फिल्म ‘Ponniyin Selvan: 1' सफ़लता और असफलता के दायरे से बहुत ऊपर उठ चुकी है, तो फिर टक्कर किस बात की?

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By Sulena Majumdar Arora
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Ponniyin Selvan: 1

देखिए Aishwarya Rai Bachchan को दो अनोखे किरदारों में और जानिए मणि रत्नम का हॉल मार्क सोना क्या है?

Mani Ratnam कृत बहुचर्चित पीरियड फिल्म ‘Ponniyin Selvan: 1' की धूम मची हुई है, ऐसे में फिल्म की पूरी मुख्य टीम जहां भी' Ponniyin Selvan: 1 के प्रोमोशन के लिए प्रकट हो रहें हैं वहीं एक इवेंट का जलवा बिखर रहा है और सारे के सारे स्टार्स अपने पथ प्रदर्शक Mani Ratnam गारू के साथ दर्शकों का दिल चुराने में लगे हुए हैं. यह वो फिल्म है जिसके भव्यता के सामने बॉलीवुड तो क्या हॉलीवुड के अच्छे अच्छे फ़िल्मों की बोलती बंद हो रही है. और फिल्म जब मणि रत्नम जैसे धुरंधर दिग्गज की मुट्ठी से निकल रही है तो जैसे हॉल मार्क का ठप्पा लगा हुआ सोने से कम क्या है. पाँच भाषाओं (हिन्दी, मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड) में बनी “Ponniyin Selvan: 1 1”, दो भागों में प्रदर्शित होने वाली है जिसकी कहानी कल्कि कृष्णमूर्ति की 1955 में लिखी इसी नाम के उपन्यास पर फोक्स्ड है और इसके सुपर स्टार कास्ट एक तरह से सोने पर सुहागा है, जिसमें Aishwarya Rai Bachchan नंदिनी की भूमिका निभा रही है, चियान Vikram प्ले कर रहे हैं आदित्य कारिकलन, कार्थि बने हैं वन्तीयथेवन, तृषा कर रही है कुंदवाइ, जयम रवि निभा रहे है अरुंमोज़ी वर्मन. इनके आलावा फ़िल्म में है सरथ कुमार, प्रभु, लाल, किशोर आश्विन, काकुमानु और Aishwarya Lekshmi. यह एक मच एंटीसीपेटेड तमिल हिस्टॉरिकल ड्रामा पर आधारित, दक्षिण के एक पावरफुल राजा  अरुलमोजिंवरम की कहानी है जो आगे चलकर, महान चोला एम्परर “राजाराज चोला 1” के नाम से प्रसिद्ध हुआ.  

मद्रास टॉकीज के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म के फाइनेंसर है अलीराजा सुबासकारण  लाइका प्रोडक्शन और Mani Ratnam और इसके संगीत निर्देशक हैं ए आर रहमान. साउथ इंडिया और बॉलीवुड के इन दिग्गज सितारे से लैस टीम जब पत्रकारों से रूबरू हुए तो हर प्रश्न एक खूबसूरत एहसास बन कर सामने आया. Aishwarya Rai Bachchan पर सबकी नज़र टिकी हुई थी. वो अपने आइवरी एथनिक एम्बेलिश्ड सूट और मैचिंग दुपट्टा में झिलमिला रही थी. जब सबने Aishwarya की खूबसूरती और हाल की तस्वीरों की तारीफ की तो  Aishwarya ने सबको उनके प्यार, विशेज़ और ब्लेसिंग के लिए धन्यवाद दिया. Aishwarya इस फिल्म के साथ, Mani Ratnam जैसे विराट फिल्म मेकर के साथ पांचवीं बार काम कर रही है. 1997 में Aishwarya ने Mani Ratnam की तमिल फिल्म ‘इरुवर' के साथ फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था, और फिर उनकी कई फ़िल्में जैसे गुरु, रावन और रावनान में भी काम किया. 

