स्टार प्लस, न्यू-एज प्रोडक्शन हाउस कथा कॉटेज प्रोडक्शन एलएलपी के साथ मिलकर जल्द ही अपने दर्शकों के लिए 'ये झुकी झुकी सी नज़र' नामक एक नया फिक्शन शो लेकर आ रहा है, यह अपकमिंग शो दो टूटे दिलों (दीया और अरमान) की कहानी पर केंद्रित है, जो सामाजिक और व्यक्तिगत बुराइयों से लड़ते हैं, जिन्हे खुद किस्मत एकदूसरे से मिलाती हैं। दिल्ली में स्थापित इस शो की कहानी में अंकित सिवाच (अरमान) और स्वाति राजपूत (दीया) मुख्य भूमिकाओं में नज़र आएँगे। स्वाति राजपूत से उनके इस शो और किरदार पर हुई ख़ास बातचीत के कुछ प्रमुख अंश:
शो 'ये झुकी झुकी सी नज़र' में अपने किरदार के बारे में कुछ बताएं?
दीया एक पढ़ी-लिखी, आत्मविश्वासी और स्वतंत्र महिला हैं, जो अपनी त्वचा के रंग को लेकर बहुत सहज हैं। इस तथ्य के बावजूद कि उसे उसके रंग के कारण जीवन भर आंका गया है। दूसरों द्वारा पारित निर्णयों को अनदेखा करते हुए वो अपना जीवन अपने तरीके से जीती है और भेदभाव को लेकर हमेशा से समाज से लड़ती रही है। उसका मानना है कि 'सफलता का कोई रंग नहीं होता'। वह अपने बड़ों का सम्मान करती है और हमेशा जरूरतमंदों की मदद करती है।
शो में अपने किरदार के लिए की गई विभिन्न तैयारियों के बारे में बताएं?
एक कलाकार के तौर पर मैं हमेशा किरदार की बैक स्टोरी पर काम करना शुरू करती हूं। किरदार के कौन, क्या, कहाँ, क्यों, यह समझना महत्वपूर्ण है। मेरा मानना है कि यही बात किरदार में जान और रंग ले आती है। मैं इसे सबसे आसान सवाल से शुरू करती हूँ जैसे 'मैं कहां पैदा हुई थी'।
इस शो में दर्शकों के लिए क्या है?
'ये झुकी झुकी सी नज़र' में दीया की जीवन यात्रा को दिखाया गया है, जो कि सांवली है और समाज के साथ उसकी एक अलग लड़ाई है। यह समाज के लिए एक प्रेरक संदेश के साथ एक प्रेरक शो भी है कि किसी को भी उनकी त्वचा के रंग के आधार पर नहीं आंकना चाहिए। आखिरकार हम इंसान हैं और असुरक्षित हैं और हमसभी एक तरह की भावनाओं से निपटते हैं
इस शो में अपने पहनावे को लेकर कुछ बताएं?
दीया को भारतीय लुक में रहना बहुत पसंद है, उन्हें अपने लंबे बालों पर भी गर्व है क्योंकि यह उनके लिए उनकी ताकत का प्रतिनिधित्व करता है।
आपको स्टार प्लस और उनके नए शो 'ये झुकी झुकी सी नज़र' में काम करते हुए कैसा महसूस हो रहा है?
स्टार प्लस सबसे लोकप्रिय हिंदी एंटरटेनमेंट टेलीविजन चैनल है जो ऐसे कंटेंट बनाता है जो किसी न किसी तरह लोगों को प्रेरित करते हैं और मुझे खुशी है कि मैं इतने बड़े मंच पर इतने कड़े संदेश के साथ इस शो का नेतृत्व कर रही हूं।
क्या आपने अपने किरदार के लिए कोई खास प्रेरणा ली है, यदि हां, तो हमें बताएं कि इसने आपको अपने चरित्र को निभाने में क्यों और कैसे मदद की है?
मैं फिल्म देखने की शौकीन हूं, चाहे वह भारतीय सिनेमा हो या पश्चिमी, मुझे सिनेमा के बारे में सब कुछ पसंद है, खासकर फिल्म मेकिंग, संवाद और छायांकन की कला। मैं स्मिता पाटिल, शबाना आज़मी, दीप्ति नवल और मेरिल स्ट्रीप के कार्यों की प्रशंसा करती हूं। इसलिए उनके काम को देखने से मुझे हमेशा बेहतर काम करने और किरदार के नए पहलुओं को खोजने और दर्शकों के साथ भावनात्मक स्तर पर जुड़ने के लिए प्रेरित किया है।
हमें अपने सह-कलाकार अंकित के साथ साझा किए गए बॉन्ड के बारे में कुछ बताएं?
