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"मैं किस्मत को मानता हूं और जन्मों के साथी का विचार प्यार पर यकीन आसान बना देता है"- प्रभास

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"मैं किस्मत को मानता हूं और जन्मों के साथी का विचार प्यार पर यकीन आसान बना देता है"- प्रभास

ज़ी सिनेमा पर 24 अप्रैल को दोपहर 12 बजे हिंदी में 'राधे श्याम' के वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर के साथ प्यार, भाग्य और विश्वास की दुनिया में उतरने के लिए तैयार हो जाइए। 70 के दशक पर आधारित यह भव्य प्रेम कथा पारिवारिक मनोरंजन से भरपूर है, जो रविवार की दोपहर को एक परफेक्ट मनोरंजन लेकर आएगी। भारत की सबसे महंगी रोमांटिक जॉनर वाली इस फिल्म की कहानी बड़ी अनोखी है, जो पुराने ज़माने के यूरोप की पृष्ठभूमि पर आधारित है। इसमें भव्य नजारे और आकर्षक चित्रण है। इसके साथ ही इसमें सपनों के संसार वाला रोमांस, रहस्य, पॉपुलर चार्टबस्टर गाने और एक ऐसी कहानी है, जो किस्मत पर विश्वास करने के मामले में आपको दोबारा सोचने पर मजबूर कर देगी। हमें इस सफर पर ले जा रहे हैं बाहुबली स्टार प्रभास जिन्होंने हस्तरेखा विज्ञानी के रूप में अपने नए अवतार, विश्वास, ज्योतिष विज्ञान एवं जन्मों के साथी को लेकर अपने विचार, पूजा हेगड़े के साथ अपनी केमिस्ट्री और कई अन्य बातों पर चर्चा की।

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राधेश्यामएकप्रेमकहानीसेकहींज्यादाहै।हमेंबताइएकिइसफिल्ममेंआपकोसबसेज्यादाकिसबातनेआकर्षितकिया?

राधे श्याम भावनाओं से भरी प्रेम कहानी, रोमांस और थ्रिलर का एक ताजगी भरा मिश्रण है, जो गुजरे जमाने पर आधारित है। इस फिल्म को बड़े भव्य अंदाज में प्रस्तुत किया गया है। मेरे हिसाब से यह काम करने के लिए एक रोमांचक कॉम्बिनेशन है। जहां यह फिल्म प्यार और किस्मत की जंग दिखाती है, वहीं मुझे इस बात ने सबसे ज्यादा आकर्षित किया कि इस फिल्म के प्रमुख किरदार का दुर्भाग्य ही इस कहानी का विलेन है। मेरा किरदार विक्रमादित्य एक बड़ा हस्तरेखा विज्ञानी है, जिसके हाथों की लकीरों में प्यार का नामोनिशान नहीं है, लेकिन फिर भी उसे प्रेरणा से गहरा प्यार हो जाता है और वो दो अभागे प्रेमी बन जाते हैं। मैंने इस तरह की कहानी हाल फिलहाल में नहीं की है, इसलिए इसने मुझमें काफी दिलचस्पी जगाई। राधे श्याम रविवार की दोपहर के लिए एक बढ़िया फिल्म है और आप इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ एंजॉय कर सकते हैं।

हमनेआपकोइससेपहलेइसअवतारमेंनहींदेखाहै।इसेलेकरआपकाक्याअनुभवथा?

एक कलाकार के तौर पर हम अपनी रचनात्मक सीमाओं से आगे निकलने और अपनी प्रतिभा को परखने के लिए हर संभव किरदार निभाने की कोशिश करते हैं। राधे श्याम के साथ मुझे एक ऐसा किरदार निभाने का मौका मिला, जो भाग्य पढ़ने में जीनियस है। वो महिलाओं को आकर्षित करना जानता है, लेकिन प्यार करने से डरता है। इस तरह के किरदार में मुझे उसके व्यक्तित्व के अलग-अलग चेहरे दिखाने और उसकी कश्मकश को अभिव्यक्त करने का मौका मिला।

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राधेश्यामविश्वास, ज्योतिषविज्ञानऔरजन्मोंकेसाथीजैसीचीजोंकोदर्शातीहै।क्याआपइनसबपरविश्वासकरतेहैं?

भारत में ज्योतिष और हस्तरेखा विज्ञान की समृद्ध संस्कृति है। इस फिल्म के दौरान मैंने इस बारे में पढ़ा भी था। मेरी फैमिली भी ज्योतिष विज्ञान में मानती है, इसलिए मैं इसी विश्वास के साथ बड़ा हुआ हूं। व्यक्तिगत तौर पर मैं कभी किसी हस्तरेखा एवं ज्योतिष विज्ञान में शामिल नहीं रहा हूं। रही बात विश्वास और जन्मों के साथी की, तो हां मैं किस्मत को मानता हूं और जन्मों का साथी एक ऐसा विचार है, जो प्यार पर यकीन आसान बना देता है। 'राधे श्याम' दर्शकों को ज़िंदगी के अलग-अलग पहलू दिखाएगी और यह भी बताएगी कि कैसे ये सभी बातें हमेशा से साथ रही हैं और रहेंगी।

पूजाहेगड़ेकेसाथकामकरनाकैसारहा?

मुझे लगता है कि पर्दे पर राधे श्याम को बखूबी उतारने के लिए प्रेरणा और विक्रमादित्य की केमिस्ट्री आकर्षक होना बहुत जरूरी था। पूजा और मैंने इस कहानी को गहराई से समझा। पूजा साथ काम करने के लिए एक बढ़िया कलाकार हैं।

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आगेआपक्याकरनेवालेहैं?

मैं दर्शकों के लिए कुछ रोमांचक कहानी पेश करने के लिए काम कर रहा हूं। एक बहुभाषी पौराणिक ड्रामा 'आदिपुरुष' से लेकर सालार, प्रोजेक्ट-के और स्पिरिट जैसी फिल्में कर रहा हूं। कुल मिलाकर, आने वाले दिनों में दर्शक मुझे राधे श्याम की तरह ही अलग-अलग अवतारों और परिवेश में देखेंगे।

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