तेलुगु सुपरस्टार और अब अखिल भारतीय दिल की धड़कन विजय देवरकोंडा के लिए अभी भी यह तय करना मुश्किल है कि पश्चिमी (अहमदाबाद) और उत्तर भारतीय (पटना) क्षेत्र के जिस भी शहर में वह ‘‘शानदार‘‘ फिल्म ‘लिगर‘ के प्रचार के लिए जाते हैं, उन्हें भीड़ दी जाती है प्यार करने वाले प्रशंसकों की भीड़ को प्यार करते हुए उन्मादी होकर. एनिमल-प्रिंट शर्ट पहने विजय को उत्साहित करता है, ‘‘मेरी मूल प्रचार योजना मेरे अखिल भारतीय गैर-तेलुगु प्रशंसकों के लिए खुद को ‘परिचय‘ करने की थी. यह मेरे लिए एक सुखद सदमा के रूप में आया जब वे सभी कोरस में मेरा नाम चिल्लाते हुए जोर-जोर से जयकार करने लगे. शुरू-शुरू में, मैं उलझन में था कि मुझे क्या करना चाहिए. फिर मैंने उनके साथ आराम करने, उनके साथ बातचीत करने, थोड़ी मस्ती करने का फैसला किया और फिर उन्हें 26 अगस्त को रिलीज होने वाली हमारी ‘लिगर‘ फिल्म देखने के लिए भी कहा, जिसका निर्देशन साउथ साइड के ‘शोमैन‘ पुरी जगन्नाथ ने किया है.
उनमें से ज्यादातर मेरी तेलुगु फिल्में सब-टाइटल हिंदी में भी देख रहे हैं और मेरी पहली हिंदी फिल्म ‘लिगर‘ का ट्रेलर देख रहे हैं, ‘‘कठिन, सुंदर अभिनेता को ‘चप्पल‘ (जूते) पहनना पसंद है क्योंकि वह वास्तव में अपने जीवन में रहता है आकस्मिक, मामूली छवि ‘लिगर‘ (25 अगस्त को रिलीज होने वाली) के बारे में सबसे चुनौतीपूर्ण-रोमांचक चीजों में से क्या थी, जिसका उन्हें अपनी भूमिका के लिए तैयारी और शूटिंग के दौरान सामना करना पड़ा. “जैसा कि आप जानते हैं, मैं एक थाई बॉक्सर की भूमिका निभा रहा हूं, जिसमें नायिका (अनन्या पांडे) के साथ उसके रोमांटिक दृश्य और कामुक गाने भी हैं. मार्शल आर्ट और किक-बॉक्सिंग और माइंड-ब्लोइंग एक्शन-स्टंट दृश्यों में यह गहन अनुशासित प्रशिक्षण था. लेकिन मुझे अपने निजी जीवन में मार्शल आर्ट पसंद है इसलिए मैंने इसका पूरा आनंद लिया. लेकिन मेरे हिसाब से सबसे बड़ी चुनौती मेरे संवादों के दौरान बार-बार ‘हकलाना‘ करना था, जहां मेरा सख्त मर्दाना स्क्रीन-कैरेक्टर ‘आई लव यू‘ भी नहीं कह सकता‘‘, मुस्कुराते हुए विजय को लगता है कि ‘लिगर‘ शायद उनकी सबसे -मांग और अब तक की सबसे कठिन फिल्म.
करिश्माई विजय, जिसे उनकी सभी सह-कलाकार नायिकाओं द्वारा सराहना की जाती है, विशेष रूप से अनन्या पांडे (उनकी ‘लिगर‘ नायिका) उनकी देखभाल, शिष्ट प्रकृति के लिए, मूल तेलुगु (2017) सुपर-हिट ‘अर्जुन रेड्डी‘ में नायक के रूप में चित्रित की गई थी. जिसे तब हिंदी में (मेगा-हिट) फिल्म ‘कबीर सिंह (2019)‘ के रूप में रीमेक किया गया था, जिसमें शाहिद कपूर ने कियारा आडवाणी के साथ विजय की भूमिका निभाई थी.
