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इरफान खान के 54 वें जन्म दिन (सात जनवरी) पर अनूप सिंह की श्रृद्धांजलि

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इरफान खान के 54 वें जन्म दिन (सात जनवरी) पर अनूप सिंह की श्रृद्धांजलि

-शान्तिस्वरुप त्रिपाठी

‘किस्साः द टेल ऑफ ए लोनली घोस्ट’’ और ‘‘द सॉन्ग ऑफ स्कॉर्पियन्स’’ के निर्देशक अनूप सिंह ने अभिनेता के 54 वें जन्मदिन पर ‘इरफानः डायलॉग्स विद द विंड नामक पुस्तक की घोषणा’’  कर कला और दोस्ती को दी श्रृद्धांजलि

बॉलीवुड के अति प्रतिभाषाली और हर किरदार को अपने अभिनय से एक नया रंग दे देने वाले अभिनेता इरफान खान का 29 अप्रैल, 2020 को दुःखद व असामायिक निधन हो गया था। मगर आज सात जनवरी को इरफान खान के 54वें जन्मदिन के अवसर पर उन्हें श्रृद्धांजली के रूवरूप अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फिल्म निर्माता,निर्देषक और लेखक अनूप सिंह ने ‘इरफानः डायलॉग्स विद द विंड‘ पुस्तक की घोषणा उनकी कला और उनके मित्रता के लिए की।

अनूप सिंह के निर्देषन में स्व. इरफान खान ने दो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित फिल्मों ‘किस्साः द टेल ऑफ ए लोनली घोस्ट’ और ‘द सॉन्ग ऑफ स्कॉर्पियन्स’ में अभिनय किया था। और इन फिल्मों के निर्माण के दौरान अनूप सिंह व इरफान के बीच जो दोस्ती का रिष्ता विकसित हुआ था,उसे ही अनूप सिंह ने अपनी किताब में साझा किया है। यॅूं तो कॉपर कॉइन द्वारा प्रकाशित पुस्तक आधिकारिक तौर पर 14 फरवरी को जारी की जाएगी, लेकिन इस  पर प्री-आर्डर की जा सकती है।

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फिल्मकार अनूप सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वह पुरस्कार विजेता लेखक और फिल्म निर्माता हैं, जिन्होंने तीन प्रसिद्ध फिल्में, द नेम ऑफ रिवर (2003), किस्साः द टेल ऑफ ए लोनली घोस्ट (2013) और द सॉन्ग ऑफ स्कॉर्पियन्स (2017) बनाई हैं। आखिरी दो फिल्में इरफान खान के साथ थीं। इतना ही नही वह तीस से अधिक वर्षों से  विभिन्न विश्वविद्यालयों, फिल्म संस्थानों और कला विद्यालयों में सिनेमा पढ़ा रहे हैं।

इस संस्मरण वाली किताब में अमिताभ बच्चन ने प्रस्तावना लिखी है,जिन्होंने ‘पीकू’ सहित कई फिल्मों में इरफान के साथ काम किया था। बिग बी कहते हैं: “इरफान खान। तीव्रता। तीव्रता की जिम्मेदारी। जिम्मेदारी की मूक धार्मिकता। उसकी मूक धार्मिकता की वाक्पटु आँखें। अगर मुझे किसी ऐसे अभिनेता को पेश करना होता, जिसकी उपस्थिति मात्र परिष्कृत लालित्य के साथ अपने मन की बात कह सकती है, तो मैं तुरंत इरफान खान की ओर इशारा करता हूँ।”

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एक निर्देशक और एक दोस्त के रूप में दिवंगत अभिनेता के साथ अपने गहरे बंधन के बारे में बात करते हुए फिल्म निर्माता अनूप सिंह कहते हैं- “इस किताब का जन्म जबरदस्त दुःख से हुआ है। लेकिन याद रखने और लिखने में जो अंततः खुद की पुष्टि करता है, वह है ऐसे विलक्षण व्यक्ति और अभिनेता को जानने और उनके साथ काम करने का आनंद। यह पुस्तक इस अद्भुत व्यक्ति, एक समर्पित मित्र और एक कलाकार का उत्सव है, जो हमें इस बात की आत्मा में ले गया कि आज हमारी दुनिया में एक इंसान होने का क्या अर्थ है।”

कॉपर कॉइन के संस्थापक और संपादकीय निदेशक सरबजीत गरचा ने इस पुस्तक को प्रकाशित करने के लिए उत्साहित होने पर  कहा- “मैं अनूप सिंह के गद्य की काव्यात्मक तीव्रता से प्रभावित था। पुस्तक में जो दुःख के गले में शुरू होता है वह एक दुर्लभ चमक में बदल जाता है जिसे केवल दोस्ती में विश्वास ही ला सकता है। अनूप के शब्दों से इरफान जिस जुनून को जगाते हैं, उसे जीने का वादा करते हैं।”

किताब के प्रकाशन से खुश इरफान खान की पत्नी सुतापा सिकदर कहती हैं, ‘‘इरफान के लिए इससे बेहतरीन व अच्छा जन्मदिन का उपहार नही हो सकता,मैं इसी का सपना देख सकती थी। अनूप की किताब मार्मिक, गीतात्मक और भावपूर्ण है। यह मेरे साथ इतना प्रतिध्वनित हुआ कि मैं वास्तव में अनूप और इरफान की बातचीत को देख सकती हॅूं। शुभकामनाएं!‘‘

पुस्तक का कवर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता गुरविंदर सिंह द्वारा डिजाइन किया गया है।

किताब के बारे में

इरफान खान ने अभिनय की कला में एक आंतरिक सच्चाई और चालाकी लाई जो भारतीय सिनेमा में पहले शायद ही कभी देखी गई हो। एक व्यक्ति के रूप में, उन्होंने अपने संपर्क में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का विश्वास और स्नेह जीता। एक अभिनेता के रूप में उन्होंने विभिन्न प्रकार के युवा अभिनेताओं को धोखे को त्यागने और स्वयं के प्रति सच्चे रहने के लिए प्रेरित किया।

इरफान के साथ समीक्षकों द्वारा प्रशंसित दो फिल्मों के निर्देशक अनूप सिंह हमें इस असाधारण व्यक्ति और अभिनेता के साथ एक अनोखी यात्रा पर ले जाते हैं। यह पुस्तक   एक निर्देशक और एक अभिनेता के बीच काम करने के संबंधों की अंतरंग झलक पेश करती है। क्योंकि वह रचनात्मकता में मजबूती से स्थापित दोस्ती के लिए आपसी युद्ध, अनिश्चितताओं और भूलों से गुजरते हैं। जब हम उनके साथ पंजाब और राजस्थान की यात्रा करते हैं और उन्हें उनकी फिल्मों में काम करते हुए देखते हैं, तो हम बारीकी से कड़ी मेहनत के प्रति समर्पण और अनिश्चितता के लिए खुलापन देखते हैं जो इरफान के प्रदर्शन को इतना सम्मोहित कर देता है।

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अनूप सिंह अपनी प्रत्येक मुलाकात को जीवंतता प्रदान करते हैं- चाहे एक हिचकिचाहट सह-अभिनेता या एक प्यार-मारा चालक दल के सदस्य के साथ, एक रेगिस्तानी आकाश,जिसके उपर क्रेन के चक्कर लग रहे है, एक भूखा बैल,जो हमला करने के लिए तैयार है,जिसने  प्रतिभाशाली अभिनेता को अपने, अपने दर्शकों और दुनिया के साथ अपने भावुक संवाद को जारी रखने के लिए उत्साहित किया।

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