द वर्ल्ड फेमस ऑपेरा क्वीन जियोकोंडा वेसिचेली (इन्वेंटर पायनियर bollywoOPERA) से मैंने जितनी बार भी बातचीत की, मुझे वो किसी तिलिस्म की तरह रहस्यमयी लगी। हाँ, वो बिंदास है, बेलाग है, जो करती है डंके की चोट पर करती है, जो नहीं करती है, वो किसी की बाप की ताकत नहीं की उससे करवा ले। मेरे पास उनकी कुछ ऐसी तस्वीरें आई थी जो काफी बोल्ड थी जिसमें वो बेफिक्र अपने यौवन का जश्न मनाती नजर आई और फिर मेरी उनसे पिछले दिनों मुलाकात भी हुई जब वो विदेश यात्रा से हाल में ही लौटी थी और बहुत व्यस्त थी लेकिन मायापुरी जैसी पत्रिका के लिए वे इंकार नहीं कर पाई। प्रस्तुत है बातचीत के कुछ एक्सक्लूसिव अंश :
आपने एक बार एक साक्षात्कार में कहा था कि आपके साथ बहुत कुछ तब हुआ जब आप सिर्फ 12 साल की थी, क्या आप मुझे बता सकती हैं कि वास्तव में आपका क्या मतलब था?
जब मैंने अपना पहला संगीत कार्यक्रम किया तो मुझे लुसियानो पवारोटी ने देखा, जो जूरी में थे और सबसे बड़े इतालवी ओपेरा प्रतिभा एजेंसी के बोर्ड में शामिल थे। लुसियानो पवारोटी, दुनिया के सबसे बड़े ओपेरा सिंगर और कई अन्य शीर्ष ओपेरा गायकों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और उन्होंने मुझे चिन्हित किया। इस तरह, सबसे बड़े ओपेरा हाउस में, मेरे लिए करियर के दरवाजे खुल गए । यही बात मैं कर रही थी, पर आपने क्या सोच लिया? शरारत से मुस्कराई जियोकोंडा।
अपनी पढ़ने की आदतों के बारे में कुछ बताएं? आप एक लोकप्रिय, विश्व प्रसिद्ध सिंगर, कंपोज़र हैं। आप अपने गायन के जुनून को पढ़ने के शौक से कैसे जोड़ती हैं?
मैं हमेशा पढ़ती हूं, जब भी मैं लंबी उड़ान यात्रा में होती हूं। बचपन से ही मैं बहुत पढ़ती थी क्योंकि मेरी माँ हमेशा खिलौनों के उपहारों के साथ एक अच्छी किताब भी संलग्न करती थी। सामान्य तौर पर मेरे परिवार की संस्कृति में पढ़ना एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू रहा है। वास्तव में मैंने लगभग 500 पुस्तकें पढ़ी हैं, यहां तक कि जब मैं एक ओपेरा चरित्र की व्याख्या शुरू करती हूं तो मैं हमेशा चरित्र से संबंधित सभी ऐतिहासिक सूचनाएं पढ़ती हूं (उदाहरण के लिए यदि मैं महारानी एलिजाबेथ की भूमिका कर रही हूं, तो मैं जितना सम्भव हो सके उनके बारे में पढ़ती हूँ ताकि मैं उनके मनोविज्ञान और दैनिक जीवन के सभी पहलुओं को उजागर कर सकूं जो मैंने किताबों में पढ़ी है और फिर मैं जो चरित्र कर रही हूं उसके बारे में अपनी व्याख्या और दृष्टिकोण बना सकती हूं।
आपकी कुछ बेहद लुभावनी तस्वीरें मिली है जिसमें आप एक वॉटर बेबी दिख रही हैं, एक मत्स्यकन्या की तरह खेलती , तैरती, सुनहरी धूप में चमकते समुद्र पर अठखेलियाँ करती हुई , मुझे बताइए कि आपको तैरना और गीला रहना कितना पसंद है?
