‘शुभ लाभ- आपके घर में’ की सविता, यानि गीतांजलि टिकेकर:
“पिछले दो सालों की तरह इस साल भी मकर संक्रांति में ज्यादा हलचल नहीं होगी। यह त्यौहार बहुत मायने रखता है, लेकिन फिर भी मैं इस बार कहीं जाने या लोगों को अपने घर बुलाने से बचूंगी। इस त्यौहार से जुड़ी मेरी सबसे अच्छी याद है अपने पूरे परिवार के साथ अलाव के पास बैठना, मौसम का मजा लेना और खेती का उत्सव मनाना। त्यौहार का जोश बढ़ाने के लिये मेरी माँ मूंगफली की चिक्की बनाया करती थीं, जो कि संक्रांति में मेरे साथ रहने वाला डेजर्ट है। मैं अपने सभी प्रशंसकों को खुशहाल और सुरक्षित मकर संक्रांति की शुभकामना देती हूँ और दिल से प्रार्थना करती हूँ यह त्यौहार पूरे साल के लिये सभी के लिये समृद्धि और अच्छी सेहत लेकर आए।”
‘वागले की दुनिया- नई पीढ़ी नये किस्से’ की वंदना, यानि परिवा प्रणति:
“इस साल मकर संक्रांति पर मैं पूरे दिन शूटिंग में व्यस्त रहने वाली हूँ। हालांकि, मैं अपने दिन की शुरूआत तिल के लड्डू खाकर करूंगी, जोकि संक्रांति के लिये मेरी फेवरेट मिठाई है और हमारी परंपरा में शामिल है। इस त्यौहार से जुड़ी मेरी सबसे अच्छी यादें हैं हर सुबह अपनी माँ को तिल के लड्डू बनाते देखना और उसकेबाद मैं जी भरकर लड्डू खाती थी। मैं अपने सभी प्रशंसकों को सुखद मकर संक्रांति की शुभकामना देती हूँ। आइये हम सभी सुरक्षित तरीके से अपने त्यौहारों का मजा लें और अपने रिवाजों का सम्मान करें। उम्मीद है कि यह त्यौहार आप सभी के लिये खुशियाँ लेकर आएगा!’’
‘ज़िद्दी दिल- माने ना’ के स्पेशल एजेंट फैज़ी, यानि आदित्य देशमुख:
“हर साल मेरी माँ बड़े ही प्यार से गुड़ और कुछ सीक्रेट इनग्रेडियेंट्स वाले तिल के स्वादिष्ट लड्डू बनाती हैं! मेरे दिन की शुरूआत मेरी पसंदीदा महाराष्ट्रीयन मिठाई गुळाची पोली खाने से होती है, जिसके बाद मैं पतंग उड़ाता हूँ। बचपन की मेरी सबसे अच्छी यादों में अपने दोस्तों के साथ पतंग उड़ाना और तिल के लड्डू खाना शामिल है। इस मिठाई के साथ हमारे मराठी कल्चर की एक कहावत जुड़ी है- ‘तिल गुल घ्या नि गोड गोड बोला’। तो इस बार त्यौहार के मौके पर हमें सकारात्मक सोचना है और सकारात्मक रहना है और सारी नकारात्मक बातें छोड़ देनी हैं। मेरी प्रार्थना है कि यह मकर संक्रांति सभी के जीवन में समृद्धि और खुशहाली लेकर आए और मैं उम्मीद करता हूँ कि सबकुछ पहले की तरह सामान्य हो जाए।”
‘ज़िद्दी दिल- माने ना’ के स्पेशल एजेंट करन शेरगिल, यानि शालीन मल्होत्रा:
“इस बार लोहड़ी पर मेरा ज्यादातर समय घर में बीतेगा। मेरी माँ के बिना यह मेरी पहली लोहड़ी है और यह मेरे लिये बहुत कठिन होगा। लोहड़ी पर मैंने हमेशा अपने परिवार के साथ समय बिताया है, अपने करीबी लोगों के साथ त्यौहार मनाया है और लोहड़ी की रीतियों और पूजा में भाग लिया है। लोहड़ी के लिये मेरी फेवरेट मिठाइयाँ हैं गजक, मूंगफली की पट्टी और रेवड़ी। मैं अपने शुभचिंतकों को खुशहाल और आनंद से भरी लोहड़ी की शुभकामना देता हूँ। सुरक्षित रहिये, सुखी रहिये और मैं आशा करता हूँ कि आने वाला साल सभी के लिये बहुत अच्छा रहेगा!’’