सौम्य आजाद: सीरियल 'हप्पू की उलटन पलटन' के सेट पर काफी कुछ नया सीख रहा हूँ

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By Shanti Swaroop Tripathi
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सौम्य आजाद: सीरियल 'हप्पू की उलटन पलटन' के सेट पर काफी कुछ नया सीख रहा हूँ

एंड टीवी पर प्रसारित हो रहा सीरियल "हप्पू की उलटन पलटन" काफी लोकप्रिय है. इस सीरियल की कहानी के केंद्र में हप्पू सिंह,उनके माता पिता, उनकी पत्नी और उसके अपने नौ बच्चे हैं.इनमे से बड़े बेटे रणबीर का किरदार बाल कलाकार सौम्य आजाद निभा रहे हैं. लोग सौम्य आजाद के अभिनय के दीवाने बन चुके हैं.सौम्य आजाद का यह पहला सीरियल नही है. वह इससे पहले 'क्राइम पेट्ोल' और 'सावधान इंडिया' के तीन सौ एपीसेड के अलावा 'यम यम', 'मेरे साई', 'सावधान इंडिया', 'ख्वाबों की जमीन', 'कॉमेडी सर्कस', 'जय काली मां' सीरियलों के अलावा फिल्म "पुस्तक" में भी अभिनय कर चुके हैं. चिल्ड्रेन फिल्म 'पुस्तक' को बीस इंटरनेशनल अवॉर्ड मिल चुके हैं.

प्रस्तुत है सौम्य आजाद से हुइ बातचीत के अंश...

अब तक के अपने करियर को लेकर क्या कहना चाहोगे?

जब मैं पांच वर्ष का था, उन दिनों टीवी पर मैं अपने गृहनगर आगरा में रहते हुए अपने पापा राजेश आजाद जी को टीवी पर सीरियलों में अभिनय करते देख देखकर खुश होता रहता था. उन दिनों मेरे पापा मुंबई में 'क्राइम पेट्ोल' और 'सावधान इंडिया' जैसे सीरियलों काम किया करते थे. लेकिन कुछ समय बाद उनकी तबियत खराब हो गयी,तो वह वापस आगरा पहुॅच गए. जब उनकी तबियत ठीक हुई, तो मैं भी जिद करके उनके साथ मुंबई पहुॅच गया. मेरे अभिनय के पहले गुरू भी मेरे पापा ही हैं. मुंबई पहुॅचने के बाद मुझे सबसे पहले सीरियल "बधन" में अभिनय करने को मिला. इसमे मेरे पापा भी अभिनय कर रहे थे. मुझे पहली बार कैमरे के सामने अपने पापा व हाथी के साथ सीरियल 'बंधन' की शूटिंग करने का अवसर मिला था. उसके बाद मैने करीबन एक दर्जन से अधिक सीरियलों में अभिनय किया. इतना ही नही मैने स्वधा आर सिंह निर्देशित फिल्म "पुस्तक" में मुख्य किरदार निभाया, जिसे बीस इंटरनेशनल अवॉर्ड मिले. जीम्यूजिक के म्यूजिक वीडियो किए. पिछले साढ़े तीन वर्ष से एंड टीवी पर प्रसारित हो रहे सीरियल "हप्पू की उलटन पलटन" कर रहा हूँ.

'हप्पू की उलटन पलटन' से जुड़ना कैसे हुआ था?

- इस सीरियल के कास्टिंग डायरेक्टर ने मुझे फोन करके पूछा था कि क्या मैं बुंदेलखंडी अंदाज में हिंदी बोल सकता हॅूं. तो मैने उनसे कहा कि हम तो आगरा के रहने वाले हैं, इसलिए बोल लूंगा. तब उन्होने घर से ऑडीशन का वीडियो बनाकर भेजने के लिए कहा. हमने घर पर ही शूट कर उन्हें भेजा था. वह ऑडीशन वीडियो देखकर निर्माता को लगा कि मैं रणबीर के किरदार के लिए उपयुक्त हॅूं, तब हमें प्रोडक्शन हाउस में बुलाया गया. वहां पुनः स्क्रिप्ट के साथ ऑडीशन लिया गया. उसके बाद लुक टेस्ट हुआ. इस तरह चार बार ऑडीशन देने के बाद मेरा चयन हुआ था.

