‘उस जमाने में शकीला का इतना बोल्ड होना कमाल की बात है’- रिचा चड्ढा

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By Lipika Varma
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‘उस जमाने में शकीला का इतना बोल्ड होना कमाल की बात है’- रिचा चड्ढा

लिपिका वर्मा

रिचा  चड्ढा प्राकृतिक प्रेमी है, अतः समुद्र तटों (वीचेस) पर अक्सर बैठ अपने प्राकृतिक प्रेम का  अनूठापन का एहसास कर लिया करती है। हाल ही में नेशनल अवॉर्ड विनर निर्देशक प्रदीप सरकार द्वारा, ‘नील समंदर’ टाइटल एक वीडियो अंडमान निकोबार  द्वीप में  शूट भी किया है। हाल ही में रिचा भोपाल में फिल्म ‘पंगा’ की शूटिंग में व्यस्त है किन्तु वहां भी वह लेक जाने का समय निकाल ही लेती है। “जी हाँ भोपाल में एक बहुत ही अच्छी लेक है। यहाँ समय निकाल कर शाम को मैं अक्सर आ जाया करती हूँ। “

पेश है रिचा चड्ढा के साथ लिपिका वर्मा की बातचीत के कुछ अंश

फिल्म “पंगा“ के बारे में कुछ बतायें ?

- यह महिलाओं से जुड़ी कबड्डी के खेल के बारे में है। महिला कबड्डी टीम की एक बेहतरीन कहानी है। कंगना रनोट, नीना गुप्ता इत्यादि एक बेहतरीन कलाकारों की टुकड़ी है। सबके साथ काम करने का अनुभव अच्छा और मजेदार रहा। खासकर भोपाल शहर में शूटिंग का एक अलग मजा ही आता है।

हाल ही में आपने ‘नील समंदर’ वीडियो अंडमान में शूट किया  है क्या कहना चाहेंगी इस लोकेशन के बारे में?

- जी हाँ ‘नील समुन्दर’ के निर्देशक श्री प्रदीप सरकार वह अपने परिवार  को भी साथ में लेकर शूटिंग करते है। उनके परिवार ने मेरा बहुत ख्याल रखा। हालांकि हम लोग बहुत व्यस्त थे। किन्तु यहाँ भी वीच पर मैं गयी। यहाँ के समुंद्री तट बहुत ही साफ़ सुथरे है। पानी भी बहुत साफ़ है। सफाई के साथ साथ समुंद्री तट सूंदर भी है। यहाँ की सुंदरता देख मुझे यह महसूस हुआ कि हमारे मुंबई की वीच को साफ़ सुथरा एवं सुन्दर बनाने की बहुत जरूरत है।

सुना है आपने वाटर ड्राइविंग भी की है वीडियो में ?

- जी हाँ ! वैसे मैंने 15 -16 वर्ष की उम्र में ही तैराकी सीख ली थी। किन्तु तैराकी एवं डाइविंग( गोताखोरी) में बहुत अंतर है। नील समंदर वीडियो में मैंने तीर कमान भी चलाये हैं। और ड्राइविंग भी की है। आपको बता दूँ पानी में गोताखोरी करने के समय सब कुछ नियंत्रण में रखना होता है। सो इसका मुझे ख़ास ध्यान रखना पड़ा। फायर (आग ) साइव में जन्मी हूँ सो पानी में अत्यंत मजा आता है।

अपनी फिल्म ‘शकीला’ के बारे में कुछ बतायें ?

- शकीला एक बहुत ही दिलचस्प एवं साधारण   महिला है। उस ज़माने में इतना बोल्ड होना कमाल  की बात है। यह महिला दक्षिण की है। इस फिल्म का विषय न केवल रोचक है अपितु अच्छा भी है। जी हाँ, सिल्क स्मिता भी काफी बोल्ड व्यक्तित्व की  महिला थी।

क्या हमारी बॉलीवुड की हीरोइन्स की तुलना में टॉलीवुड की हीरोइन्स ज्यादा बोल्ड है ?

- नहीं, ऐसा नहीं है। स्मिता वशिष्ठ और सिमी ग्रेवाल इत्यादि और भी कई अभिनेत्रियों ने काफी बोल्ड कदम उठाये हैं अपने ज़माने में। हम यहाँ अपना मत खुल कर रख सकते हैं। फिल्मों में काम करना सामयिक एवं प्रसांगिग होता है।

 क्या आज भी आप  अपने आप को बॉलीवुड में “बाहरी“(आउट साइडर मानती है ?

जी हाँ मैं आज भी अपने आप को बाहरी ही मानती हूँ. और ऐसा हमेशा से मानती हूं। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। क्योंकि मैं यहां जन्मी और पली बड़ी नहीं हूँ , मैं तो सिर्फ काम के सिलसिले में यहाँ आयी। मेरे माता -पिता शैक्षिक काम से जुड़े हुए हैं। हाँ मेरे बच्चे जरूर अपने आप को यहाँ का बाशिंदा मान सकेंगे।

आपके बॉयफ्रेंड अली फज़ल से मिलना होता है या?

- जी हम दोनों अक्सर, ’एयरपोर्ट पर ही मिल लेते  है। अक्सर काम के सिलसिले में हम दोनों कहीं न कहीं शूटिंग ही कर रहे होते हैं। सो समय नहीं मिल पाता है। हाँ जब वह यहाँ नहीं होते हैं तो मैं अपनी बिल्लियों के साथ समय व्यतीत कर लिया करती हूँ।

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