फिल्म ‘Ponniyin Selvan: 1' में एक बार फिर Mani Ratnam के साथ काम करने की खुशी जाहिर करते हुए Aishwarya ने कहा, “वे मेरे गुरु हैं, मैंने बतौर अभिनेत्री इनके साथ काम करते हुए अपना जर्नी शुरू किया था. वे सर्वश्रेष्ठ टीचर है, मैंने अभिनय में कोई फॉर्मल प्रशिक्षण नहीं लिया था और सीधा अभिनय क्षेत्र में कूद पड़ी थी, यह आध्यात्मिक अनुभव था, सचमुच यह दिव्य अनुभूति. यह एक नींव की तरह रही जिससे काम के प्रति एक अप्रोच डिवेलप हुआ, इससे हम अपनी कला पर ध्यान केंद्रित करना सीखते हैं, न कि अपनी रचनात्मक यात्रा के बाहरी उपकरणों पर. मैं मनी गारू के साथ फिर से काम करने के लिए ब्लेस्ड महसूस कर रही हूं. Ponniyin Selvan: 1 उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसका एक हिस्सा बनना एक ग्रेट एहसास है.”

अपनी भूमिका को लेकर Aishwarya कहती हैं, “यह एक आर्टिस्ट के ड्रीम की तरह है, क्योंकि वी आर हम्बल्ड एंड क्रिएटिवली कंटेंट. यहां, इस वक्त जो भी उपस्थित हैं, वे मेरी इस सेंटिमेंट से इत्तफाक रखते होंगे.” 

फिल्म की पूरी टीम के बारे में बोलते हुए Aishwarya ने कहा, “यह एक प्रतिभाशाली और अविश्वसनीय रचनात्मक टीम थी. सभी ने बेहद शानदार काम किया है. मणि सर का जुनून संक्रामक है. हर दिन एक यादगार स्मृति है.” 

Aishwarya इस फिल्म में दो भूमिकाएँ निभाती दिखेंगी., एक नंदिनी और दूसरी मंदाकिनी देवी. उनका फर्स्ट रीगल लुक देखकर नेटीजंस के बीच खलबली मची हुई है. 

पत्रकारों से बातचीत के बीच Aishwarya ने कहा, “Ponniyin Selvan: 1  में अभिनय करते हुए मैं एक ऐसी ईमानदार स्टूडेंट जैसी थी जिसने ईमानदारी से निर्देशक Mani Ratnam के विज़न की व्याख्या की. सच कहूँ तो यह एक्टर्स के रूप में हमारा काम है. इस तरह के फिल्म का एक हिस्सा होने का अवसर पाना भी हर आर्टिस्ट का सपना होता है.” 

Aishwarya से जब पूछा कि उनकी बेटी आराध्या का क्या रिएक्शन है इस फिल्म को लेकर तो वे बोली, “अभी तक आराध्या ने पूरी फिल्म देखी नहीं है लेकिन वो सेट पर शूटिंग के दौरान कई बार आई थी, और वो किस कदर प्रभावित हो रही थी वो उसकी आँखों को चमक से साफ दिख रहा था. आप लोगों में से कइयों के बच्चे होंगे, आप सब समझ पा रहे होंगे कि पीरियड फिल्म देखने का कितना एक्साइटिंग असर होता है बच्चों पर.” 

Aishwarya ने यह भी बताया कि कैसे Mani Ratnam सर ने बड़े दिल के साथ उनकी बेटी आराध्या को शॉट शूट करते हुए “एक्शन” कहने का अवसर प्रदान किया जो उनकी बेटी के लिए जीवन भर का एक मधुर यादगार पल बन गया. 

Aishwarya बोली, “मनी गारू का एफेक्शन इतना प्यारा था कि जब आराध्या मेरे सेट पर आई और मनी सर ने उसे ‘एक्शन' कहने का अवसर दिया, यह बात आराध्या को अभिभूत कर रही है और वो बार बार बोल रही है,सर ने मुझे ‘एक्शन' कहने का अवसर दिया.” 

यह उसके लिए एक यादगार का अमूल्य निधि है जिसे वो बड़ी होने के साथ साथ और ज्यादा गहराई से एहसास करेगी.