ओह मुझे स्वीमिंग से बहुत प्यार है। पानी मेरा तत्व है और मैं, यह महसूस किए बिना कि समय बीत रहा है, पूरा दिन पानी में बिता सकती हूं। विशेष रूप से जब मैं मछलियों से भरी अद्भुत जगहों में स्नोर्कल करती हूं, तो मैं उनकी तैराकी और रंगीन मूंगों से सम्मोहित हो जाती हूं.... . और मैं घंटों उनका पीछा करती हूं। यह मुझे बहुत सुकून देता है और ऐसा लगता है जैसे मैं एक अलग दुनिया में रह रही हूँ। एक बार ग्रीस में मैं अपने शरीर की ताकत का परीक्षण करने के लिए एक द्वीप से दूसरे छोटे द्वीप तक तैर गई थी, पहली नजर में मुझे यह थोड़ी दूरी पर दिख रहा था लेकिन फिर, यह दूसरे किनारे तक पहुंचने के लिए कभी न खत्म होने वाली यात्रा लगी मुझे .. एक और बार, फ्रेंच पोलिनेशिया में मैंने प्रकाश पथ की धारा से बहकर, बहुत लंबी दूरी तय की थी ..जिसका स्थानीय संस्कृति के लिए एक बड़ा आध्यात्मिक अर्थ भी है। ऐसा इसलिए हो पाया , क्योंकि मैं हमेशा उन अपरंपरागत और गुप्त वीआईपी स्थानों को चुनती हूं जहां बड़े पैमाने पर पर्यटन नहीं पहुंचता है। उदाहरण के लिए मैं हाल ही में पापुआ में या ब्रासील के रेगिस्तान में रही हूं, जहां आदिवासियों की मदद से मुझे पानी का एक ऐसा स्रोत यानी नखलिस्तान मिला, जहां आप नग्न तैर सकते हैं और बिना किसी छेड़खानी के आप अपने बचपन की भावनाओं में वापस जा सकते हैं। यह प्रकृति में एक गहरा विसर्जन है.. और मेरे जैसे प्रकृतिवादी के लिए जीवन में इससे बेहतर कुछ भी नहीं है।
आपका शरीर खूबसूरत है, जो आपकी बिकिनी फोटोज से साफ जाहिर होता है. .... आपकी वो तस्वीरें दिखाती हैं कि आप काफी बोल्ड हैं और अपने बोल्ड पोज़ के साथ बहुत सहज हैं? क्या मैं सही हूँ?
**मैं उन्हें बोल्ड नहीं मानती.. .. मैं उन्हें सिर्फ उस ऊर्जा का एक मुक्त प्रवाह मानती हूं जो मेरे अंदर है। मैं वास्तव में सिर्फ अपने स्वभाव का पालन करती हूं और मेरे अन्दर एक वाइल्ड स्वभाव है, इसलिए मेरे अनुसार सभ्यताओं द्वारा बनाई गई सभी चीजें एक तरह की जंजीर हैं। कपड़ों में जो भी रबर बैंड है (पतलून, पैंट की लोचदार आदि.) उन्हें मैं रक्त और ऊर्जा के प्रवाह में बाधा मानती हूँ ..। इसलिए जब मैं उन तथाकथित "असभ्य कहे जाने वाले समुदायों" के संपर्क में आती हूं, तो मुझे उनसे जलन होती है, जिन्हें कपड़े पहनने की जरूरत नहीं है, और वे स्वाभाविक रूप से प्रकृति के संपर्क में हैं। वे वही कपड़े पहने रहते है जिनके साथ वे पैदा हुए थे, यानी उनकी कोमल सुंदर मानव त्वचा (असली लेदर अहाहा !! :)) और उनके साथ कुछ हफ़्ते रहकर मैंने समझा है कि वे बहुत बुद्धिमान हैं, अपने इंस्टिट के माध्यम से वे ज्ञान के उस स्तर तक पहुँचने में सक्षम हैं जहां सैकड़ों वर्षों तक अध्ययन करने वाले कथित "सभ्य" कहे जाने वाले लोग अभी तक नहीं पहुंचे हैं। जब मैं ऑस्ट्रेलिया के आदिवासी लोगों (जिनके पास पृथ्वी के सबसे पुराना डीएनए है) के संपर्क में थी, तो मैंने यह महसूस किया है कि वे वास्तव में कितने सक्षम है। आजकल तो ऑस्ट्रेलियाई सरकार आदिवासी लोगों से तकनीक पूछती है, मिट्टी की सफाई के बारे में और पर्यावरण को संरक्षित करने को लेकर, क्योंकि वे समझ गए हैं कि यह उनकी भूमि को संरक्षित करने का एकमात्र तरीका है, क्योंकि "सभ्य" लोगों द्वारा भूमि का उपयोग करने के तरीके वास्तव में इसके विनाश की ओर ले जा रहे थे .. .इसलिए वे आज भी भूमि के "संरक्षकों" के पुराने ज्ञान से मदद मांगते हैं। और यह बुद्धिमान लोग, जो अध्यात्म से बहुत जुड़े हुए हैं, वे उन लोगों की तुलना में बहुत तेजी से समाधान तक पहुंचते हैं जो केवल बुद्धि का उपयोग करते हैं, और वे प्रकृतिवादी भी हैं। मेरी तरह ! :))
आपकी सनसनाती बिकिनी लुक पर आपके फैंस की क्या प्रतिक्रिया है?
