सवाल- आपका अनुभव क्या रहा और यात्रा के बारे में भी कुछ बतायें?
डेज़ी- यह भावनाओं का मिश्रण था. हमने सेट पर खूब मस्ती की, हम सभी ने यात्रा का आनंद लिया.
अंजुम- शो के सफर की बात करें तो मेरे हिसाब से यह सफर मंजिल से कहीं ज्यादा खूबसूरत था. सच कहूं तो मेरी यात्रा घबराहट भरी स्थिति से गुजरी है क्योंकि मैंने अपने सभी स्टंट बहुत घबराहट के मूड में पूरे किए हैं.
डेज़ी- हम सभी ने 'डरता है पर करता है' पंक्ति के साथ अंजुम का शीर्षक भी रखा है.
अंजुम- असल में ये लाइन मुझे शिव ने दी थी. ईमानदारी से कहूं तो मैं डरा हुआ था लेकिन मैंने अपने कार्यों को पूरा करने की पूरी कोशिश की.
शिव- पहले तो वह डर जाती थी लेकिन निष्कर्ष की ओर बढ़ते हुए वह उसके कार्यों को पूरा करती थी और जीतती थी.
सवाल- आइए इसी संबंधित विषय पर बात करते हैं. तो पहले तो आप एलिमिनेट हो गए लेकिन शो में वापस लौट आए. पिछले दिनों ये खबर वायरल हो गई तो क्या हम जान सकते हैं कि इस खबर में कितनी सच्चाई है?
अंजुम- बेशक यह खबर सही है लेकिन इन सबके अलावा मैं कई स्टंट हार भी गई हूं और कुछ में जीत भी हासिल की है. हो सकता है मैं अपने पुराने दोस्तों से मिलूं लेकिन कुछ नए दोस्त भी मिले हैं. डेज़ी के बारे में बात करते हुए, हमने एक साथ बहुत सारी यादें साझा की हैं और शिव के बारे में उन्होंने भी पूरी यात्रा में मेरा समर्थन किया है, कुकीज़ साझा करने से लेकर मेरे आँसू पोंछने तक हम एक शानदार यात्रा पर आए हैं. मैंने अपने इंस्टाग्राम पेज पर इस पर एक कविता भी लिखी है.
सवाल- उम्र के इस कारक के माध्यम से आपके चेहरे की चमक हमें बताती है, हम जानना चाहते हैं कि आप मानसिक या शारीरिक स्थिरता के साथ वापस आ गए हैं?
अंजुम- मेरे लिए असली उपलब्धि यह है कि मैंने स्टंट किया क्योंकि यह मेरी उम्मीदों से परे था, क्योंकि मैं वास्तव में स्टंट जीतने के लिए चिंतित नहीं थी, लेकिन मेरा मुख्य ध्यान स्टंट करने पर था, भले ही मैंने शो में कम आत्मविश्वास के साथ प्रवेश किया था. लेकिन इस शो ने मुझमें बहुत बड़ा आत्मविश्वास जगाया. और आज यहां मैं जीवन की किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हूं.
शिव- मेरी यात्रा के मामले में, इस शो की अवधारणा अन्य रियलिटी शो से बहुत अलग है. शो में कई उतार-चढ़ाव होते हैं, स्टंट देखने के अलावा स्टंट से संबंधित कई तरह के मूड स्विंग भी होते हैं, स्टंट से पहले और बाद के मूड में भी काफी अंतर होता है. प्रतियोगियों की सबसे पहली अभिव्यक्ति स्टंट पूरा करने की होती है. यहां तक कि किसी फिल्म या शो का हिस्सा बनने पर भी इस शो का अनुभव आपके दिमाग में जीवन भर के लिए अंकित हो जाता है. यहां प्रत्येक प्रतियोगी प्रत्येक व्यक्ति की स्थिति को एक बहुत ही रैखिक स्थिति में रखते हुए एक ही पंक्ति से शुरू करता है और अंत की ओर चलते हुए हममें से प्रत्येक के कदम लड़खड़ा रहे हैं.
सवाल- तो हमें खतरों के खिलाड़ी के सफर के बारे में बताएं?
शिव- जैसा कि मैंने पहले बताया है कि यात्रा में बड़ा उतार-चढ़ाव आता है. दोस्ती भी स्टंट के दौरान नहीं बल्कि स्टंट से पहले और बाद में काम आती है. हम ब्रेक के बीच मौज-मस्ती करते थे.' लड़कों का अलग-अलग ग्रुप गपशप करता और खूब मौज-मस्ती करता.
डेज़ी- शुरुआती बिंदु पर हमें यह जानने की उत्सुकता होती है कि अगले दिन क्या स्टंट होंगे लेकिन वास्तव में कुछ दिनों के बाद हमने अपने विचारों को रोक दिया क्योंकि हम जो सोचते थे वह अगले दिन नहीं होगा.
शिव- 8 दिन बाद हमें पानी, सारस आदि सपने आये.