जब Mani Ratnam से इस फिल्म Ponniyin Selvan: 1  को, बतौर एक निर्देशक की नजरिये से देखते हुए उनके अनुभव के बारे में पूछा तो वे बोले, “जब मैं स्कूल में पढ़ता था तब मैंने Ponniyin Selvan: 1  का ओरिजिनल कहानी पढ़ी थी, उस वक़्त मैंने सोचा भी नहीं था कि मैं कभी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखूँगा और ना सोचा था कि इसपर फिल्म बनाऊँगा लेकिन सच कहूं तो यह कहानी, बतौर एडवेंचर इतना स्पेक्टाकुलर था कि बार बार पुकारती रही कि मुझे बनाओ. बहुत सारे फिल्म मेकर्स ने कई बार पहले इसे बनाने की कोशिश की लेकिन बना नहीं पाए, इसका एक कारण ये भी होगा कि वे इसे मेरे लिए छोड़ना चाहते थे. इसलिए मैं बहुत खुश हूँ कि मुझे आज के इस आधुनिक समय में इसे बनाने का मौका मिला जब टेक्नोलॉजी इतना इम्प्रूव हो गया.” 

Mani Ratnam ने पूरी स्टार कास्ट एंड क्रू की तारीफ करते हुए कहा, “इस फिल्म को ऐसे कास्ट एंड क्रू के साथ कर पाना मेरे लिए वाकई एक स्पेशल अनुभव था जो मेरे फिल्म को इतना केयर करते रहे और मेरे साथ कर हाल में चलते रहने को तैयार रहे. उन लोगों ने मेरी फिल्म में अपनी अभिनय कुशलता से जान फूंक दी.” 

उन्होंने अनिल कपूर को हिंदी ट्रेलर के लिए अपनी आवाज़ देने और अजय देवगन को हिंदी वर्शन का सूत्रधार बनने के लिए धन्यवाद दिया. Mani Ratnam ने ये भी बताया कि ‘नायकन' के दिनों में एम जी रामचंद्रन और उसने मिलकर कमल हासन को लेकर यह फिल्म बनाने की सोची थी. लेकिन बात बन नहीं पाई और उन दिनों उनके पास कमल हसन को लेकर फिल्म बनाने का पैसा नहीं था. 

फिल्म में वन्दियथेवेन् की भूमिका निभा रहे Karthik Sivakumar ने कहा, “मैंने पूरी तरह से मनी सर पर अपना विश्वास रखा. सेट पर जाने से पहले मुझे लगा था कि इसके डायलॉग बहुत डिफीकल्ट होगा लेकिन मनी सर ने धीरे धीरे मुझे गाईड किया, उन्होंने मुझे कहा कि भाषा पर ज्यादा स्ट्रेस मत दो, भावनाओं पर दो, तो हमने ऐसा ही किया, हम सबने सब कुछ रिएल रखा. यह फिल्म तमिल सिनेमा के लिए पिछले 60-70 वर्षो के लिए एक ड्रीम कम ट्रू है. यह हमारे जेनेरेशन के लिए ही नहीं बल्कि सबके लिए एक यादगार फिल्म है.”

जायम रवि ने कहा कि फिल्म की शूटिंग के दौरान बाल बढ़ाए जाना ऐसा अनुभव था वो मैं भूल नहीं सकता. बालों को मेंटेन करना बहुत जरूरी था.

फिल्म में कुंदवाई (चोला प्रिंसेस और सम्राट सुंदारा की बेटी) का रोल निभाने वाली अभिनेत्री तृषा ने कहा, “पहले जब मनी सर ने मुझे स्क्रिप्ट सुनाया तो उसमें तमिल शब्द बहुत कठिन लगे. लेकिन प्रत्येक दृश्य से पहले मनी सर ने हम सब कलाकारों को खूब रिहर्सल करवाया. लॉक डाउन के उन दो वर्षो में हम सबको घर पर रहकर बहुत सारी तैयारियों करनी पड़ी. मैं जब अपने रोल की तैयारी के लिए इस कहानी को किताब के रूप में पढ़ती थी तो मनी सर ने मुझे इसे पढ़ने से मना किया ताकि मेरे अन्दर कोई किताबी बातें बैठ ना जाए. वे मुझे अपने तरीके से अभिनय करवाना चाहते थे.” 

तृषा ने बताया इस फिल्म में उन्होंने रियल गोल्ड के सारे गहने पहनी थी.

