दशक की बेहतरीन फिल्मों में से एक दिल को छू लेने वाली जीवनी पर आधारित थ्रिलर फ़िल्म 'नीरजा' को आज छह साल पुरे हो गए है। जिसमें सोनम कपूर मुख्य भूमिका में थी और उनके साथ शबाना आज़मी, योगेंद्र टीकू, शेखर रवजियानी और जिम सराभ ने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जित लिया, यह फिल्म कराची में पैन एम फ्लाइट 73 के अपहरण पर आधारित है। फिल्म नीरजा भनोट के दृष्टिकोण से दिखाया गया है, जो कि विमान की प्रमुख फ्लाइट अटेंडेंट होती है और उन्होंने किस प्रकार पायलटों को सतर्क करके विमान अपहरण के प्रयास को विफल कर दिया और विमान को जमीन पर उतारा मगर यात्रियों और चालक दल को बचाने की मदद करने की कोशिश में भनोट की मौत हो जाती है। फिल्म की छठी वर्षगांठ पर इसके निर्देशक राम माधवानी इस कामयाब फिल्म की पूरी यात्रा को याद कर रहे है।
इस पर निर्देशक राम माधवानी ने कहा कि 'नीरजा को याद करते हुए हमें हमेशा नीरजा की मां और उनके परिवार को याद रखना चाहिए। जब हम परिवार से मिलने के लिए चंडीगढ़ गए तो वहां मैं नीरजा की माँ रमा भनोट से मिला, सच मानिए इतनी प्रफुल्लित महिला से शायद ही मिला रहूँगा। हम शूटिंग कर रहे थे और उन्होंने हमें अपना आशीर्वाद दिया मगर दुर्भाग्यवश वो इस फिल्म को नहीं देख सकी। उनकी यादों ने फिल्म को प्रेरित किया है कि किस तरह एक परिवार अपने बच्चे के चले जाने पर उसके दुख से कैसे बाहर आता है।'
आगे वो कहते है कि 'पिछले साल नीरजा के भाई अनीश भनोट का भी निधन हो गया, वो बहुत ही सज्जन पुरष थे। परिवार में अब भाई अखिल भनोट है। पिता, माता और भाई का निधन हो गया। हर 19 तारीख़ को राम माधवानी फिल्म्स की पूरी टीम, फॉक्सस्टार स्टूडियोज और ब्लिंग अनप्लग्ड की टीम भनोट परिवार की स्मृति को याद करेंगी। हम फिल्म के लिए उनके आभारी है।'
राम माधवानी द्वारा निर्देशित और साईवन क्वाद्रस और संयुक्ता चावला द्वारा लिखित इस फिल्म ने कई अवॉर्ड जीते जिसमें 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और 62वें फिल्मफेयर पुरस्कार में कई पुरस्कार जीते, जिसमें बेस्ट फिल्म (क्रिटिक्स), सोनम कपूर को बेस्ट अभिनेत्री (क्रिटिक्स) और बेस्ट सपोर्टिंग अभिनेत्री के लिए शबाना आज़मी सहित फ़िल्म ने कुल छह पुरस्कार जीते।