‘फुकरे’, ‘फुकरे रिटर्न’, ‘हैप्पी भाग जाएगी’ सहित कई सफल बॉलीवड फिल्मों, वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ के अलावा ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 7’ और ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल’ जैसी इंटरनेशनल फिल्मां में अपने अभिनय का जलवा दिखाकर जबरदस्त शोहरत बटोर चुके अभिनेता अली फजल इन दिनों तिग्मांशु धुलिया निर्देशित फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ को लेकर चर्चा में हैं, जो कि 15 मार्च को रिलीज होने वाली है. इसकी शूटिंग लखनऊ में हुई हैं।
करियर किस दिशा में जा रहा है?
- करियर को लेकर बात करने में हमेशा मुझे डर लगता है.क्योंकि मैं किसी खास जॉनर में फिट नहीं बैठता हॅूं. मैंने कमर्शियल फिल्म की, फिर ‘फुकरे’ और ‘फुकरे रिटर्न’ जैसी हास्य फिल्म में एक गंभीर किरदार निभाया. फिर टीसीरीज के साथ मैंने एक अतरंगी गाना किया, तो लोगों ने कहा कि मैं उन्हें इमरान हाशमी की याद दिला रहा हू. कुछ समय पहले मैं जूड़ी डेंच के साथ हॉलीवुड फिल्म ‘‘विक्टोरिया एंड अब्दुल’ में अलग अंदाज में नजर आया. इसलिए मैं हर निर्देशक से कहता हॅूं कि मेरी फिल्में मत देखना अन्यथा आप कन्फ्यूज हो जाएंगे. पर मैं अपने बल पर आया हॅूं. इसलिए मुझे गिरने का या कुछ खोने का डर नहीं सताता।
आजकल आप उत्तर प्रदेश के शहरों में ही घूम रहे है. लखनऊ में आपने लगातार दो फिल्मों की शूटिंग की और अभी आप अलीगढ़ से वापस आए हैं. अलीगढ़ किसी खास मकसद से गए थे?
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी’ ने मुझे सिनेमा के एक समारोह में बोलने के लिए बुलाया था. जहां सात आठ हजार लड़कों ने मेरा शानदार स्वागत किया. वास्तव में उनका ‘‘फिल्म साज’’ नामक एक समारोह चल रहा था. मुझे फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ का प्रमोशन भी करना था, तो चला गया. पहली बार मुझे अहसास हुआ कि आम दर्शकों के बीच मुझे कितना पसंद किया जा रहा है।
फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ को लेकर क्या कहेंगे?
- तिग्मांशु धुलिया निर्देशित उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद/प्रयागराज की पृष्ठभूमि में बनी एक रोचक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जिसे हमने इलाहाबाद व लखनऊ में फिल्माया है. फिल्म का मुद्दा बहुत अच्छा है और फिल्म भी अच्छी बनी है. यह फिल्म 2010 से 2013 के बीच की कहानी है, जब देश में सिंगल थिएटर कम हो रहे थे और मल्टी प्लैक्स की संख्या बढ़ रही थी.उसी की कहानी के साथ प्रेम कहानी भी है. इसमें मैंने अनिरूद्ध शर्मा उर्फ अन्नू का किरदार निभाया है. यह बंदा संजय मिश्रा के साथ इलाहाबाद के एक सिंगल थिएटर में प्रोजेक्टर रूम में काम करता है. इलाहाबाद में इनकी जिंदगी पूरी तरह से फिल्मी है. वह मुंबई आकर फिल्म निर्देशक बनना चाहता है.फिर एक प्रेम कहानी पनपती है. यह दोनो लौंडे काफी जुगाड़ू हैं. दोनों स्थानीय फिल्में बनाते हैं, जिस तरह से मालेगॉव के कुछ लड़कां ने मिलकर वहां पर कुछ फिल्में बनायी हैं.वहॉं के लोगो ने स्थानीय स्तर पर बीस हजार की लागत में शोले से लेकर फिल्में बना डाली. तिग्मांशु धुलिया करियर की पहली फिल्म ‘हासिल’ का विषय अलग था, मगर उसकी कहानी को भी इस फिल्म में ओवरलैप किया गया है।
तिग्मांशु धुलिया के करियर की पहली फिल्म ‘हासिल’ में जिम्मी शेरगिल ने अनिरुद्ध शर्मा उर्फ अन्नू का ही किरदार निभाया था.मुझे फिल्म का ट्रेलर काफी कन्फ्यूजिंग लगा।
फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ के अपने किरदार को लेकर क्या कहेंगे?
- जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि इसमें मेरा किरदार अनिरूद्ध शर्मा उर्फ अन्नू का है. जो कि कालेज में पढ़ता है। रोमांटिक युवक है. पर उसकी तमन्ना मुंबई जाकर एक बड़ा फिल्म निर्देशक बनना है. वह इलाहाबाद में एक सिनेमाघर के प्रोजेक्शन रूम में काम करता है. इसके अलावा फिल्में भी बनाता रहता है. अन्नू फिल्म बनाने के लिए ही पहले एक लड़की श्रृद्धा श्रीनाथ को चीट करता है, फिर उसी से उसे प्यार हो जाता है।
फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ से भी मेरी ईमेज बदलेगी. अब तक मैंने हर फिल्म में बड़े शहरी लड़के के ही किरदार निभाए हैं.मगर पहली बार मैंने इसमें छोटे शहर के लड़के का किरदार निभाया है।
फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ में अन्नू का किरदार निभाना आपके लिए कितना आसान रहा ?