तमिल हिट फ़िल्में ‘सेतु', ‘पीठामगन, रावनन, आई, अन्नीयन के सुपर स्टार Vikram से जब इस फिल्म को लेकर उनके अनुभव और दक्षिण भारतीय फिल्म वर्सेस बॉलीवुड फ़िल्मों के बारे में प्रश्न किया गया तो वे बोले, “Mani Ratnam सर के साथ काम करना एक सपने के सच होने की तरह है, यह एक सपना था जो मैं बड़े पर्दे पर पूरा कर रहा हूं. मैं कॉलेज में था जब ‘रोजा' और बॉम्बे रिलीज हुई थी. मणि सर का एक  कज़न मेरा क्लास मेट था, मनी सर के कारण मैंने उनसे दोस्ती की और मैं हमेशा उनसे मणि सर के बारे में पूछता रहता था क्योंकि उनकी फ़िल्मों ने मुझपर बहुत इम्पैक्ट डाला था. साथ ही ए आर रहमान जैसे संगीत के जादूगर के साथ भी काम करने का मेरा सपना था और देखिए, कैसे इस फिल्म में मुझे दोनों के साथ काम करने का मौका मिला.” 

अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए Vikram ने कहा, “Ponniyin Selvan: 1 में अपनी भूमिका को लेकर मैंने सोचा था कि वो पर्दे पर आसमान से बाईक द्वारा उतरते हुए धमाकेदार एंट्री लेगा लेकिन हुआ उल्टा, मनी सर ने मुझे जंगल में कीचड़ के बीच डाल दिया. उन्होंने बताया कि इस फिल्म में तुम एक प्रिंस हो लेकिन शानदार कपड़े पहनने के बावजूद पहले कीचड़ में मुझे लोटपोट होना पड़ेगा और फिर मेरा शॉट लिया जाएगा. मैं ज़रा चिंतित था कि ऐसा कैसा दिखेगा लेकिन आज समझ में आ रहा है कि इस फिल्म में मेरी एंट्री मेरे अबतक की सबसे बेस्ट एंट्री है. इस फिल्म में मुझे एक बार फिर Aishwarya के साथ काम करने का मौका मिला. लेकिन कमाल की बात है कि जब जब मैंने Aishwarya के साथ किसी फिल्म में काम किया, उस फिल्म में, वो आखिर में मुझे मिली ही नहीं. जैसे ही मनी सर कहते थे, ‘ऐश्वर्या' मैं झट से पूछता था कि क्या मुझे इस फिल्म में फिर मरना पड़ेगा? (Aishwarya की तरफ देख कर Vikram ने कहा, ऐसा क्यों करती हो ऐश) और सब हँस पड़े.” 

आगे वे बोले, “हम सुपर पावर्स की बात करते है, लेकिन जिस सदी की ये कहानी है, यानी नौवीं सदी, उस ज़माने में भी विश्व का सबसे बड़ा नेवल फोर्स मौजूद था, जो बाली, मलेशिया और चाइना तक फैला था. इससे पाँच सौ साल बाद कोलंबस द्वारा अमेरिका को डिस्कवर किया गया था. जरा सोचिए हमारे भारत के कल्चर को, उस वक्त भी कितना रिच था, कितना एडवांस्ड थे उस वक्त भी हमारा भारत. इसमें नॉर्थ और साउथ, या ईस्ट और वेस्ट का क्या सवाल है. हम सबको इस बात पर गर्व महसूस करना चाहिए कि हम सब भारतीय है, हमें हमारे इतिहास को सेलिब्रेट करना चाहिए.” 

