पत्रकार से फिल्म मेकर बने राम कमल मुखर्जी ने सबसे पहले अंग्रेजी भाषा की फिल्म ‘केक वॉक’ का निर्माण व निर्देशन कर हंगामा मचाया था। फिर उन्होंने हिंदी भाषा में पहली फिल्म ‘‘सीजंस ग्रीटिंग्स’’ बनायी, जिसे कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहो में पुरस्कृत किया गया। इसी वर्ष यह फिल्म ‘‘जी 5’’ पर स्ट्रीम हुई और इसने काफी शोहरत बटोरी। अब लेखक व निर्देशक राम कमल मुखर्जी एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वह अंग्रेजी या हिंदी नहीं बल्कि बंगला भाषा की फिल्म ‘रिक्शावाला’ को लेकर चर्चां में है, जिसमें कोलकाता के रिक्शावालों की मार्मिक कथा है।
राम कमल मुखर्जी अपने करियर की तीसरी फिल्म ‘‘रिक्शावाला’’’ को लेकर काफी प्रसन्न हैं। क्योंकि फीचर फिल्म ‘रिक्शावाला’ एक साथ ‘‘मैंड्रिड’’ और ‘‘मेलबर्न’’ फिल्मोत्सव’’ में प्रदर्शन के लिए चुनी गयी है. जी हाँ! फिल्म ‘रिक्शावाला’का प्रदर्शन स्पेन के जननी मानी इमेजिनिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल मैड्रिड मेलबर्न के 11 वें अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म समारोह में किया जाएगा।
23 अक्टूबर को संपन्न होने वाले मेलबर्न फिल्मोत्सव के निदेशक मितु भौमिक लैंगे कहते हैं-‘‘हम राम कमल मुखर्जी द्वारा निर्देशित दोनों फिल्मों ‘रिक्शावाला’ और ‘सीजंस ग्रीटिंग्स’ को लेकर खुश हैं. वह एक संवेदनशील फिल्म निर्माता हैं, जो अपने विषयों को ध्यान परदे पर उकेरते हैं।‘‘
पिछले साल ‘‘इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न’’ में शाहरुख खान, तब्बू, अर्जुन कपूर, विजय सेतुपति, गायत्री शंकर, करण जौहर, जोया अख्तर, श्रीराम राघवन, और रीमा दास जैसे गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया था। इस सात दिवसीय समारोह में भारत भर की 60 से अधिक फिल्मों और 22 से अधिक भाषाओं की फिल्मों का प्रदर्शन होगा।
जबकि नवंबर माह में मैड्रिड में इमेजिन इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लव सेक्शन में राम कमल मुखर्जी निर्देशित फिल्म ‘‘‘रिक्शावाला’ का प्रदर्शन होगा।
एक आधिकारिक बयान में, मैड्रिड के फिल्मोत्सव निदेशक अबुर रहीम काजी ने स्पेनिश में फिल्म ‘‘रिक्शावाला’’ के बारे में जो कुछ लिखा है, उसका अनुवादित संस्करण इस प्रकार है-‘‘जीवन एक रिक्त पृष्ठ की तरह एक का स्वागत करता है। आप जाते हैं, आप नहीं जानते कि आप कहाँ हैं? आप कहाँ से अनदेखा करते हैं। लेकिन यह राम कमल मुखर्जी निर्देशित भारतीय फिल्म ‘‘रिक्शावाला’ के केंद्रीय चरित्र मनोज की बात नहीं है. मनोज का भविष्य राह में पत्थरों की मार पर लिखा गया है। इसमें परिवार के विनम्र मूल्य, सिद्धता का स्थान, बिहार, भारतीय समाज का वर्गवाद, पड़ोस का ठग या दो विपरीत सेक्स के बीच का डिसफैक्षनल/बेकार संबंध. बिना किसी संभावित वापसी के साथ प्राचीन जीवन या नहीं? क्योंकि मनोज भी बिहार से कोलकाता प्यार, सम्मान, साहस और ईमानदारी से भरा हुआ तथा उस बचे हुए विद्रोह के साथ, जो इन दिनों हर युवा में