सीरियल "हप्पू की उलटन पलटन" को लेकर क्या कहेंगें?

- यह मेरे करियर का सबसे लंबा सीरियल है. इससे पहले मैंने जिन सीरियलों में अभिनय किया, वह एक वर्ष तक प्रसारित हुए थे. पर 'हप्पू की उलटन पलटन' में मैं लगभग चार  वर्ष से अभिनय कर रहा हॅूं. यह कॉमेडी सीरियल है और काफी पसंद किया जा रहा है. इसमें मेरी बोली बुंदेलख्ांड किस्म की है. इसमें कुछ गाने भी हैं, पर मुझे सिर्फ लिप सिंग ही करना पड़ रहा है. मतलब बैकग्राउंड में गाने बजते हैं और मैं इस तरह से लिपसिंग करता हॅूं कि दर्शकों को लगता है कि मैं गा रहा हॅूं.

'हप्पू की उलटन पलटन' में हिमानी शिवपुरी व योगेश त्रिपाठी जैसे काफी सीनियर कलाकार हैं. इनसे आपको क्या सीखने को मिला?

-हमें सेट पर शरद व्यास,हिमानी शिवपुरी, योगेश त्रिपाठी इन सभी का पूरा सहयोग मिलता है. यदि मैं कभी कोई लाइन भूलता हूं, या गलती करता हूं, तब यह कलाकार हमें टोक कर समझाते हैं और मेरे अभिनय को निखारने में मदद करते हैं. मजेदार बात यह है कि यह कलाकार भी मुझे समझाते हैं कि किस संवाद को किस तरह से बोलना चाहिए. वह बताते हैं कि यदि मैं यह संवाद बोल रहा हूं, तो इसकी वजह क्या है? तो मैं इन सीनियर कलाकारों से काफी कुछ सीख रहा हॅूं.  

अब तक 'हप्पू की उलटन पलटन' की शूटिंग के क्या अनुभव रहे?

- बहुत अच्छे अनुभव रहे. चार वर्ष के दौरान इस सेट पर हर दिन कुछ न कुछ नया सीखने को मिला. जैसे कि 'लिपसिंग' के बारे में सीखने को मिला. लाइटिंग व कैमरा एंगल की भी समझ विकसित हुई. मैने सिर्फ कलाकरो से ही नही बल्कि साउड रिकॉर्डिस्ट, लाइट मैन व कैमरामैन के साथ समय बिताते हुए काफी कुछ सीखा. फ्रेम्स के बारे में पता चला.

"हप्पू की उलटन पलटन" में आपके लिए किस सीन को करना काफी कठिन रहा? या आपको  अपनी जिंदगी की कोई घटना याद आ गयी हो?

- मेरे लिए तो हर सीन में मेहनत करनी होती हैं. मैं निजी जिंदगी में गिटार बजाता हॅूं. और सीरियल में एक सीन आता है, जहां मैं गिटार बजाना सीख रहा हॅूं. इसके अलावा निजी जीवन में मैं स्टूडेंट हॅूं और सीरियल में भी मेरा किरदार स्टूडेंट का ही है, तो कई बार एहसास होता है कि ऐसा मेरे निजी जीवन में हो चुका है.  

आपके शौक क्या हैं?

-मुझे पेंसिल से कागज पर स्केचेस बनाना अच्छा लगता है. मैं तीन तीन घंटे तक एक ही स्केच बनाता रहता हॅूं. मुझे सामने बैठे इंसान का प्रोट्रेट बनाना अच्छा लगता है. स्केच बनाने का मुझे फायदा हुआ. क्योकि स्केच बनाने के लिए पैशंस/धैर्य की जरुरत होती है. जबकि छठी कक्षा तक मुझे ड्राइंग करना पसंद ही नहीं था. संगीत भी शौक है. मैं गाता हॅूं. गिटार बजाता हॅूं. खाना बहुत अच्छा बनाता हॅू. मैं अपने घर का बेहतरीन 'कुक' हॅूं. इसके अलावा टीवी पर 'मोटू पतलू' सीरियल देखता हॅूं. किताबें पढ़ना शुरू कर रहा हूं. लोग कहते है कि किताबें पढ़ने से ज्ञान मिलता है, जो कि किसी किरदार को निभाने में मददगार होता है.  