आगे Vikram ने कहा, “लोग अक्सर पिरामिड्स की खूबसूरती और आर्किटेक्चर के बारे में खूब चर्चा और तारीफ करते हैं, लेकिन किसी का ध्यान हमारे भारत के मैजिस्टिक टेम्पल्स पर नहीं जाता है और ना ही कोई यह जानना चाहते है यह सारे अद्भुत अतुलनीय मंदिर कैसे बने. भारत में कितने सारे मंदिर है, लेकिन जिसमें सबसे ऊँचा गोपुरम है, वो तंजावुर में है, जहां चोला डायनेस्टी हुआ है. राजाराजा चोला ने उसे बनाया था. उसमें सबसे टॉप का स्टोन, जो सिंगल है, उसका अकेले का वजन ही अस्सी टन है. जरा सोचिए, उस पत्थर को इतना ऊपर कैसे ले जाया गया? क्या हम यह बात जानते है? हम लोग पिरामिड देखने जाते हैं, पिसा के लीनिंग टावर देखने. हम उस बिल्डिंग की तारीफ करते नहीं थकते जो खड़ा ही नहीं है, गिर रहा है, और हम उसे देखकर “वाऊ” कहते है, उसके सामने सेल्फ़ी खींचते है, जबकि हमारे भारत में विशाल मंदिरें हैं, जो उस सदी से खड़े हुए हैं और उनमें प्लास्टर भी नहीं चढ़ा है.” 

आगे Vikram ने इतने पहले की सदियों में चोला डायनेस्टी के सम्राटों द्वारा वक्त से आगे की सोच और टेक्निक्स की तारीफ करते हुए कहा, “यह सम्राट राजाराजा चोला ने उस काल में 5000 डैम्स का निर्माण किया था, उन्होंने उस जमाने में एक वाटर मैनेजमेंट मिनिस्ट्री बनाई, अपने गांवों में लीडर बनाने के लिए इलेक्शन करवाये और स्त्रियों के नाम पर शहरों का नाम रखा. सम्राट का मानना था कि सिर्फ पुरूषों के नाम पर ही क्यों शहर बनाये जाए, स्त्रियों के नाम पर क्यों नहीं? उस काल में भी फ्री अस्पताल थे. राजाराजा गरीबों को उनका मान रखने के लिए दान दिया करते थे.  यह सब कुछ इतना शानदार है और यह नौवीं शताब्दी में हुआ था.”

प्रेस मीट के दौरान संगीत दिग्गज A. R. Rahman से इस फिल्म में Mani Ratnam के साथ काम करने को लेकर पूछा गया तो रहमान बोले, “एक संगीतकार के रूप में मैं सिर्फ राग और ताल को लेकर सोचता रहता था, और क्लटर को कैसे ब्रेक किया जाए यह सोचता रहता था लेकिन सब चीजों को, किस तरह से कॉमबाइंड करना होता है यह मैंने Mani Ratnam से सीखा. हम और हमारे टीम के लिए यह फिल्म सफ़लता और असफलता के दायरे से बहुत ऊपर पंहुच उठ चुका है. हम सबके लिए तो यह ऑलरेडी  एक ज़बर्दस्त हिट फिल्म है. कोविड काल में शुरू हुआ था यह फिल्म. बहुत सारी परेशानियों के बावजूद, बहुत सारे साथियों को कोविड के कारण खो देने के साथ, एक युद्द को जीतने जैसे एहसास है, फिल्म को पूरा करते हुए. पूरी टीम ने अपनी जान जोखिम में डाल कर यह फिल्म पूरा किया.”

Mani Ratnam से जब मैंने उनके इस फिल्म के बनने को लेकर पूछा, तो वे बोले, “पाँच वॉल्यूम वाले इस बुक को एक फिल्म के रूप में बांधना बहुत कठिन तो था लेकिन यही तो मेरा जॉब है कि इनमें से सही निचोड़ निकाल कर दर्शकों को इस तरह दें सकूं कि उन्हें कहानी समझ में आ जाए. हाँ कठिन जरूर था. 2000 पन्नों के इतने विशाल किताब को दो फ़िल्मों में विभाजित करना. लेकिन हमने किया और मुझे इसे करने में बहुत आनंद आया.” 

प्रेस मीट समाप्त होते होते सब मिलकर कुछ हल्के फुल्के पलों का आनन्द लेते हुए गाने भी गाए और Aishwarya ने अपने सारे फैंस, मायापुरी के लाखों पाठकों और शुभचिंतकों को 30 सितंबर को थिएटर में जाकर इस अद्भुत, अकल्पनीय, अतुलनीय फिल्म को पूरे परिवार के साथ जाकर देखने की सलाह दी.

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