-शान्तिस्वरुप त्रिपाठी
डिजनी पर प्रसारित ‘‘कभी ऐसे गीत गाया करो’’ से अभिनय की शुरूआत करने वाली टीवी अभिनेत्री निक्की शर्मा ने पिछले दस वर्ष के दौरान काफी उंचाईयां हासिल करने के साथ ही काफी शोहरत बटोर ली है। अब वह जी टीवी पर जल्द प्रसारित होने वाले सीरियल ‘ब्रम्हराक्षस’सीजन 2 में कालिंदी के लीड किरदार को निभाते हुए नजर आने वाली हैं। इसे लेकर वह काफी उत्साहित हैं। क्योंकि लीड करेक्टर के रूप में यह उनका पहला सीरियल होगा। प्रस्तुत है ‘मायापुरी’ के लिए उनसे हुई एक्सक्लूसिब बातचीत के अंश..
अब तक के अपने अभिनय कैरियर को आप किस तरह से देखती हैं?
मैं यही देखती हूं कि मेरी जो ग्रोथ/विकास हुई है, वह इसी तरह सदैव होती रहे। अब तक मेरे हजार सीरियल प्रसारित नहीं हुए हैं, मगर मुझे अभिनेत्री के तौर पर पहचान मिली। दर्शकों का असीमित प्यार मिला। यह सब पाने के लिए मैंने भी अपनी तरफ से बहुत मेहनत की। पिछले दस वर्ष से लगातार सीखती आ रही हॅूं। मैं मानती हॅूं कि एक मुकाम पाने के लिए मुझे समय लगा।लेकिन मैं ऐसा सोचती हूं कि अगर आप किसी भी क्षेत्र में काम करते हुए इंज्वाय करते हुए धीरे -धीरे आगे बढ़ रहे हैं,तो आपका विकास न सिर्फ अच्छा होता है,बल्कि काफी मजबूत होता है। बतौर इंसान भी आपके अंदर काफी ग्रोथ होती है। मैं आगे भी मेहनत करते रहना चाहती हॅूं। मैंने अब तक जो कुछ भी किया है, उससे भी अधिक व बेहतरीन काम आगे करना चाहती हूँ। मैं अपने आप को बहुत स्वार्थी मानती हूं। अब मुझे पहला लीड किरदार निभाने का मौका जीटीवी पर आने वाले सीरियल ‘ब्रम्हराक्षस’ के सीजन 2 में मिला है।
सीरियल ‘‘ब्रम्हराक्षस के दूसरे सीजन में लीड किरदार निभाने का मौका कैसे मिला?
जी हाँ! अब में ‘जी टीवी’पर आने वाले सीरियल ‘ब्रह्मराक्षस 2 का शैतान’ में लीड किरदार निभा रही हॅं। यह ‘ब्रह्मराक्षस’ का दूसरा सीजन है। सच कहूँ तो मैंने सोचा ही नहीं था कि मुझे इस सीरियल में अभिनय करना है। क्योंकि यह वर्ष हम सभी के लिए बहुत मुश्किल भरा रहा है। पिछले पांच माह से घर पर ही हूँ। इस बीच मैं सोच रही थी कि मैं अपनी पढ़ाई को पूरा करूं, मैंने ग्रेजुएशन पूरा नहीं किया था। तो मैं सोच रही थी कि अब मैं थोड़ा सा उसकी तरफ ध्यान देती हूं। क्योंकि समझ में नहीं आ रहा था कि अब इंडस्ट्री किस तरह से काम करने वाली है? वैसे भी पिछले एक डेढ़ साल से मैंने ज्यादा कुछ खास काम किया भी नहीं है। क्योंकि मैं खुद को एक अच्छे व बड़े सीरियल के साथ जुड़ना चाहती थी। पिछले एक वर्ष के दौरान मुझे कुछ भी रोचक मिला नहीं। मेरे पास जो भी ऑफर आए, वह रोचक नहीं थे। ऐसे में मुझे ‘बालाजी टेलीफिल्मस’ की तरफ से आडीशन देने के लिए कहा गया, तो मैंने दे दिया था। पर तब मुझे पता नहीं था कि यह किसके लिए है। लेकिन जैसे ही मुझे बताया गया कि यह ‘ब्रह्मराक्षस’ का सीजन 2 है, तो मैंने तुरंत हामी भर दी। मैं इस मौके को अपने हाथ से किसी भी तरह से जाने नहीं देना चाहती थी।
सीरियल ‘‘ब्रह्मराक्षस-सीजन 2’’ को लेकर क्या कहना चााहेंगी?
यह सीरियल लोककथाओं से प्रेरित अनोखी और दिलचस्प कहानी पर आधारित है, जो कि इस बार अपनी दोगुनी ताकत के साथ वापस लौटता है। सोनगढ़ की पृष्ठभूमि पर आधारित इस शो में कालिंदी नाम की एक साधारण लड़की की यात्रा दिखायी गयी है, जिसकी किस्मत शैतानी ताकतों में उलझ जाती है और फिर उसकी तकदीर में एक ऐसा मोड़ आता है, जहां वो शैतान ब्रह्मराक्षस का मुकाबला करने के लिए अपने अंदर की ताकत जुटाती है। जहां नवविवाहिताओं की शादी वाले दिन उनका अपहरण करके ब्रह्मराक्षस को ताकत मिलती है,जिससे वह पूरे शहर पर कहर बरपाता है,वहीं कालिंदी की एकमात्र ताकत है अपने जीवन साथी अंगद के प्रति उसका प्यार! वैसे तो कालिंदी शैतानी दुनिया का सामना करते हुए अपनी सीधी-सादी जिंदगी के रास्ते पर चल रही है, लेकिन अब उसे उन लोगों की रक्षा करने के लिए एक मुश्किल लड़ाई लड़नी होगी, जिनकी वह परवाह करती है!
