‘पगड़ी पहनते ही आदमी की शान बढ़ जाती है’- अक्षय  कुमार

author-image
By Lipika Varma
New Update
‘पगड़ी पहनते ही आदमी की शान बढ़ जाती है’- अक्षय  कुमार

लिपिका वर्मा

अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म ’केसरी’ का जब पहला लुक सामने आया था उस में अक्षय का एक अद्भुत रूप नजर आया  उनके सर पर पीले रंग की पग ने सबका मन मोह लिया। पगड़ी  पहनने के बाद अक्षय को एक्शन सीन, तलवार-बाजी और मार-धाड़ के सीन भी करने होते। खैर हमने अक्षय से बातचीत के दौरान इस विषय पर भी सवाल किये।

पुलवामा टेरर अटैक के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर इन दिनों देश दो हिस्सों में बंट गया है। एक तरफ जहां विपक्ष लगातार सरकार और सेना को सवालों के कटघरे में खड़ा कर भारतीय वायुसेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहा है तो वहीं राजनेताओं के साथ-साथ सोशल मीडिया पर बना एक समूह भी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर सरकार से सबूत मांग रहा है।

अक्षय कुमार के साथ लिपिका वर्मा की बातचीत के कुछ अंश पेश है

सर्जिकल स्ट्राइक पर जो सबूत मांग रहे हैं उस पर आप की टिप्पणी क्या है ?

- ’मुझे सबूत नहीं चाहिए और उम्मीद करता हूं कि बाकी लोग भी ऐसा ना करें। मेरे हिसाब से भारत देश के वीर जवान और आर्मी पर किसी को कोई सवाल नहीं उठाना चाहिए। जवान अपना सुख-सुकून छोड़कर हमारी सुरक्षा करते हैं, ताकि हम अपने घरों में चैन की नींद सो सकें। ऐसे में उन जवानों की वीरता का हम सबूत कैसे मांग सकते हैं।’‘पगड़ी पहनते ही आदमी की शान बढ़ जाती है’- अक्षय  कुमार

 ‘वीर ऐप’ के बारे में कुछ विस्तार  से बतायें ?

- ’भारत के वीर ऐप के ज़रिए लगातार देश के लिए शहीद हुए परिवारों की मदद करने की कोशिश जारी है। हमने अभी तक लगभग 600 शहीदों के परिवार की मदद की है। हर शहीद के परिवार को 15 लाख की मदद दी गई है। अब हम उम्मीद कर रहे हैं कि कारगिल युद्ध या दूसरी लड़ाईयों में जो देश के वीर जवान विकलांग हुए हैं और अब दिव्यांग जिंदगी जी रहे हैं, कोशिश है कि हम विकलांग सैनिकों से भी जुड़ें और उनकी भी मदद करें। इस बारे में सरकार से भी हमारी बातचीत चल रही है।’

अक्षय आगे कहते हैं -’हमारी फिल्म,“ केसरी“ भी हमने जवानों के परिवार को समर्पित की है। हम भारत के वीर के फंड पर भी खूब काम कर रहे हैं। यह फंड सीधा शहीद की बीवी और परिवार के पास जाता है, यह फंड न किसी सरकारी फंड में, न किसी संस्था को जाता है। अब हमने सरकार से पूछा है कि इस ऐप के जरिए दिव्यांग जवानों को भी मदद की जाए।’

 इस तरह की पगड़ी पहनने का  अनुभव कैसा रहा ?

- पग पहनता था तो मेरी रीढ़ की हड्डी सीधी हो जाती थी। ’पग काफी भारी थी... कुछ  सवा किलो की रही होगी.. भारी-भरकम पग पहनने के बाद तलवारबाजी, करना  और मार-धाड़ वाले सीन करना लड़ाई  झगड़े वाले सीन करना थोड़ा मुश्किल रहा।  लेकिन पग पहनते ही आदमी की शान बढ़ जाती है और मैं जब भी पग पहनता था तो मेरी रीढ़ की हड्डी सीधी हो जाती थी और इसके बाद मैं हर चीज पर नजर रख सकता था।’

 आपने हर तरह के किरदार निभाए हैं, एक्शन, उसके बाद कॉमेडी और अब कुछ देशभक्ति या फिर समाजिक मुद्दों के विषय पर फिल्मों का हिस्सा बन रहे हैं। विस्तार से कुछ बतायें?

- मैंने खुद को कभी किसी इमेज में नहीं बंधने दिया।  करियर की शुरुआत में एक्शन फिल्में करता रहा, जिससे मुझे बोरियत सी होने लगी। तभी मैंने तय कर लिया था की अब आगे जिंदगी में अलग-अलग किस्म के किरदार करना है। किसी एक इमेज में खुद को बांधना नहीं है। मैंने एक्शन, कॉमेडी, रोमांस, सोशल, हॉरर और देशभक्ति सभी प्रकार की फिल्मों में काम किया है।’‘पगड़ी पहनते ही आदमी की शान बढ़ जाती है’- अक्षय  कुमार

 आप रीजनल फिल्मों से भी जुड़ना चाहेंगे आगे?

- आज रीजनल सिनेमा तेजी से आगे बढ़ रहा है। रीजनल सिनेमा भी बॉलीवुड की तरह ग्लैमरस है और साथ रीजनल फिल्में बॉक्स ऑफ़िस पर अच्छा बिजनेस कर रही है। आने वाले समय में मेरी इच्छा भोजपुरी फिल्म बनाने की है। मैं भोजपुरी फिल्मों में भी हाथ आजमाना चाहता हूं। भोजपुरी ही नहीं, बल्कि तमिल, कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों से भी जुड़ना चाहूंगा। मैंने अपने करियर की शुरुआत में साउथ की फिल्म में काम भी किया है।’

 यदि कोई बायोपिक करना चाहे  तो किस किरदार को परदे पर निभाना चाहेंगे आप?

- पृथ्वीराज चौहान का किरदार निभाना  चाहता हूं।

अक्षय की फिल्म ’केसरी’ पर्दे पर 21 मार्च  रिलीज़ होगी।  ’केसरी’ की कहानी 1897 में हुई सारागढ़ी युद्ध पर आधारित है, फिल्म में अक्षय हवलदार ईशर सिंह के किरदार में नजर आएंगे।

Latest Stories