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तनिषा मुखर्जी का एनजीओ 'स्टैम्प' से तनिषा के स्वभाव का एक और पहलू उजागर हुआ

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By Mayapuri
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तनिषा मुखर्जी का एनजीओ 'स्टैम्प' से तनिषा के स्वभाव का एक और पहलू उजागर हुआ

भले ही दुनिया यह महसूस करने में समय ले रही है कि पृथ्वी का भविष्य हमारे हाथों में है और उसे बचाना हमारा ही काम है लेकिन तनीषा मुखर्जी के एनजीओ 'स्टैम्प' ने पहले से ही पर्यावरण को स्वस्थ और सुन्दर रखने का  दायित्व उठा लिया है और वनीकरण को बढ़ावा देने के स्पष्ट उद्देश्य के साथ,  उनका एंजियो 'स्टाम्प' भारत की आबादी को सही रास्ते पर लाने में गर्व महसूस करता है।
इस दिशा में 'अर्थ रिन्यूअल प्रोजेक्ट, द स्टैम्प स्कूल इनिशिएटिव, द स्टैम्प प्लाक प्रोग्राम' और कई अन्य रोमांचक और  मोटीवेटिंग पहलों की शुरुआत करते हुए, इस एंलाइटेंड ग्रुप ने लोगों को पेड़ पौधे उगाने, उसे पालने पोसने और देखभाल करने के लिए, शहर शहर और गाँव गाँव प्रेरित करने की कसम खाई। इसका उद्देश्य ग्रीन कवर को बढ़ाकर, उसका विकास करके, प्रकृति का, हम पर पड़ने वाले प्रभावों को समझकर, हमारे कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है।

तनीषा मुखर्जी ने हमसे बात करते हुए कहा, "स्टाम्प मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है और पर्यावरण की देखभाल करना हमेशा मेरे लिए मेरे स्वभाव का एक और अंग रहा है। मेरे माता-पिता, मेरा परिवार, सभी, मुझे हमेशा प्रकृति की देखभाल करने के इस मुहिम को लेकर सुपर सपोर्टिव और उत्साहजनक रहे हैं और अब हमारा उद्देश्य इस बात को जन जन तक फैलाना है। अधिक से अधिक लोगों को यह समझना और महसूस करना चाहिए कि मानव जीवन को बनाए रखने वाला हमारा पर्यावरण, धीरे-धीरे नष्ट हो रहा है और हमें इसे बचाना चाहिए। 'द स्टैम्प, गार्डन ऑफ़ द वर्ल्ड' और 'द स्टैम्प स्कूल' पहल जैसी योजनाओं से, हम पौधों के जीवन और प्रकृति को पोषित करने और इस पीढ़ी की मानसिकता में आवश्यक बदलाव लाने की आदत डालने की उम्मीद करते हैं।"

Author : सुलेना मजुमदार अरोरा

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