मैं पहली बार इसमें लीड रोल निभा रही हूं। चूंकि यह मौका मुझे अपने पहले थ्रिलर फैंटसी सीरियल में मिला है,तो इससे मेरा उत्साह और बढ़ गया है। मुझे फैंटसी सीरियल बहुत पसंद हैं। क्योंकि इसमें आपको अपने किरदार के साथ काफी प्रयोग करने का मौका मिलता है, और मेरा मानना है कि यह एक एक्टर के लिए हमेशा अच्छा होता है। जहां मैं कई तरह से कालिंदी से जुड़ती हूं, वहीं मेरा मानना है कि इस रोल में अपनी तरह की चुनौतियां हैं। इस किरदार को सही ढंग से प्रस्तुत करने के लिए अलग-अलग तरह की भावनाएं दिखाने की जरूरत है। सुपरनैचुरल ड्रामा की शूटिंग को लेकर मैंने जितने भी दिलचस्प अनुभव सुने हैं, उन्हें देखते हुए अब मैं इस शो को लेकर वाकई बहुत उत्साहित और उत्सुक हूं। अब मुझे इस शो का इंतजार है और मैं उम्मीद करती हूं दर्शकों को भी यह शो जरूर पसंद आएगा।”
कालिंदी के किरदार को लेकर क्या कहना चाहेंगी?
कालिंदी एक साधारण लड़की होने के साथ साथ पक्के इरादों वाली लड़की है। 21 साल की कालिंदी अपना ग्रेजुएशन पूरा करके अपना मनपसंद जॉब हासिल करने के एक साधारण सपने के साथ एक आम जिंदगी बिताती है। अपनी पढ़ाई, घर के काम और खुद को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की कवायद में उसका वक्त गुजरता है। कालिंदी स्वभाव से शर्मीली जरूर है,लेकिन वह अपने प्रति दूसरों के व्यवहार का असर नहीं पड़ने देती।अपनी खूबसूरती और आकर्षण से अनजान कालिंदी, ऐसे किसी भी अमीरजादे को तरजीह नहीं देती,तो उससे आकर्षित होते हैं। लेकिन फिर उसे अंगद से प्यार हो जाता है।
कालिंदी के चरित्र को निभाने के लिए किसी खास तरह की तैयारी करने की जरुरत पड़ी?
कालिंदी अपने आप में बहुत ही ज्यादा आत्मविश्वासी लड़की है।इसलिए मैं अपनी बातचीत के लहजे में उस आत्मविश्वास को लाने की प्रैक्टिस कर रही हूं। इसमें मेरा हिंदी का उच्चारण भी दुरूस्त होगा। अन्यथा मुंबई में ही पली बढ़ी होने के कारण मेरी हिंदी मुम्बैया हो गयी है।
अब तक आपने काफी सीरियलों में कई तरह के किरदार निभा लिए.अब आपके दिमाग में कोई ऐसा किरदार है,जिसे आप निभाना चाहती हैं?
मुझे पश्चमी देशों के सीरियल काफी अच्छी लगती हैं। अभी एक वेब सीरीज ‘मनी हाइक’देखी थी। मैं इस तरह के सीरियल या वेब सीरीज करना चाहती हूँ। मुझे उम्मीद है कि एक न एक दिन मुझे किसी न किसी विदेशी वेब सीरीज या सीरियल या फिल्म का हिस्सा बनने का गौरव हासिल होगा। मुझे इस तरह के काम करने से आनंद की अनुभूति होगी। मुझे अलग-अलग भाषाओं में काम करने का बहुत शौक है। ईरान व अन्य देशों के सिनेमा काफी अलग रहता है। इससे कलाकार के तौर पर अलग-अलग चीजें सीखने का मौका मिलता है। अगर मैं भारत की बात करुं तो मुझे कंगना रानौत का फिल्म ‘क्वीन’वाला किरदार निभाने की इच्छा है।यह बहुत ही ज्यादा स्ट्रांग किरदार था।
क्या आप भविष्य में फिल्में नहीं करना चाहती?
हर कलाकार की तमन्ना होती है कि वह फीचर फिल्म का हिस्सा बने और खुद को बड़े परदे पर देखें। मेरी भी इच्छा है। मैं तो डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी करना चाहूंगी। मुझे लगता है कि कलाकार को हर तरह का काम करने के लिए खुला रहना चाहिए। मैंने टीवी और वेब सीरीज के अलावा विज्ञापन फिल्में की हैं। मुझे विज्ञापन फिल्मों में बहुत मजा आता है। मैं कोशिश करूंगी कि मुझे फिल्मों में कुछ अच्छा काम मिले, तो मैं जरूर करूं।
आपके शौक क्या हैं?
मुझे फिल्में, टीवी सीरियल देखाना। कूकिंग करना और किताबें पढ़ने का बेहद शौक है।
किस तरह की किताबें पढ़ती हैं?
मुझे भगवत गीता और उन किताबो को पढ़ने में आनंद मिलता है, जो कि जीवन जीना सिखाती हैं।