मुझे लगता है कि वे ऊर्जा के उसी प्रवाह का हिस्सा बन जाते हैं जो मेरे अंदर है.. शायद उनमें से कुछ के लिए यह बहुत अधिक ऊर्जा है (नटखट हंसी बिखेरती है) इसलिए उन्हें बिजली का झटका लगता है। जैसा कि मुझे कमेंट्स मिलते हैं कि वे पिघल रहे हैं, जल रहे हैं आदि। वैसे शायद यह सुंदर भावना दिखाने का उनका अपना तरीका है। यह मुख्य रूप से मेरे पुरुष प्रशंसकों के कमेंट्स है। मेरी महिला प्रशंसकों की बात करें तो मेरी तस्वीरें देखकर वे प्रेरित महसूस करती हैं और उनकी टिप्पणियां मुख्य रूप से इस बात पर होती हैं कि मैं कहां हूं, मैं क्या कर रही हूं, कैसे मैं ऐसे रेगिस्तानी स्थानों में अकेली यात्रा कर रही हूँ, किसी चीज से डरती कैसे नहीं? .. .वे लिखती हैं "काश मैं भी आपके जैसे बहादुर होती ", "काश मुझे अपने शरीर के लिए वही प्यार होता जो आपके पास है", वे मुझसे सुझाव चाहती हैं कि इतना आत्मविश्वासी कैसे बनें", और मैं उन्हें सुझाव देने की कोशिश करती हूं कि कैसे .उनकी असुरक्षाओं पर काबू पाया जाए।
क्या बॉलीवुड ने आपकी शरारती, हॉट बिकनी तस्वीरों पर ध्यान दिया?
दुर्भाग्य से अभी तक बॉलीवुड उस खुले दिमाग तक नहीं पहुंचा है जो हॉलीवुड में 1950 से ही है। इसलिए जब भी बॉलीवुड इंडस्ट्री के अधिकांश लोग बिकनी देखते हैं तो वो उनके लिए हॉलीवुड में नग्न शरीर के बराबर होता है.. दोनों सिनेमा जगत की मानसिकता में हमेशा 50 या 70 साल का अंतर होता है। गाल पर चुम्बन जो पश्चिमी संस्कृति में सामान्य है. वो भारत में होंठ पर चुंबन के बराबर है.. या पश्चिम में जो होंठ पर चुम्बन है वो भारतीय दर्शकों को मुख मैथुन के बराबर लगता है और इसी तरह और भी बहुत कुछ। इसलिए मेरी टीम कभी-कभी मुझे कई ऐसे निर्देशकों के द्वारा भेजी गई अभिनय अनुरोध दिखाती है जो एक अलग तरह की फ़िल्में बनाती है जिसे मैं स्पष्ट रूप से अस्वीकार करती हूं। भले ही मेरी भारतीय टीम सहायक, मुझे अपने इंस्टाग्राम पेज से मेरी बिकनी तस्वीरें हटाने का सुझाव दे ताकि उन्हें इस तरह के वाहियात अभिनय अनुरोधों का जवाब देने की आवश्यकता न हो .... लेकिन मैं नहीं मानती , मैं उन्हें सिर्फ यह बताती हूं कि मैं अपने स्वभाव और ऊर्जा के प्रवाह को ब्लॉक नहीं कर सकती, सिर्फ इसलिए कि कुछ निर्देशकों का दिमाग 70 साल पहले जम गया है.. इसलिए हम सिर्फ फोन पर ब्लॉक कर सकते हैं ऐसे लोगों की संख्या.. आसानी और खुशी से। मैं एक अंतरराष्ट्रीय कलाकार हूं और