अंकित मधुर स्वभाव वाले, मज़ेदार व्यक्ति हैं। एक अभिनेता के रूप में उपस्थित होने के नाते मैं अंकित की सराहना करती हूं। यह सीन को और भी दमदार बनाता है। हम दोनों अपनी कलाओं को एक साथ लेकर आते हैं और हर सीन से पहले चर्चा करते हैं। हम हमेशा नई चीजों को आजमाने के लिए तैयार रहते हैं, एक-दूसरे को सुनते हैं और उस पल में, दृश्य में क्या हो रहा है, इसका जवाब देते हैं। उनके होने से सेट पर एक भरोसे का अहसास हुआ है।
अपनी सह-कलाकार मानसी जोशी रॉय के साथ आपके जो संबंध हैं, उसके बारे में हमें बताएं?
मानसी मैम एक प्यारी सह-अभिनेत्री और एक खूबसूरत इंसान हैं। हमने अभी तक सिर्फ एक छोटा सीक्वेंस शूट किया है लेकिन हम कला और किताबों पर एक दूसरे को बहुत जोड़ पाते हैं।
ऐसी कोई ख़ास बात जो इस शो को अन्य शो से अलग बनाती है?
इसकी कहानी और एक्सक्यूशन। यह कहानी बहुत गहरी है, जहाँ भावनाओं का नियंत्रण है, और बहुत लुभावने किरदार हैं, इसमें ऐसी पंक्तियां हैं, जिससे दर्शक खुदको जोड़ पाएंगे, इसके साथ टिक पाएंगे और यह शो उनके दिल में एक विशेष स्थान हासिल कर सकेगा।
आपको क्या लगता है कि आप इतने वर्षों में एक कलाकार के रूप में कैसे विकसित हुई हैं?
अब मैंने अपने चरित्र के हर भाव पर सवाल उठाना और तर्क करना शुरू कर दिया जो मुझे लगता है कि एक अभिनेता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
आप इन दिनों खुद को कैसे फिट रख रही हैं?
चूंकि मुझे नियमित वर्कआउट के लिए समय नहीं मिलता है, इसलिए मैं मुख्य रूप से अपने भोजन और आहार पर ध्यान केंद्रित करती हूं।
2022 के लिए आपका एजेंडा क्या है?
'ये झुकी झुकी सी नज़र' शो को मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूँ।
आप हिंदी टेलीविजन इंडस्ट्री को कैसे देखती हैं? इस नई बिरादरी का हिस्सा बनने के लिए आपको क्या उत्साहित करता है?
मुझे लगता है कि हिंदी टीवी इंडस्ट्री अब सास बहु ड्रामा नहीं है, विभिन्न चैनलों और अद्भुत कहानियों के साथ यह किसी अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म से कम नहीं है। इस नई बिरादरी का हिस्सा होना मुझे बहुत रोमांचित करता है। जैसा कि मुझे पहले ही दर्शकों से ढेर सारे संदेश और शुभकामनाएं मिलने लगी हैं और मेरा किरदार उनसे जुड़ रहा है।
आगे आप खुद को और क्या करते देखती हैं?
अभिनय के अलावा मुझे लिखने का भी शौक है। मेरे पास कुछ आइडियाज़ हैं जिन्हें मैं अपने तरीके से कही इस्तेमाल करना चाहती हूँ। एक अभिनेत्री के रूप में मैं अच्छा काम करना चाहती हूं जो मेरी कलात्मक आत्मा को संतुष्ट करे।
इस नए नॉर्मल के बीच अपने शो की शूटिंग करते हुए कैसा लगता है?
कहीं न कहीं यह अच्छा है क्योंकि हम अनावश्यक बातचीत से बचते हैं और चीजें अब अधिक पेशेवर हो गई हैं।
तेलुगु और हिंदी फिल्मों में काम करने के बाद, आपको इस हिंदी टीवी शो में आने के लिए क्या प्रेरणा मिली ?
जहां तक मैं इस शो की अच्छी कहानी और पटकथा पर काम कर रही हूं, तो एक कलाकार के रूप में मैं किसी भी मंच को नहीं आंकती। मुझे दीया माथुर की जीवन यात्रा और उनकी कहानी से प्यार है। मेरा खुद गेहुंआ रंग होने के नाते, मैंने ऐसी कई चुनौतियों का सामना किया है। मेरा मानना है कि यह एक बड़ा मुद्दा है और यह एक ऐसी कहानी है जिसे बताया जाना चाहिए।
क्या आपने अपने शो के लिए कोई आउटडोर सीक्वेंस शूट किया है?
हां, हमने दिल्ली के चांदनी चौक में शूटिंग की है। जामा मस्जिद के बैकग्राउंड में छत पर शूट करना किसी फिल्म की शूटिंग से कम अनुभव नहीं था।