अक्षय कुमार सफल फिल्मों का प्रयाय तो कहलाये जाते ही हैं लेकिन टीवी पर भी उनके शोज हिट रहे हैं। अब एक बार फिर अक्षय कॉमेडी शो ‘द गेट इंडियन लॉफ्टर चेलेंज’ में कुछ अलग करते दिखाई देने वाले हैं। शो को लेकर उनसे एक छोटी सी बातचीत।
आप अभी तक कॉफी कॉमेडी कर चुके हैं । ऐसे में कॉमेडी शो करने की कोई खास वजह ?
आपने देखा होगा कि एक वक्त ऐसा भी था जब मैं एक तरह से एक्शन फिल्मों का कैदी बन कर रह गया था लेकिन भला हो प्रियदर्शन का, कि जिन्होंने मुझे कॉमेडी फिल्म हेराफेरी ऑफर की। इस प्रकार मुझे दूसरे जॉनर में आने का अवसर हासिल हुआ। इसके बाद मैने कॉमेडी में खूब काम किया। दरअसल मुझे कॉमेडी करना अच्छा लगता है।
इन दिनों खास कर छोटे पर्दे पर खूब कॉमेडी हो रही है?
वो इसीलिये हो रही है क्योंकि दर्शक कॉमेडी पंसद कर रहे हैं। हालांकि एक तरफ ये भी कहा जाता है कि आज भी कॉमेडियसं को गंभीरता से नहीं लिया जाता। बावजूद इसके आज क्या फिल्में , टीवी और क्या इन्टरनेट, हर तरफ स्टैडअप कॉमेडीयन, लोगों को हंसाते नजर आ रहे हैं। सबसे बड़ा उदाहरण कपिल षर्मा को लिया जा सकता है जो अपनी कॉमेडी के दम पर इतना बड़ा स्टार बन चुका है कि साल में दस करोड़ तक टैक्स देता है। यही नहीं आज साधारण स्टैंडअप कॉमेडियन भी लाखों की फीस वसूल कर रहे हैं। बहुत जल्द अवार्ड देने वाले भी इन्हें अवार्ड देते नजर आ जाये तो अचरज नहीं होना चाहिये
कॉमेडी की बात की जाये तो आपनी संदेशात्मक फिल्मों में भी आप ज्यादातर कॉमिक वे में ही बात करते नजर आते हैं ?
मेरा मानना है कि फिल्में मनोरजंन का सबसे मजबूत साधन हैं। उन्हें देखने के लिये लोग बाग वहां सब कुछ भूल कर मनोरंजन का मूड बनाकर आते हैं। मेरी कोषिष रहती है कि फिल्म के जरिये मैं उन्हें जो कहना चाहता हूं वो भी कहूं, लेकिन एन्टरटेनमेन्ट के जरिये।
कॉमेडी के नाम पर किसी का निजी तौर पर मजाक उड़ाना कहां तक जायज है?
मैं किसी पर उंगली नहीं उठाना चाहता क्योंकि हर किसी का अपना तरीका होता है। अब जैसे इस तरह की कॉमेडी, जंहा किसी का मजाक उड़ाना पड़े, मैं पंसद नहीं करता। लेकिन कितने ही एसे स्टैंडअप कॉमेडियन हैं जो खुद अपना मजाक उड़ाकर कॉमेडी करते हैं।
द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चेलेंज को लेकर क्या कहना है ?
ये एक ऐसा शो है जिसमें तमाम स्टैंडअप कॉमेडिसं हैं जो देश के हर राज्य से आयेगें। वे अपने अपने अंदाज में कॉमेडी करते दिखाई देगें। उनमें कितने ही ऐसे हैं जो किसी और की नहीं बल्कि अपने आप पर कॉमेडी कर खूब हंसाते नजर आने वाले हैं।
अपनी सफलता को लेकर क्या सोचते हैं ?
यही कि हर इंसान के जीवन में एक अच्छा वक्त आता है। मेरा भी इन दिनों अच्छा समय चल रहा हैं जिसका मैं आनंद ले रहा हूं। लेकिन सिर्फ किस्मत या अच्छे समय के बल पर सब कुछ नहीं किया जा सकता, इसके लिये आपको अलग सोचना पड़ता है कुछ अलग करना पड़ता है। इसके अलावा कठिन मेहनत की भी जरूरत है।
आपकी रिलीज फिल्म ‘ टॉयलेट एक प्रेमकथा’ की सफलता की आपको पूरी उम्मीद थी?
बिलकुल थी क्योंकि मुझे पता था कि मैने फिल्म में नया दिखाने की कोशिश की है, ऐसा नया जो इससे पहले किसी ने न किया हो। इस फिल्म का विषय नया तो था ही लेकिन इसके अलावा वो लोगों को काफी कुछ बताता भी था लेकिन भाषण की तरह नहीं बल्कि मनोरजंक तरीके से। आगे भी मैं एक फिल्म ‘पैडमैन’ कर रहा हूं जिसे लेकर लोगों में अभी से उत्सुकता बनी हुई है।