- देखिए, कुछ फिल्मों व वेब सीरीज में अभिनय करते हुए मैं निर्देश न की बारीकियों व एडीटिंग आदि को समझ चुका था.मगर अन्नू का किरदार निभाते समय मेरे लिए छोटे शहर के फिल्म मेकर के माइंड सेट को समझना आसान नहीं था. इसमें तिग्मांशु धुलिया ने मेरी काफी मदद की. छोटे शहरों के फिल्म मेकर के लिए सबसे बड़ी समस्या धन जुटाने की होती है.इसके लिए वह कई तरह के जुगाड़ करते हैं. मैंने अन्नू का किरदार निभाते समय फिल्म के निर्देशक तिग्मांशु धुलिया के मैनेरिजम को कॉपी किया है।
आपने फिल्म ‘मिलन टॉकीज’ की शूटिंग लखनऊ में की है.आप वहीं के रहने वाले हैं. तो क्या फर्क महसूस किया ?
- मैं तो लखनऊ का रहने वाला हूं. इसलिए शूटिंग के वक्त मुझे देखने वालों की भीड़ ज्यादा बढ़ जाती है. मगर आनंद तो खाने का बनता है. लखनऊ में शूटिंग के दौरान सभी के लिए खाना मेरे घर से आता है. प्रयाग नारायण रोड पर मेरा घर है. मैंने ‘मिलन टॉकीज’ के अलावा एक अन्य फिल्म ‘प्रस्थानम’ की भी शूटिंग लखनऊ में ही की है।
वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ में गुड्डू पंडित के किरदार में आपकी एक नई ईमेज बनकर उभरी?
- जी हॉ! ‘मिर्जापुर’ में लोगों को मेरा एक नया रूप नजर आया. हम कलाकारां का काम ही है, हर तरह के किरदार को निभाना।
जब आपको वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ का आफर मिला था, तो आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आया था?
- हकीकत यह है कि जब रितेश सिद्धवानी ने मुझे इस सीरीज के लिए बुलाया था, तो मैंने फिल्मों में व्यस्तता का बहाना करके इसे करने से मना कर दिया था.उस वक्त मुझे विलेन मुन्ना का किरदार आफर किया गया था. मेरी समझ में तो गुड्डू का ही किरदार आया था, पर कुछ समय बाद मुझसे गुड्डू के किरदार के लिए संपर्क किया गया, तो मेरे लिए एक नई चुनौती थी, मैंने स्वीकार किया. आज खुश हूं कि इससे मुझे एक नई पहचान मिली.रितेश सिद्धवानी ने मुझ पर यकीन किया।
यदि ‘मिर्जापुर’वेब सीरीज की बजाय फीचर फिल्म होती, तो?
- यह इस बात पर निर्भर करता कि फिल्म कितने बड़े दर्शक वर्ग तक पहुंची. यह वेब सरीज 16 नवंबर 2018 को एक साथ सत्तर देशों में रिलीज हुई. मैं अभी दो तीन देशों में गया, तो वहां के लोगों ने मुझे ‘मिर्जापुर’ के गुड्डू के नाम से पहचान रहे थे।
चर्चा है कि अब आप धीरे धीरे हॉलीवुड में व्यस्त होना चाहते हैं ?
- गलत..मेरा पहला प्यार बॉलीवुड ही है. मेरा जन्म भारत में हुआ और मैं अपने वतन भारत में ही रहना चाहता हूं. मैं बॉलीवुड छोड़कर नहीं जाने वाला. मगर जब भी ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल’ जैसी बेहतरीन इंटरनेशनल फिल्में मिलेंगी, तो बीच बीच में वहां जाकर काम करता रहॅूंगा. मेरी कोशिश यह है कि बॉलीवुड व हॉलीवुड फिल्मों के बीच का अंतर खत्म करना चाहता हूं. अभी मेरी शुरूआत है, पर मैं अपने आपको बदलना चाहता हूं. मैं अपनी चीजे हॉलीवुड में और हॉलीवुड की चीजें बॉलीवुड में लाना चाहता हूं. मेरे लिए यह बात बहुत मायने नहीं रखती कि हम कहां पर काम कर रहे हैं, पर हमें हमेशा यह पता होना चाहिए कि हमारा घर कहां है, जो कि मैं कभी नहीं भुलूंगा. बॉलीवुड ही मेरा घर है. फिलहाल मैंने दो इंटरनेशनल फिल्में करने के लिए हामी भरी है।
आपने एक शॉर्ट फिल्म निर्देशित की है. इसको लेकर क्या कहना चाहेंगे ?
- फिलहाल ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता. इसका लेखन, निर्माण व निर्देशन मैंने किया है. यह लगभग दस मिनट की रोचक फिल्म है. फन फिल्म है. कुछ अलग काम करने का प्रयास किया है. दो दिन बाद इसकी एडीटिंग का काम शुरू करने वाला हॅूं।
फिल्म ‘प्रस्थानम’ को लेकर क्या कहेंगे ?
- यह फिल्म संजय दत्त के साथ की है. इसमें संजय दत्त ने मेरे पिता का किरदार निभाया है. राजनीतिक पृष्ठभूमि की कहानी है. अमायरा दस्तूर भी हैं।
इसके अलावा कौन सी फिल्में कर रहे हैं ?
- एप्लॉज इंटरटेनमेंट के वेब शो ‘माइंड द मल्होत्राज’ में दीया मिर्जा के साथ कैमियो कर रहा हूं. यह एक इजराइली शो ‘ला फेमिग्लिया’ का भारतीय करण है. इसकी कहानी दक्षिण मुंबई में रह रहे एक परिवार के इर्दगिर्द घूमती है.इसके निर्देशक साहिल संघा और अभिनेत्री दीया मिर्जा मेरी अच्छी दोस्त हैं. इसलिए मैं इसमें कैमियो कर रहा हूं. यह एक कॉमेडी शो हैं।