यदि आप अचानक एक लंबे कोमा से होश में आ जाएं और आपको ये पता चले कि आपका सबसे बड़ा दुश्मन खुद आप ही हैं, तो फिर आप क्या करेंगे? यही सवाल बॉब बिस्वास के सामने भी है! बॉब एक सीधा-सादा फैमिली मैन है, जिसकी एक पत्नी और दो बच्चे हैं। वो दिन में एक बीमा एजेंट और रात में एक कॉन्ट्रैक्ट किलर बन जाता है। डायरेक्टर दीया घोष द्वारा प्रस्तुत एक बेज़ार लेकिन रहस्यमय किरदार बॉब बिस्वास को दर्शकों के साथ-साथ आलोचकों ने भी बहुत पसंद किया है। यह फिल्म कोलकाता की कहानी है, जिसमें एक सीरियस क्राइम थ्रिलर में डार्क कॉमेडी शामिल की गई है। पर्दे पर हर पेंच को साफ तौर पर दिखाती इस फिल्म में अभिषेक बच्चन ने बॉब बिस्वास की भूमिका निभाई है, जिनके साथ खूबसूरत चित्रांगदा सिंह भी एक खास रोल में हैं। तो आप भी रोमांच और ड्रामा की इस दुनिया में खो जाने के लिए तैयार हो जाइए, जहां बॉब बिस्वास अपनी याददाश्त समेटकर अपनी दोहरी ज़िंदगी की उलझन से गुजरता है और अच्छाई और बुराई के दोराहे पर आकर खड़ा हो जाता है। देखिए ‘बॉब बिस्वास’ का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर, 30 अप्रैल को रात 9:30 बजे, सिर्फ ज़ी सिनेमा पर।
जब किसी फिल्म को देखने के बाद आपको वो किरदार और उसकी विचित्र आदतें याद रह जाती हैं, तो समझ लीजिए कि आपने कुछ खास देखा है। इस मामले में हम अभिषेक बच्चन को भी अनदेखा नहीं कर सकते, जिन्होंने बॉब बिस्वास के पेचीदा किरदार को परफेक्शन के साथ निभाने के लिए छोटी से छोटी चीज पर ध्यान दिया। चाहे उनके किरदार के चेहरे पर छाई अनिश्चितता हो, अपनी पहचान को लेकर उनका संघर्ष हो या फिर उनका शारीरिक बदलाव, उन्होंने हर बारीकी को बखूबी पेश किया है।
इस फिल्म के बारे में बात करते हुए अभिषेक बच्चन ने कहा, 'फिल्म कहानी में बॉब बिस्वास ने अपने अजीबोगरीब, लेकिन दिलचस्प किरदार के साथ दर्शकों को आकर्षित कर लिया था। जब सुजॉय मेरे पास बॉब बिस्वास की स्क्रिप्ट लेकर आए, तब मैंने कहानी भी नहीं देखी थी। इसलिए बॉब के किरदार को लेकर मेरा नजरिया बड़ा सीमित था। हालांकि लॉकडाउन के दौरान जब मैंने यह फिल्म देखी तो इसे देखकर मेरे होश उड़ गए थे। हमारी डायरेक्टर दीया ने जिस तरह से यह किरदार रचा था, उससे मेरे लिए इसे निभाना बड़ा आसान हो गया था। बॉब ज्यादा बात नहीं करता और एक प्रमुख किरदार होने के नाते इसकी कुछ खास बारीकियां दिखाने की जरूरत थी, जैसे एक आम मध्यमवर्गीय जिंदगी जीने वाला एक शांत दिमाग का हत्यारा किस तरह नजर आएगा। मुझे दर्शकों के साथ न्याय करने के लिए अपने किरदार में अच्छी तरह ढलना पड़ा। यह एक ऐसा किरदार है, जो पूरी फिल्म के दौरान आपको चौंकाता रहता है।'
इस फिल्म के बारे में बताते हुए चित्रांगदा ने कहा, 'जब मैंने पहली बार पढ़ा कि मैरी, बॉब बिस्वास की पत्नी है, जबकि बॉब अपने आप में एक गुत्थी है, तो मुझमें अपने किरदार को लेकर बड़ी उत्सुकता पैदा हुई। जहां वो बॉब की ज़िंदगी में हुई भयानक घटनाओं को जानने के बाद भी शांत बनी रही, वहीं उसने पूरी मजबूती से बॉब का साथ दिया और उसे सही रास्ते पर लाने के लिए धैर्यपूर्वक प्रयास करती रही। वो एक दमदार महिला है, जो दिखावा किए बिना ज़िंदगी की उलझनों से गुजरती है। इस किरदार की इसी छुपी हुई ताकत ने मुझमें दिलचस्पी जगाई और मैरी की यही खूबी मुझे बहुत पसंद आई।'
फिल्म बॉब बिस्वास हमें एक साधारण फैमिली मैन के सफर पर ले जाती है, जो एक पेशेवर हत्यारा है लेकिन शक्ल से बिल्कुल सीधा नजर आता है। वो 8 साल बाद कोमा से जागता है, लेकिन अपनी याददाश्त खो देता है। उसके बारे में कोई अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता और उसे अपने कुख्यात अतीत के बारे में कुछ भी याद नहीं है। लेकिन कहते हैं ना, आपका अतीत आपका पीछा नहीं छोड़ता! जहां बॉब एक सामान्य जिंदगी जीने के लिए संघर्ष करता है, वहीं एक बार फिर उससे हत्या करवाने के लिए संपर्क किया जाता है। इसके बाद वो नैतिक उलझनों में फंस जाता है।
आखिर बॉब असल में क्या है? जानने के लिए देखिए बॉब बिस्वास का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर, 30 अप्रैल को रात 9:30 बजे, ज़ी सिनेमा पर!