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Pushpa Impossible की Karuna Pandey कहती हैं, "पुष्पा की सकारात्मकता और आशावाद लोगों को प्रेरित करते हैं"

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By Mayapuri Desk
Pushpa Impossible की Karuna Pandey कहती हैं, "पुष्पा की सकारात्मकता और आशावाद लोगों को प्रेरित करते हैं"
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प्रेरणादायक कहानी की पृष्ठभूमि पर आधारित, पुष्पा इम्पॉसिबल सोनी सब पर प्रसारित होने वाला एक बेहद लोकप्रिय भारतीय ड्रामा है, जो पुष्पा पटेल के जीवन के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसकी भूमिका बहुमुखी प्रतिभा वाली करुणा पांडे ने निभाई है. एक मध्यम उम्र की सिंगल मां के रूप में, पुष्पा की यात्रा सहजता, दृढ़ संकल्प और बाधाओं को दूर करने की अटूट भावना का प्रमाण है. उनकी यात्रा को दर्शाते हुए, यह सीरीज़ “इम्पॉसिबल” शब्द को “आई एम पॉसिबल” में बदलने के सार को खूबसूरती से दर्शाती है, और आत्म-विश्वास, दृढ़ता और अपने भाग्य को फिर से लिखने की ताकत पर ज़ोर देती है.

करुणा पांडे ने इस मनोरम भारतीय ड्रामा की पहली वर्षगांठ मनाते हुए अपनी खुशी और उत्साह को व्यक्त किया, जिसने एक साल से दर्शकों के दिलों पर कब्ज़ा किया हुआ है. उनका शानदार चित्रण इस धारावाहिक के मुख्य किरदार को सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा का प्रतीक बना देता है.

पिछले एक साल में, पुष्पा इम्पॉसिबल में आपका किरदार कैसे विकसित हुआ है? क्या आप अपने किरदार की यात्रा के बारे में कुछ जानकारी साझा कर सकते हैं?

पुष्पा ने पिछले एक साल में काफी लंबा सफर तय किया है. वह ऐसी महिला है जो अपने पति के छोड़े जाने और बड़े धोखे के बाद पाटन गांव से मुंबई आ जाती है. उसका लक्ष्य हर संभव तरीके से अपने बच्चों का सर्वोत्तम पालन-पोषण करना है, और यहीं से उसकी मूल यात्रा शुरू हुई. वह शिक्षा हासिल करने के दौरान कठिनाइयों का सामना करती है, अपने परिवार के लिए लड़ती है, और अपने दम पर सब कुछ साथ रखने की कोशिश करती है.

किसी भी टेलीविज़न शो के लिए एक साल महत्वपूर्ण उपलब्धि है. पीछे मुड़कर देखें, तो आपको क्या लगता है कि पुष्पा के चरित्र विकास के कौन से पहलू दर्शकों को सबसे ज्यादा पसंद आए?

पुष्पा के किरदार में क्रमिक और स्वाभाविक दोनों तरह से बहुत विकास हुआ है. इस उम्र में भी, वह अपनी इच्छाओं को बेहद जुनून के साथ पूरा करने की कोशिश करती है, वह समर्पित मानसिकता के साथ शिक्षा ग्रहण करती है और 10वीं कक्षा में दाखिला लेती है, जहां से उसने अपनी पढ़ाई छोड़ी थी. वह प्रवेश पाने और अपनी पढ़ाई पूरी करने की कठिन लड़ाई में कई बार गिरती है और उठती है. अपने पूरे जीवन में गुजराती भाषी लोगों को जानने और उनके बीच रहने वाली महिला एक अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में प्रवेश पाती है, और उसके लिए उत्तीर्ण अंक पाने की कोशिश करना काफी कठिन था. वह एक छात्रा, समाज की एक ज़िम्मेदार महिला और यहां तक कि दो बच्चों की मां होने के बीच अपने जीवन को संतुलित करती है. पुष्पा में जबर्दस्त भावनात्मक विकास हुआ है और दर्शकों के लिए देखने के लिए और भी बहुत कुछ है.

पुष्पा इम्पॉसिबल महिलाओं से संबंधित विभिन्न सामाजिक कलंकों और विषयों से निपटती है. आपके किरदार ने इन विषयों पर जागरूकता फैलाने या विचार-विमर्श को बढ़ावा देने में कैसे योगदान दिया है?