दबा हुआ है,जिसकी उत्पत्ति अज्ञात है. मनोज केकिरदार में अविनाश द्विवेदी का अविस्मरणीय अभिनय, मधुरा पालित का बेहतरीन कैमरावर्क और राम कमल मुखर्जी का बेहतरीन निर्देशन मुझे भा गया। फिल्म के निर्देशक हमें उन विभिन्न मुद्दो से हमें दो चार करते हैं, जो अभी भी भारत में विद्यमान हैं और विश्वसनीय कथा के साथ समर्थित हैं। संक्षेप में यह नामहीन आत्माओं और अकेलेपन की कहानी है। टूटी हुई दीवारें। एक प्राचीन जीवन या शायद ऐसा भविष्य जो अभी तक दिखाई नहीं दे रहा है। ”
अरित्रा दास,गौरव डागा और शैलेंद्र कुमार द्वारा निर्मित यह फिल्म भारत में बेरोजगारी और प्रवासी उत्पीड़न के समकालीन मुद्दों के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म के संगीतकार नीरंजन साहा,एडीटर प्रोयॉय दासगुप्ता हैं, कैमरामैन मधुरा पालित हैं। ज्ञातव्य है कि गत वर्ष कॉन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में मधुर पालित को पुरस्कृत किया जा चुका है।
कोलकाता विश्वविद्यालय से मास कम्यूनीकेशन में डिग्री हासिल करने के बाद पत्रकारिता से करियर की शुरूआत करने वाले राम कमल मुखर्जी बाद में कई अंग्रेजी पत्र पत्रिकाओ में कई पदों पर रहते हुए संपादक भी बने. ‘प्रितीशनंदी कम्यूनीकेशन’ में वाइस प्रेसीडेंट के पद पर रहते हुए कई फिल्मों का निर्माण किया।
हेमा मालिनी पर काफी टेबल बुक के अलावा उनकी ऑटोबायोग्राफी लिखी। कुछ उपन्यास लिखे।दो कहानी संग्रह बाजार में आए। संजय दत्त पर किताब लिखी. उनकी दो कविताओं को ‘मुक्ताकाश’ ने छापा। ‘जीटीवी’ के लिए ‘बिन कुछ कहे’ का निर्माण किया। गत वर्ष अंग्रेजी भाषा की लघु फिल्म ‘‘केकवाक’’ का निर्देशन किया, जिसने कई नए रिकार्ड रचे। फिर बतौर निर्देशक वह हिंदी फीचर फिल्म ‘‘सीजन्स ग्रीटिंग्स’’ लेकर आएं, जो कि ‘‘जी 5’’ पर प्रसारित हुई और जबरदस्त लोकप्रियता मिली। अब वह अपनी बंगला भाषा की फिल्म ‘‘‘रिक्शावाला’’’ को लेकर उत्साहित हैं।
फिल्म के निर्देशक राम कमल मुखर्जी कहते हैं-‘‘मुझे खुशी है कि हमारी फिल्म को मेलबर्न और मैड्रिड में प्रतिष्ठित समारोहों के लिए चुना गया है। मैं एक साधारण कहानी बताना चाहता था और चूंकि मैंने अपना बचपन उत्तरी कोलकाता में बिताया है, इसलिए मैं रिक्शा चालकों की इस कहानी को बताना चाहता था।‘‘
राम कमल मुखर्जी आगे कहते हैं-‘‘सच कहूं तो मेरी फिल्म ‘रिक्शावाला’ की कहानी संयोग से कई घटनाओं पर आधारित है, जो मैंने कोलकाता में अपने शुरुआती दिनों में एक बच्चे के रूप में देखी थी। मैं महर्स्ट स्ट्रीट, कोलकाता में बड़ा हुआ हूं। मैंने रिक्शावाला और उनके परिवारों को करीब से देखा है। मुझे लगता है कि यह उचित समय है कि हम उनके बारे में भी बात करते हैं। हिंदी सिनेमा में या बंगाली फिल्मों में भी हमने उन्हें मुश्किल से केंद्रीय चरित्र के रूप में देखा है।‘‘
