. प्राणिक हीलिंग का उपयोग कर शरीर की जन्मजात क्षमता को ठीक किया जा सकता है.
/mayapuri/media/post_attachments/fb0b4bdac1f8f37d238935cfc672c39a14dea5140289b644447ce5275e314f03.jpg)
पीयूष मिश्रा ने 20 दिन तक थेरेपी ली और वह पूरी तरह से ठीक हो गए. उन्होंने इसके बाद कई बहतरीन फिल्में दी. इसके बाद से उनका विश्वास और पुख्ता हो गया की कोई पावर तो जरूर है जो दुनिया को चला रही है.
/mayapuri/media/post_attachments/ae8a15238515f2455fb3226742f194f4ca9069c88af7d2e0d86edaf2b3bba2e2.jpg)
आज के समय में पीयूष मिश्रा एक बहुत ही बहतरीन अभिनेता है, थिएटर एक्टर, सांग निर्देशक, कंपोजर, स्क्रिप्ट राइटर और सिंगर हैं.
Follow Us
/mayapuri/media/media_files/2025/11/14/cover-2667-2025-11-14-19-08-39.png)