अगर आप मेरे कई अमेरिकी और यूरोपीय सहयोगियों के इंस्टाग्राम पेज देखें, तो वे मुझसे भी बहुत अधिक खुला शरीर दिखा रहे हैं और बिना किसी समस्या के। मुझे लगता है कि शरीर एक सुंदर उपहार है जो हमें ईश्वर ने दिया है और हमें इससे शर्मिंदा नहीं होना चाहिए, बल्कि हमें इसे इसकी पूरी सुंदरता में उजागर करना चाहिए। मैं इटली से आई हूं, एक ऐसी भूमि जहां सभी बड़े मूर्तिकार और चित्रकार जैसे डोनाटेलो, माइकल एंजेलो, लियोनार्डो दा विंची आदि पैदा हुए हैं। जहां आजकल अरबों डॉलर मूल्य की कई नग्न मूर्तियों का उत्सव मनाया जाता है, जो कि सबसे बड़े आकार में प्रदर्शित होते हैं दुनिया के संग्रहालय में और हर साल इतने सारे पर्यटक उन्हें देखने आते हैं और यहां भी तो आपका सुंदर भारतीय खजुराहो मंदिर भी बहुत प्रेरणादायक है, और मुझे खुशी है कि हाल ही में आपकी भारत सरकार ने वहां पहुंचने के लिए एक हवाई अड्डा भी खोला है। जब मैं खजुराहो मंदिर देखने गई थी उस समय हवाई अड्डा नहीं था और वहाँ पहुँचना इतना कठिन था.. लेकिन निश्चित रूप हर कठिनाई झेलकर भी वो देखने लायक है।
क्या आपको अच्छे बॉलीवुड फिल्मों के ऑफर मिलते हैं?
हां, लेकिन मैं एक बहुत ही चूज़ी कलाकार हूं, और मैं खुद एक निर्देशक होने के नाते जब देखती हूं कि तकनीकी रूप से निर्देशन मेरे मानकों में खरा नहीं उतर रहा है या जब बाकी कलाकार ठीक से काम नहीं करते हैं, या जब मुझे स्क्रिप्ट पसंद नहीं आती है तो मैं विनम्रता से उस फिल्म में अभिनय करने से मना कर देती हूं। हाल में, मुझे 2 बड़े फिल्म निर्देशकों की तरफ से दो स्क्रिप्ट मिली हैं जिनकी मैं बहुत प्रशंसा करती हूं, इसलिए मैं इसे स्वीकार करने पर विचार कर रही हूं। लेकिन मैं किरदार को बेहतर ढंग से समझना चाहती हूं ताकि मैं इसे अच्छी तरह से प्रस्तुत कर सकूं। इसलिए मेरा सही चुनाव करने के लिए बैठकें चल रही हैं
क्या आप हिंदी के साथ साथ साउथ फिल्म के ऑफर के लिए हां कहेंगी?
क्यों नहीं! अगर मुझे स्क्रिप्ट, डायरेक्शन और बाकी कास्ट पसंद आए और शूटिंग के डेट्स मेरे एजेंडे से मेल खाते हैं, तो मुझे हिन्दी के साथ साउथ की फ़िल्में करने में कोई आपत्ति नहीं है, यह देखते हुए कि आजकल हिंदी और साउथ दोनों इंडस्ट्री में अच्छी फिल्में बन रही हैं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खुद को स्थापित कर रहे हैं।
अपने अति व्यस्त कार्यक्रम के बाद आप अपने दिमाग को कैसे शांत करती हैं?