नई ‘पैन-इंडिया‘ फिल्मों और ‘उत्तर-दक्षिण‘ एकीकरण के संबंध में, विजय का अपना दिलचस्प विश्लेषण है. ‘‘पिछले छह दशकों में हमारे पास हमेशा दक्षिण की मेगा-स्टार नायिकाएं हैं (वैजयंतीमाला, हेमा मालिनी, श्रीदेवी, जयाप्रदा और अब दीपिका पादुकोण) हिंदी फिल्मों में रोमांटिक लीड के रूप में अभिनय करती हैं. जबकि मेरी अपनी तेलुगू सुपरहिट फिल्म ‘अर्जुन रेड्डी‘ में नायिका उत्तर से है. या फिर उसी ‘लिगर‘ के निर्देशक पुरी जगन्नाथ की पहली निर्देशित तेलुगु फिल्म ‘बद्री‘ (2000) में, यह मुंबई की अमीषा पटेल थीं, जिन्हें मुख्य कलाकारों में लिया गया था.
बहुत से लोग इस बात से अवगत नहीं हो सकते हैं कि थिएटर-स्टेज के पूर्व समर्पित अभिनेता विजय (छह नाटक) ने दैनिक-ऑडिशन और सहायक फिल्म भूमिकाओं के माध्यम से अपने तरीके से संघर्ष किया है. इस तेलुगु कॉमेडी 2016 की फिल्म ‘पेल्ली चोपुलु‘ (मैच-मेकिंग) को बनाने के लिए 60 लाख रुपये, जिसमें मैंने एकल लीड के रूप में अभिनय किया. इसे दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिले और इसने बॉक्स-ऑफिस पर 30 करोड़ रुपये (!!) कमाए. जब फिल्म की सफलता के बाद मुझे नौ लाख रुपये फीस के रूप में मिले, तो सच कहूं तो मुझे नहीं पता था कि इतने पैसे का क्या करना है (हंसते हुए). फिर तेलुगु ब्लॉकबस्टर ‘अर्जुन रेड्डी‘ (2017) आई, जिसने मुझे स्टारडम में लॉन्च किया, और फिर मैं अधिक हिट फिल्मों के साथ कभी भी आउट-ऑफ-वर्क नहीं हुआ. हालांकि मैं आध्यात्मिक हूं लेकिन पहले कभी ईश्वरीय भाग्य में विश्वास नहीं करता था, अब मैं अपने ऊपर मुस्कुराते हुए एक बड़ी छिपी हुई शक्ति की उपस्थिति महसूस कर सकता हूं,” मुखर देवरकोंडा मुस्कुराते हैं जो अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी के दिग्गज माइक टायसन के साथ अपना अनूठा अनुभव साझा करते हैं.
“हम सभी (कास्ट और क्रू) के लिए अद्भुत वैश्विक जीवित-किंवदंती अनुशासित माइक टायसन-सर के साथ मिलना और बातचीत करना एक यादगार अनुभव था. हालांकि वह डरावना लग सकता है, लेकिन वह बहुत प्यारा, शांत लेकिन तेज सतर्क व्यक्ति है. जब हम उससे बात करते हैं तो वह प्रतिक्रिया या स्वीकार नहीं करता है. लेकिन वह एक्शन-सीन को सटीकता और पूर्णता के साथ निष्पादित करता है - ठीक उसी पर चर्चा की गई थी, ‘‘बहुमुखी अभिनेता विजय याद करते हैं, जो जब रश्मिका मंदाना जैसी अपनी शानदार सह-कलाकार नायिकाओं से ‘रोमांटिक रूप से जुड़े‘ थे और अब अनन्या पांडे मानसिक रूप से परेशान या प्रभावित होने से इनकार करते हैं.
‘‘यह सब ‘संपार्शि्वक क्षति‘ है और शोबिज गेम का हिस्सा है. जब आप एक सार्वजनिक फिल्म स्टार सेलिब्रिटी होते हैं तो आपके उत्साही प्रशंसक आपके निजी जीवन और जीवन शैली के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं. क्या मीडिया की सुर्खियों में रहना बेहतर नहीं है कि कुछ भी न लिखा जाए, ”विजय हंसते हैं, जिनकी अगली देशभक्ति सैन्य-एक्शन मेगा-फिल्म ‘जन गण मन‘ (अगस्त 2023 को रिलीज) पूजा हेगड़े के सामने है. मोरक्को में आंशिक रूप से शूट की जाने वाली देशभक्ति थ्रिलर को भी वही पुरी जगन्नाथ-गारू ने निर्देशित किया है.
वैसे, ‘लिगर‘ का अर्थ है नर शेर और मादा बाघ की जू-नस्ल संकर संतान. इसलिए फिल्म का शीर्षक ‘लाइगर-साला क्रॉसब्रीड‘ है!
- चैतन्य पडुकोण