Advertisment

Jiya Shankar: मैं एक अंतर्मुखी और शर्मीली बच्ची थी

author-image
By Lipika Varma
New Update
Jiya Shankar: मैं एक अंतर्मुखी और शर्मीली बच्ची थी

Jiya Shankar जल्द ही रितेश देशमुख के साथ मराठी निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'वेड' में नजर आएगी. वह साउथ सिनेमा में पहले से ही एक जाना माना नाम हैं. फिल्म में जेनेलिया देशमुख भी हैं और यह 30 दिसंबर को रिलीज होगी. जिया से एक्सक्लूसिव बातचीत की कुछ अंशः

साउथ सिनेमा में खुद को स्थापित करने के बाद आप अपनी मातृभाषा (मराठी) में एक फिल्म से डेब्यू करने जा रहे हैं. अनुभव कैसा रहा?

यह अद्भुत था. मुझे उम्मीद नहीं थी कि ऐसा होगा. मुझे लगता है कि यह मेरे भाग्य में लिखा था. अगर मेरी दिलचस्पी थी तो मुझे एक दिन कास्टिंग डायरेक्टर का फोन आया. वो रितेश देशमुख थे, मैं ना कैसे कह सकती थी? कोई ऑडिशन नहीं थे. मुझे नहीं पता कि मुझे कैसे चुना गया! मुझे लगता है कि कास्टिंग डायरेक्टर ने मेरी तस्वीरें दिखाई होंगी... रितेश ने मुझे फिल्म और कहानी के बारे में बताया था.

अपनी यात्रा के बारे में कुछ बताएं?

मैंने 16 साल की उम्र में शुरुआत की थी. खुद को संवारने में थोड़ा समय लगा. मैं एक अंतर्मुखी और शर्मीली बच्ची थी. मैं एक महाराष्ट्रीयन हूँ. मुझे पहला ब्रेक तब मिला जब मैं 18 साल की थी एक तेलुगु फिल्म में. प्रतिक्रिया ठीक थी.

वेड क्या है?

वेड का अर्थ है पागलपन. यह तिकड़ी प्रेम कहानी बिल्कुल नहीं है. यह दो अलग प्रेम कहानियां हैं और प्यार बिल्कुल अलग है. रितेश दोहरी भूमिका नहीं निभा रहे हैं. हां, मैं रितेश के अपोजिट हूं और जेनेलिया भी उनके अपोजिट हैं. कहानी बहुत अलग है इसलिए मैं आपको इसके बारे में नहीं बता सकती.

अपनी भूमिका के बारे में थोड़ा विस्तार से बताएं?

वह जीवन से भरी हुई है और वह पल में जीने में विश्वास करती है. वह बिंदास है और एक तरह से वह जीवन से भरपूर है. मैं उसके जैसी हूं, मैं उससे पूरी तरह से संबंधित  हूं. वह जिस तरह से हैं और जीवन के बारे में बोलती हैं, फिल्म में मेरे जितने भी डायलॉग हैं, उनमें से हर एक खूबसूरत है. उसे अपने आप पर इतना भरोसा है. जिस तरह से वह खुद को कैरी करती हैं, वह भी थोड़ा ओल्ड स्कूल है. उसने कॉलेज खत्म कर लिया है और शादियों को डिजाइन करना पसंद करती है. हां, मैं एक वेडिंग डिजाइनर हूं.

यह देखते हुए कि वह 'वेड' को प्रोड्यूस कर रही हैं, क्या आपको जेनेलिया से बात करने का मौका मिला?

लोग कैसे हैं और कैसे बात करते हैं, इस बारे में हमारी सामान्य बातचीत हुई. वह हर दिन सेट पर मौजूद रहती थीं. जब भी हम साथ होते थे, खूब बातें करते थे. वह वास्तव में साथ घूमने के लिए बहुत अच्छी है. मैंने रितेश से जितना बात की होगी उससे कहीं ज्यादा मैंने उनसे जेनेलिया, बात की है. क्योंकि रितेश फिल्म का निर्देशन और अभिनय किया है  इसलिए उनके कंधों पर काफी जिम्मेदारियां थीं. वह हमेशा बहुत व्यस्त रहते थे. हमारे दृश्यों को करने के अलावा मुझे कभी भी उनसे ज्यादा बात करने का अवसर नहीं मिला.

हमें बताएं, हिंदी फिल्म उद्योग के किन अभिनेताओं/निर्देशकों के साथ आप काम करना चाहेंगे?

करण जौहर, इम्तियाज अली, जोया अख्तर के साथ काम करना सपना है. वह मेरी पसंदीदा महिला निर्देशक हैं. जिन अभिनेताओं के साथ मैं काम करना चाहूंगी वे हैं- वरुण धवन और अमिताभ बच्चन सर. मैं ऋषि कपूर सर के साथ काम करना चाहती थी. 'बॉबी' मेरी पसंदीदा फिल्म है. मैंने यह फिल्म अपने परिवार की वजह से देखी. मुझे उनके अभिनय करने के तरीके और उसकी मासूमियत से प्यार हो गया. कम से कम उनसे मिलने का तो सपना था. कपूर एंड संस में उनके काम ने मुझ पर एक अमिट छाप छोड़ी है.

Advertisment
Latest Stories