अर्जुन कपूर की फिल्म इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड को रिलीज हो चुकी हैं। शायद यह उनके करियर का पहला किरदार है, जो फिल्म से दूर असलियत से वास्ता रखता है। सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म में अर्जुन लीड रोल में नजर आ रहे हैं। आमतौर पर अर्जुन को हल्के फुलके एंटरटेनर के रूप में ही देखा गया है। ज्यादातर कॉमिक रोल्स में। राजकुमार गुप्ता के निर्देशन में बनी ये फिल्म न सिर्फ गन-ब्लेजिंग है बल्कि हाई-ऑक्टेन एक्शन सीन्स से भरपूर है। फिल्म की कहानी पांच ऐसे किरदारों के इर्द-गिर्द बुनी गई जो देश में आतंकी हमले को रोकने के लिए इंडियन ओसामा को पकड़ने जाते हैं। इस दौरान उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस फिल्म में अर्जुन कपूर इंटेंस लुक में दिखाई दे रहे हैं। फिल्म में अर्जुन कपूर प्रभात सिंह के किरदार में नजर आ रहे हैं। फिल्म को लेकर अर्जुन कपूर से हुई बातचीतः
- इस फिल्म के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी और इसमें आपका किरदार क्या है?
‘इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड’ के लिए में मैने काफी मेहनत की है और इसमें मेरा किरदार सामान्य हीरो की छवि से काफी हटकर है। मैं फिल्म में खुफिया ब्यूरो के अधिकारी प्रभात की भूमिका निभा रहा हूं। यह एक हीरो की बंधी-बंधाई छवि से अलग है लेकिन प्रेरणादायक कहानी है।
-इस किरदार को निभाने के लिए किस तरह का दबाव था?
इस फिल्म में मुझपर हिंदी फिल्म के हीरो की बंधी-बंधाई छवि वाला किरदार निभाने का प्रैशर नहीं था। यह नए दौर की एक व्यवसायिक फिल्म है। मुझे हर किसी से इस प्रेरणादायक कहानी को देखने की उम्मीद है। इस किरदार में हीरोगिरी की कमी हो सकती है पर फिल्म में जो हीरोगिरी है, वह मेरे लिए काफी उत्साह भरी और नयी है। यह मेरे साथ इस तरह रहा कि मुझे लगता है कि मुझे ऐसी फिल्में करने में मजा आएगा।
-यह फिल्म ब्लास्ट से जुड़ी रीयल स्टोरी पर है। क्या इस घटना के बारे में आपको पहले से जानकारी थी?
मेरे निर्देशक राजकुमार गुप्ता ने जब मुझे यह कहानी सुनाई तब जाकर मुझे इस बारे में पूरी जानकारी हासिल हुई। इस कहानी को सुनने से पहले मैं सिर्फ इतना ही जानता था कि ब्लॉस्ट हुए हैं, लेकिन क्या किसी को पकड़ा गया है? इस बारे में जानकारी नहीं थी। अखबारों में इतनी खबरें हैं कि यह खबरें कि कुछ खबरें दब जाती हैं और हमारी जिंदगी आगे बढ़ जाती है।
-आतंकवाद को लेकर आपका क्या नजरिया है?
मेरा खूब खौलता है इस बात को लेकर कि आज भी यासीन भटकल जेल में है। 400 से ज्यादा लोगों की हत्या करने वाले राक्षस के बारे में हम बात नहीं करना चाहते हैं। हमने अब तक उस दैत्य के बारे में कोई बात नहीं की है। जेल में रखकर हम हम उसका ध्यान रख रहे हैं, जिसने मासूम लोगों का खूब बहाने में जरा सा भी नहीं सोचा।
-क्या आपको लगता है कि आज देशवासर सुरक्षित माहौल में हैं?
देखिए, रॉ, आईबी जैसी खुफिया एजेंसियां के जितने सारे लोग काम कर रहे हैं, वह सुनिश्चित कर रहे हैं इस तरह की कोई दुर्घटना न हो, तो आज के समय में हम लोग एक सुरक्षित माहौल में है। हम लोग अपना काम कर रहे हैं, तो उन लोगों की वजह से ही। अब कई अधिकारी होंगे जो मुंबई की गलियों में किसी न किसी आतंकवादी की तलाश में होंगे।