- लिपिका वर्मा
ईशा देओल तख्तानी ने अपने माता पिता-हेमा मालिनी -धर्मेंद्र को बतौर ,’एक दुआ’ से निर्माता बनी, ईशा ने 6जी एचीवर अवार्ड 2021 आइकोनिक एक्टर-प्रोड्यूसर की केटेगरी में प्राप्त कर उन्हें न केवल गौरवणन्वित किया है अपितु खुद के लिए और ढेरो चैलेंज इकट्ठा कर लिए है! उन्हें अब और अच्छी स्क्रिप्ट्स खोजनी होगी? उनके पास अगली अजय देवगन स्टार्रर प्रोजेवत,’रुद्रा-एज ऑफ डार्कनेस्स’ भी है जो बहुत जल्द रिलीज के लिए तैयार है! अवार्ड ईशा के लिए क्या है, वह कहती है-’मुझे अनकही’ फिल्म के लिए भी नेगेटिव रोल में अवार्ड मिला था! फिर मेरी डेब्यू फिल्म के लिए भी अवार्ड प्राप्त किया मैंने! और फिल्म ‘धूम’ में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर की कैटेगरी के लिए अवार्ड से सम्मानित की गई! बस यह सब हार्ड वर्क करके ही मिलता है और बस काम करते रहे यही प्रेरणा मिलती है?
ईशा ने 6th एचीवर अवार्ड 2021 आइकोनिक एक्टर-प्रोड्यूसर की कैटेगरी में प्राप्त किया ऐसे ट्रैजिक? रोल करने कितने चैलेंजिंग होते है?
जी हाँ, ‘एक दुआ’ के लिए खासकर बतौर निर्माता यह अवार्ड मिलना अत्यंत खुशी की बात है! अवार्ड्स मुझे प्रोत्साहित करते है! और मैं पहली बारी निर्मात्री की फील्ड में उत्तरी हूँ, अतः मेरे लिए यह सब कुछ नया ही है! मुझे बहुत ही अद्भुत भी लग रहा है क्योंकि बतौर अभिनेता काम करती रही हूँ यह अवार्ड एक्टर-प्रोड्यूसर की केटेगरी में मिला है, मेरा अहोभाग्य है! और क्या बतलाऊँ अब और ज्यादा सावधानी से स्क्रिप्ट का चयन करना होगा!
अपने किरदार को इतना प्यार मिला उसके बारे में आगे ईशा कहती है, ’मुझे दर्शकों का प्यार मिला -इस किरदार को निभाते हुए इससे अच्छी बात मेरे लिए और क्या हो सकती है? बस उन्ही के प्यार की वजह से मुझे इस अवार्ड से सम्मानित किया गया है! उनके प्रति मेरी जिम्मेदारी बढ़ गयी है! मुझे अच्छी मनोरंजक एवं मुद्दे से परिपूर्ण स्क्रिप्ट्स उन्हें परोसनी होगी आगे भी! ताकि वह मेरी फिल्मों को देखने के लिए उत्सुक रहे और एन्जॉय भी करे! यह कहानी ने मेरे दिल को छू दिया, मेरी भी दो बेटियां है इसलिए मै इस कहानी से बहुत रिलेट कर आयी।
अवार्ड आपके लिए क्या मायने रखते है?
बस मुझे अवार्ड्स प्रोत्साहित करते है! ताकि मैं और भी अच्छा प्रदर्शन कर पाऊँ-बतौर एक्टर्स और अब तो बतौर निर्मात्री भी मेरी जिम्मेदारी बढ़ गयी है। कोशिश करूंगी की बेहतरीन फिल्मे बनाऊं और आगे बढ़ती चलूँ।
लेंगिग भेदभाव सम्पूर्ण रूप से खत्म हो सकता है क्या कभी?
जी,लेंगिग भेदभाव सम्पूर्णतः खत्म करने हेतु- हमें इसे जड़ से उखाड़ फेकना होगा। मेरा यह तात्पर्य नहीं है कि, बच्चे स्कूल जाएँ गणित या विज्ञानं पढ़े अपितु खासकर माँ अपने पुत्र को बुनियादी शिक्षा जरूर प्रदान करे ,’हमें किस तरह से उन्हें एक महिला की इज्जत करनी है, उसे यह शिक्षा देना -महत्वपूर्ण होगा! हमेशा विपरीत जेंडर की इज्जत कीजिये यही शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है।
आपकी अगली फिल्म अजय देवगन के साथ ही उसके बारे में कुछ बताएं?
जी हाँ रुद्रा-अजय देवगन के साथ मेरा प्रोजेक्ट रिलीज के लिए तैयार है। यह अजय का डेब्यू भी है। मेरा अजय के साथ काम करने का पहले भी बेहद अच्छा अनुभव रहा है। वापस उनके साथ आना मुझे बहुत अच्छा लगा और कम्फर्टेबल भी। बस आप लोग इंतजार करें यह शो देखे।
आप अपना विवाहित जीवन,पारिवारिक जीवन और प्रोफेशनल जीवन भी बेहतरीन ढंग से प्रतिबंधित कर पाती है। क्या कहना चाहेगी इस बारे में?
महिलाएं अमूमन बहू करयाण होती है, उनके पास सभी काम एक साथ पूर्ण करने के तरीके होते है। दरअसल में ,मैं एक अनुशासित जीवन प्रणाली का अनुसरण करती हूँ। दिनचर्या को भी फॉलो करना जरूरी होता है। शूट्स की डेट्स की सचेंडुलिंग और परिवार के लिए समय तय करना अत्यंत आवश्यक है। एक सही कैलेंडर एवं तिथि निर्धारित करना भी जरूरी है हम सब के लिए। यह सब कुछ करने के लिए धैर्य जरूरी है।मै अपने काम और अपने लोगों दोनों को लेकर बहुत पैशनेट हूँ। अतः धैर्य और पैशन एक महिला को मल्टीटास्कर बना देता है।
आपकी माता जी हेमा मालिनी एक बच्चों के लिए एक बहुत बड़ा सपोर्ट है। क्या कहना है इस बारे में?
फिर चाहे मेरी माँ हो या मेरी सास दोनों ही मेरे लिए और बच्चो के लिए बहुत बड़ा सहारा है। जब में बाहर होती हूँ,मेरे बच्चे दोनों के संरक्षण मैं न केवल सुरक्षित रहते है अपितु उनके साथ बहुत मजा भी करते है। अतः मैं बहुत रिलैक्स रहती हूँ। यह दोनों मेरे बच्चों की गार्डियन एंजेल है! नानी एवं दादी मेरे बच्चो की जान है।