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-शरदराय
फिल्म की ताकत क्या होती है यह बात समय समय पर उजागर होती रहती है।एकबार फिर यह बात पंजाब के विधान सभा चुनाव के दौरान देखने को मिल रहा है।सिनेमा की दुनिया से जुड़ा एक शख्स भगवंत मान इनदिनों पंजाब के चुनावी चक्रवात में जोरदार लड़ाई करता दिखाई दे रहा है।भगवंत मान एक स्टैंडअप कॉमेडियन हैं जो आम आदमी पार्टी(आप) के टिकट पर वहां से घोषित मुख्यमंत्री की रेस में हैं।
भगवंत मान बॉलीवुड का कोई बड़ा सितारा नहीं हैं ना ही विनोद खन्ना या सनी देवल की तरह पंजाब के लिए कोई किसी राष्ट्रीय छवि के कलाकार हैं।वह स्टैंडअप कॉमेडी करते हुए पंजाबी सिनेमा में पर्दे पर उतरे थे और फिर पर्दे की पॉपुलोरिटी के रास्ते आज पंजाब जैसे एक मजबूत पदेश के चुनाव में सीएम पद के उम्मीदवार बन गए हैं। आप पार्टी द्वारा कराए गए एक सर्वे कि 'कौन अच्छा मुख्यमंत्री होगा?' करीब 21 लाख (93%) लोगों ने भगवंत मान के पक्ष में फैसला दिया है। इस सर्वे वोट में जो टेलीफोनिक था, नवज्योत सिंह सिद्धू समेत कई बड़े नामवालों से अधिक पसंदगी मान की रही है।सिद्धू दूसरे नम्बर पर थे। अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी चुनाव जीतती है तो भगवंत मान ही वहां के मुख्य मंत्री बनेंगे, केजरीवाल ने घोषित कर दिया है।
आइए, एक नजर दौड़ाते हैं भगगवंत मान के जीवन, फिल्म और राजनीतिक करियर पर। पंजाब में संगरुर जिले के सतोज गांव के रहने वाले 48 वर्षीय मान दो बच्चों के पिता हैं।एक बेटा और एक बेटी के इस बाप का पत्नी के साथ डायवर्स का केस भी(2015 में) चल चुका है। जीवन की शुरुवात में वह स्टेज पर कॉमेडी करना शुरू किए थे। राजू श्रीवास्तव और सुनील पाल जैसे स्टैंडअप कॉमेडियन की तर्ज पर देश के तमाम युवा कलाकारों की तरह भगवंत मान भी एक कॉमेडी कलाकार रहे हैं।स्टार प्लस के शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' के वह पार्टिसिपेंट रहे।अपने कॉमेडी शो 'नो लाइफ विथ वाई'' को लेकर दुनिया के कई देशों में शोज करने जा चुके हैं। उनके ऑडियो एलबम ( 'जस्ट लाफ़ बाकी माफ', 'कुल्फी गरम गरम', 'हस हस के' आदि) तथा वीडियो एलबम( 'जगतार जग्गी', 'भगवंत मान हाज़िर हो' आदि) को काफी पसंद किया गया है। स्टेज शो करते हुए वह पंजाबी सिनेमा के पर्दे पर आ गए। उनकी फिल्में रही हैं- 'में मा पंजाब दी', 'जुगनू हाज़िर है', '22g तुसी घेंट हो', 'पोलिस इन पॉलीवुड', 'मोगा टू मेलबोर्न वाया चंडीगढ़', 'सुखमनी', 'एकम', 'तबाही', 'कच्चेरी', 'अपने' आदि। उत्साही स्वाभव के मान 2011में राजनैतिक पार्टी 'पीपीपी'' से जुड़ गए और उसी साल इस पार्टी के टिकट पर लेहरा विधान सभा से चुनाव लड़कर हार भी गए।फिर वह 'आप' पार्टी में चले गए।
2014 में आप पार्टी के टिकट पर संगरुर से लोक सभा का चुनाव लड़े और जीत गए।आप पार्टी से विजई हुए चार सांसदों में से एक वह भी थे। उनको पार्टी में पंजाब- कन्वेनर का पद दिया गया, लेकिन वह कुछ दिन बाद इस्तीफा दे दिए किसी मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की नीतियों से नाराज होकर। 2019 के लोक सभा चुनाव में फिर वह संगरुर से ही दुबारा लोक सभा का चुनाव जीते।वह लोक सभा मे आम आदमी पार्टी से एक सीट जीतने वाले एकमात्र सांसद थे। संसद में उनको लेकर ड्रंक और सिक्युरिटी से लड़ने के आरोप भी लगे हैं। इस समय जब पंजाब के विधान सभा चुनाव में आमआदमी पार्टी पूरे जोश में चुनाव लड़ रही है और फॉर्म में है, पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल हुंकार कर रहे हैं कि पंजाब में उनकी पार्टी सरकार बनाने जा रही है, सबकी नजर भगवंत मान पर टिकी है।वह प्रदेश से आप पार्टी के घोषित मुख्यमंत्री हैं।वहां भगवंत मान के सामने कड़ी प्रतियोगिता में वर्तमान मुख्यमंत्री चन्नी, राष्ट्रीय छवि वाले नवज्योत सिंह सिद्धू , पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे दिग्गज हैं।देखना है इसबार भगवंत मान क्या गुल खिला पाते हैं।
हाल फिलहाल तो इस स्टैंडअप कॉमेडियन ने इनदिनों भावी मुख्यमंत्री की प्रतियोगिता में शामिल होकर सुर्खियां बटोरा हुआ है।सो, हम यही कहेंगे- फिल्मवालों को ऐसा वैसा ना समझो ये हैं बड़े काम की चीज!
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