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DDLJ भारत की पहली ऐसी फ़िल्म थी, जिसमें मूवी के प्रमोशन के लिए 'बिहाइंड द सीन्स' का इस्तेमाल किया गया था

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By Mayapuri Desk
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DDLJ भारत की पहली ऐसी फ़िल्म थी, जिसमें मूवी के प्रमोशन के लिए 'बिहाइंड द सीन्स' का इस्तेमाल किया गया था

बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाली फ़िल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ (लोग प्यार से इसे DDLJ भी कहते हैं), आदित्य चोपड़ा द्वारा लिखित और उनके निर्देशन में बनी पहली फ़िल्म थी, जो हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे बड़े ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों में से एक है। इस फ़िल्म से हिंदी सिनेमा को शाहरुख खान और काजोल के रूप में बेजोड़ ऑन-स्क्रीन जोडी मिली, जिसे आने वाली जनरेशन के ऑडियंस भी उतना ही पसंद करेंगे। यह अब तक की सबसे लंबे समय तक चलने वाली हिंदी फ़िल्म बन चुकी है! लेकिन यह बात बेहद कम लोगों को ही मालूम है कि 20 अक्टूबर को अपने 25 साल पूरे करने वाली फ़िल्म DDLJ, दरअसल भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली ऐसी फ़िल्म थी जिसने इस फ़िल्म की ‘मेकिंग’ को भी प्रोड्यूस किया था, जिसे आज हम बिहाइंड द सीन्स (BTS) के नाम से जानते हैं!

DDLJ भारत की पहली ऐसी फ़िल्म थी, जिसमें मूवी के प्रमोशन के लिए

इस विषय पर उदय चोपड़ा ने हमें बताया कि, “आदि DDLJ के साथ कुछ ऐसा करना चाहते थे, जैसा भारतीय सिनेमा में पहले किसी ने नहीं किया था। उन्होंने मुझसे ’मेकिंग’ को डायरेक्ट करने की पूरी ज़िम्मेदारी लेने को कहा। चूंकि इंडस्ट्री में पहले कभी किसी ने ऐसा नहीं किया था, लिहाजा इस काम को शुरू करने और पूरा करने से पहले मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। कैलिफोर्निया के फ़िल्म स्कूल से वापस आने के बाद, मैंने फ़िल्म-मेकिंग के एक अन्य पहलू पर अपना हाथ आजमाने का फैसला किया और मुझे लगा कि मेरे लिए यह एक शानदार अवसर होगा। इसके लिए सबसे पहले हमें सेट के बहुत सारे फुटेज की जरूरत थी, और उन दिनों S-VHS के जरिए इस काम को पूरा करना ही एकमात्र कारगर विकल्प था। इसलिए, फ़िल्म के सेट पर असिस्टेंट की भूमिका निभाने के साथ-साथ मैं BTS फुटेज का वीडियोग्राफर भी बन गया!”

उन्होंने आगे कहा, 'मुझे याद है कि सेट पर हमेशा मेरे एक हाथ में कैमरा और दूसरे हाथ में क्लैप मौजूद रहता था, साथ ही एक यूटिलिटी बेल्ट में मैं सभी बैटरी, चार्जिंग केबल और स्पेयर पार्ट्स अपने साथ रखता था; सभी लोग सेट पर मुझे ही देखा करते थे! मुझे इसका सबसे बड़ा फायदा यह मिला कि, जिसे मैंने बाद में महसूस किया, फ़िल्म के सभी आर्टिस्ट मुझसे काफी कंफर्टेबल हो गए थे क्योंकि मैं सेट पर उनके सामने मौजूद रहता था। इसी वजह से मैं कुछ बेहद इंटरेस्टिंग और इंटिमेट शॉट्स लेने में कामयाब रहा, जिससे BTS फुटेज तैयार करने में मुझे काफी मदद मिली। DDLJ इस ट्रेंड को शुरू करने वाली पहली फ़िल्म थी, जिसे आज हम लोग BTS के नाम से जानते हैं! हालांकि, उन दिनों हमने बिहाइंड द सीन्स (BTS) को 'द मेकिंग' का नाम दिया

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