आपको 'मोटू पटलू' सीरियल देखना क्यां पसंद है?

- हमारे घर में सबसे ज्यादा 'मोटू पतलू' सीरियल देखा जाता है. मैं ही नहीं मेरे पापा भी इन किरदारों के बहुत बड़े फैन हैं. मैं और मेरे पापा जब एक साथ बैठकर इस सीरियल को देखते हैं, तो हम अक्सर सोचते हैं कि अगर इन्हे रीयल में बनाना होता, तो हम कहां कहां से कलाकार ढूढ़ते. यदि यह सीरियल रीयल मे बनता, तो कितना बढ़िया लगता. अब तो यह दोनों इतने लोकप्रिय हो गए हैं कि इनकी फिल्म भी बनी. इस सीरियल के एनीमेशन का स्टाइल भी काफी अलग है.

करियर में क्या बनने की इच्छा है?

- मैं स्टार नहीं एक कलाकार बनना चाहता हॅूं. मैने देखा है कि स्टार बनने पर वह कलाकार अपना स्टारडम को संभालकर नहीं रख पाता. मैं उस राह पर नही चलना चाहता. मैं एक ऐसा एक्टर बनना चाहता हॅूं, जो हमेशा हर तरह के किरदार बेहतरीन तरीके से निभा सकें.

आप गिटार बजाना सीख रहे हो.तो आगे चलकर संगीत भी सीखना चाहेंगें?

- मुझे संगीत का शौक है. मुझे गाने का शौक है. संगीत तो मेरे ख्ून में है. मेरे पापा जब कालेज में थे, उस वक्त उनका अपना म्यूजिकल बैंड था. इस बैंड में वह तबला बजाने के साथ ही गाते भी थे.

अब तक आपको किस निर्देशक के साथ काम करना ज्यादा आसान लगा?

- मैं इन दिनों अमित सर के साथ शूटिंग कर रहा हॅूं. वह काफी विस्तार में हर दृश्य को हमें समझाते हैं. बहुत ही साफ्ट बिहैव करते हैं. तो उनके साथ काम करना अच्छा लगता है.

किनकी फिल्में देखना पसंद है?

- मुझे पुरानी फिल्में देखना बहुत पसंद है. नए लोगो में मुझे कोरियन फिल्में काफी पसंद आती हैं. कोरियन सीरीज भी देखना पसंद है. कोरियन फिल्मों का अपना एक अलग ट्रेंड है. उनका रोमांस का अपना एक अलग तरीका है, जो कि मुझे काफी पसंद है.

बॉलीवुड में आपका पसंदीदा कलाकार?

- वर्तमान समय में हीरो में तो रणवीर सिंह पसंद हैं. वह एनर्जेटिक हीरो हैं. जहां तक एक्टर का सवाल है तो मुझे नवाजुद्दीन सिद्दकी सर पसंद हैं.

आप बॉलीवुड के किन निर्देशकां के साथ काम करना चाहोगे?

- राज कुमार हिरानी व संजय लीला भंसाली.

आपके स्कूल के दोस्त व शिक्षक आपके साथ कैसा व्यवहार करते हैं?

- मैं स्कूल में अपने दोस्तों व शिक्षको के साथ एक कलाकार के रूप में पेश ही नहीं आता. मैं स्कूल  और अब ज्यूनियर कॉलेज में एक स्टूडेंट की ही तरह रहता हॅूं. स्कूल में जब से मैं पढ़ रहा हूं,तब से सभी मेरे दोस्त अच्छे दोस्त बने हुए हैं. मेरे दोस्त मेरे काम की तारीफ भी करते हैं, तो कुछ दोस्त मुझे मेरे अभिनय में गलती की ओर ईशारा करते हैं, जिसे मैं आगे सुधारने का प्रास करता हॅू. मैं कभी भी अपने दोस्तों को नहीं खोना चाहता. पर मेरे दोस्त इस बात से ख्ुश हैं कि उनका अपना कोई टीवी में नजर आता है.    

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