फिल्म ‘‘रिक्षावाला’’ में मनोज का किरदार निभाने वाले बॉलीवुड अभिनेता अविनाश द्विवेदी मशहूर अदाकारा संभावना सेठ के पति होने के साथ-साथ कुछ भोजपुरी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। भोजपुरी फिल्म ‘चारन’ में उन्हें काफी पसंद किया गया था. मगर ‘‘‘रिक्शावाला’ उनके करियर की पहली बांगला फिल्म है। अपनी फिल्म को एक साथ दो अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव के लिए चुने जाने से काफी उत्साहित हैं। वह कहते हैं-‘‘ फिल्म उद्योग को नई प्रतिभाओं को स्वीकार करने की जरूरत है। इस फिल्म से मुझे जोड़ने के लिए मैं निर्देशक राम कमल दादा का शुक्रगुजार हूं। वह आसानी से दूसरे कलाकार का विकल्प चुन सकते थे, लेकिन वह किसी ऐसे नए कलाकार को चुनना पसंद करते हैं, जो फिल्म की विषयवस्तु में अपना विश्वास दिखाने के साथ किरदार के लिए उपयुक्त हो।’’
फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री संगीता सिन्हा कहती हैं-‘‘राम कमल सर वास्तव में मेरे और अविनाश के साथ दृश्यों को पढ़ने और अधिनियमित करने में दिन बिताते हैं। मैं बहुत घबरायी हुई थी, क्योंकि वह पहले से ही ईशा देओल, सेलिना जेटली और लिलेट पुरी दुबे जी जैसे बड़े सितारों को निर्देशित कर चुके थे। लेकिन हम नए कलाकारों के साथ भी बहुत सहज थे।’’
‘‘एस्सोटेड मोशन पिक्चर्स’’ के अरित्रा दास कहते हैं, ‘‘ फिल्म ‘रिक्शावाला’ हम सभी के लिए एक बहुत ही प्रिय फिल्म है। हमने गर्मी और मूसलाधार बारिश में फिल्म की शूटिंग की। अभिनेताओं और तकनीशियनों ने परिवार की तरह मेरा समर्थन किया।‘‘
फिल्म की दूसरी निर्माण कंपनी ‘‘जी डे प्रोडक्शन’’ के गौरव डागा कहते हैं-‘‘जब हम अपनी फिल्म ‘रिक्शावाला’ के संबंध में अच्छी बातें सुनकर हम काफी भावुक हो जाते हैं। क्योंकि इसके निर्माण के दौरान हमें हर किसी के संघर्ष और दर्द का सामना करना पड़ा है।‘‘
फिल्म ‘‘‘रिक्शावाला’ दिग्गज अभिनेता ओम पुरी को विनम्र श्रद्धांजलि देती है, जिन्होंने रोलैंड जोफ्स की फिल्म ‘‘सिटी ऑफ ज्वॉय’’ में रिक्शावाला की भूमिका निभाई थी। राम कमल कहते हैं-‘‘ओम पुरी जी की यह 70 वीं जयंती है, और यह हमारी विनम्र भेंट है, जो अब हमारे बीच नहीं है।‘‘
दिग्गज अभिनेता की पत्नी नंदिता पुरी कहती हैं, ‘‘ओम जी नए निर्माताओं और उनकी दृष्टि में विश्वास करते थे। जैसा कि हम 18 अक्टूबर को उनकी 70 वीं जयंती के लिए तैयारी कर रहे हैं, यह खबर एक बड़े आश्चर्य के रूप में सामने आती है। राम कमल एक बेहतरीन फिल्मकार और निर्देशक हैं। रिक्शावाला को उनके सरल और फिर भी उत्तेजक कथा के लिए याद किया जाएगा।”
अरित्रा दास, सर्बानी मुखर्जी और शैलेंद्र कुमार द्वारा निर्मित फिल्म को सिनेमैटोग्राफर मधुरा पालित को भी फिल्म के अभिन्न अंग के रूप में देखा जाएगा।
‘‘कॉन इंटरनेशनल फिल्मोत्सव’’ में पुरस्कृत कैमरामैन मधुरा पालित को जोड़ने की चर्चा करते हुए फिल्म ‘‘रिक्षावाला’’ की निर्माता अरित्रा दास कहती हैं-‘‘जब मैंने मधुरा को अवधारणा सुनाई, तो वह आसानी से इस फिल्म का हिस्सा बनने को तैयार हो गई। यह राम कमल दा का एक भावुक विषय है, और इस साल कान फिल्म महोत्सव में मधुरा की अंतर्राष्ट्रीय पहचान के साथ यह एक बोनस होगा,‘‘ निर्माता अरित्रा दास हैं।
- शान्तिस्वरुप त्रिपाठी