रोज़ योग और ध्यान के माध्यम से। जीवन में कोई जंक फूड नहीं, कोई जंक लोग नहीं, अच्छा सेक्स, प्रति दिन 7 लीटर पानी, धूम्रपान नहीं, शराब नहीं, कोई ड्रग्स नहीं, अच्छी कंपनी और अच्छे लोगों के साथ ढेर सारी हंसी और कुछ चॉकलेट।
आप किस भगवान की पूजा करती हैं? कोई हिंदू भगवान?क्या आप मंदिरों में जाती हैं? आपके मंदिर दर्शन पर पुजारी कैसे प्रतिक्रिया करते हैं?
गणेश और शिव शक्ति को मैं मानती हूँ। मैं सभी मंत्रों को संस्कृत भाषा में जानती हूं, जबकि मैंने भारत आने से पहले कभी इन मंत्रों को नहीं सुना। जब मेरे पंडित जी ने पहली बार एक सीडी से उन मंत्रों को सुनाया और देखा कि मैं उन्हें पहले सुने बिना भी गा सकती हूं तो उन्होंने मुझसे कहा कि मैं पिछले जन्म से एक भारतीय व्यक्ति रही हूँ .. और मैं वास्तव में इस पर विश्वास करती हूं और ऐसा ही महसूस करती हूं खासकर इसलिए कि मैं बचपन से शाकाहारी रही हूँ। मुझे याद है कि मेरी माँ मुझे मटन खिलाने के लिए, फोर्क में एक टुकड़ा फँसा कर मेरे घर के लंबे गलियारों में मेरे पीछे भागती रहती थी और मैं मांस नहीं खाना चाहती थी (ध्यान रहे, मांस इतालवी लोगों के लिए जरूरी फूड है ) लेकिन उधर मैं पूरी की पूरी मिर्च च्युइंगम की तरह खाती थी जबकि इटली में कोई मिर्च नहीं खाता। हम मुख्य रूप से केवल तेल और नमक का उपयोग करते हैं) इसलिए मेरी माँ मुझे कहती थी कि क्या तुम कोई भारतीय हो जो मजे में पूरी की पूरी हरी मिर्च ऐसे खा लेती हो जैसे कोई स्नैक्स है? और भी कई बातों से मुझे पिछले जन्म में भारतीय होने का एहसास हुआ, जब मैंने कुंभ मेले में, गंगा नदी में तीन गहरी डुबकी ली और साधुओं और अतुलनीय भारतीय लोगों के साथ संगत किया।
जियोकोंडा वेसिचेली के सीक्रेट अध्यायों से कोई एक अध्याय कहिए?
मैंने बहुत सारी यात्राएँ की हैं (मैंने लगभग पूरी दुनिया को कवर किया है) और मैंने सीखा है कि कैसे यात्रा के दौरान अपने कपड़े को तह लगाना और खोलना होता है ताकि वे आपको एक आंनद दायक जीवन जीने में मदद कर सके, और साथ ही वो आपके यात्रा लगेज में भार ना बढ़ाए। आप को वही सामान ले जाना है जो आपके काम आए पर आपके लिये बाधा ना बने। यात्रा का सामान आवश्यक, हल्का, लचीला, ठोस होना चाहिए और इस करीने से लगा होना चाहिए कि आप आसानी से उन चीजों में से उन्हें फेंक सके जो अनुपयोगी हो गई हो, ताकि उसकी जगह नई चीजें प्रवेश कर सकें। दरअसल सामान हमारा जीवन है, कपड़े हमारे अनुभव हैं, यात्री हम में से प्रत्येक है जो सामान का मालिक होता है।"
Gioconda Vessichelli के रहस्य से (अध्याय 18)
चलते चलते ये क्या जीवन रहस्य कह गई जियोकोंडा? हर इंसान एक यात्री ही तो है, और अपने तन मन में ना जाने कितने जंक का बोझ ढोकर जी रहें हैं। इन्हें उतार फेंकिए, जीवन को हल्का कर लीजिए और भरपूर आंनद लीजिए।