पुष्पा ने रूढ़िवादिता को चुनौती देकर और महिलाओं को साहस के साथ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करके, समाज में किसी सामान्य महिला के निरूपण को बदल दिया है. पुष्पा ऐसी महिला है जिसने दिखाया है कि अगर कोई महिला अपने सपनों को पूरा करने का फैसला करती है तो उसे कुछ नहीं रोक सकता है, और सपने उम्र की सीमा में नहीं बंधते हैं. उसने हमें यह भी याद दिलाया है कि हम अपने आस-पास की महिलाओं को सिर्फ एक मां, बेटी, बहन या पत्नी से बढ़कर देखें. पुष्पा ने लोगों को सिखाया है कि वे खुद खुश और संतुष्ट रहकर ही अपने परिवार को संतुष्ट रख पाएंगे. अंत में, मैं कहूंगी कि उसने हमें पिछले एक साल में हर छोटी जीत का जश्न मनाना सिखाया है.

शो में पुष्पा का किरदार निभाने का कौन सा पहलू मुख्य अभिनेत्री के रूप में आपका पसंदीदा रहा है? आप उसके व्यक्तित्व या यात्रा के किन तत्वों से प्रभावित हुई हैं?

पुष्पा के किरदार को निभाने का मेरा पसंदीदा पहलू जीवन के प्रति उसका जुनून और आशावाद है, उसकी सकारात्मकता और आशावाद लोगों को प्रोत्साहित और प्रेरित करते हैं. वह लड़ाकू है! वह पूरे दिल से जीवन जीने में विश्वास रखती है और उसने हार मानने में कभी विश्वास नहीं किया. मुझे उसके अंदर के उस छोटे बच्चे से प्यार है, जो खुशी से घूमती है, परेशानी में पड़ती है, चोट लगने पर सिसकती है और हमेशा अपने अंदर मासूमियत रखती है.

पुष्पा इम्पॉसिबल के एक साल पूरे होने पर, आपको क्या लगता है कि शो ने दर्शकों पर क्या प्रभाव डाला है?

इस शो ने दर्शकों पर खासा प्रभाव डाला है. लोग अक्सर हमारे पास यह कहते हुए आते हैं कि इस शो ने उन्हें जीवन को नए नज़रिए से देखना सिखाया है. वे अक्सर हमें बताते हैं कि कैसे इसने उन्हें अपने सपनों को पूरा करने, पारिवारिक विवादों को सुलझाने और यहां तक कि जुनून के साथ शिक्षा पूरी करने के लिए प्रेरित किया है. मनोरंजन के कई अन्य माध्यम और कई ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर कॉन्टेंट होने के बावजूद, वे सोनी सब पर शो देखना पसंद करते हैं, जो बहुत खुशी की बात है. मेरा मानना है कि शो के इस एक साल में, हमने दर्शकों को अपने जीवन में नई तरह से आगे बढ़ने के लिए काफी साहस और आशावाद दिया है.

एक शो के रूप में पुष्पा इम्पॉसिबल उन शो से बहुत अलग है, जो हम आजकल देखते हैं. आपके अनुसार ऐसा क्या है जो इसे अलग करता है और वर्तमान समय में प्रासंगिक बनाता है?

अन्य शो की तुलना में, पुष्पा इम्पॉसिबल अलग और बहुमुखी है. यह शो वास्तविकता से जुड़ा है और यही बात इसे दूसरों से अलग बनाती है. इसके अलावा, दो महत्वपूर्ण कारक लेखन और निष्पादन है. हमारे शो के निर्माता खुद ही रचनात्मक लोग और कलाकार हैं, और वे रिश्तों, भावनात्मक ग्राफ, और विकास के बारे में सब कुछ समझ सकते हैं. आतिश कपाड़िया और भावना व्यास ने ऐसी स्क्रिप्ट तैयार की, जो इतनी मजबूत और आशाजनक थी कि जो कोई भी इसे पढ़ता उसे पता चल जाता कि यह ड्रामा दर्शकों पर बहुत बड़ा प्रभाव डालने वाला है. हमारे निर्देशक प्रदीप यादव ने स्क्रिप्ट का शानदार निष्पादन किया है और जिस तरह से वह कलाकारों पर विश्वास करते हैं, उससे किरदारों को जीवंत किया गया है. पुष्पा इम्पॉसिबल की पूरी टीम स्क्रीन पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए हर दिन पूरे दिल से योगदान देती है.

और ट्विस्ट के लिए देखते रहें पुष्पा इम्पॉसिबल, सोम-शनि, रात 9:30 बजे केवल

#Pushpa Impossible #Karuna Pandey
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