हम सबने देखा फुकरे 3 का ट्रेलर आ गया है तो ट्रेलर लांच इवेंट में पूरी कास्ट आया और वहीँ कुछ सवाल और जवाब हुए, ट्रेलर लांच प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म के डायरेक्टर मृगदीप, फिल्म के प्रोडूसर रितेश और फिल्म की कास्ट शामिल था जैसे पंकज त्रिपाठी, पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा, रिच्चा चड्ढा, मनजोत सिंह.
वहीँ जब सबकी एंट्री हुई तो हमारे वरुण यानि चूचा ने एक धमाकेदार एंट्री दी और ऑडियंस से पूछा "कैसे हो फुकरों ? कैसा लगा ट्रेलर ? ये बताओ बर्फ कौन- कौन नहीं खायेगा" मतलब स्टेज पर आते ही मस्ती शुरू कर दी थी, और ऑडियंस ने जोरो शोरो से चिल्लाना शुरू किया. पुलकित के एंट्री पर भी बहुत हूटिंग हुई और पुलकित बोले "हम एक अगला भाग ला रहे हैं तो हम पूरी तैयारी के साथ आते है क्योंकि हमारी ऑडियंस निराश नहीं होनी चाहिए". उसके बाद एंट्री होती है मनजोत यानि हमारे लाली की और एंकर बोलती है " आ जाओ लाली और बजादो ताली" यही सुनकर लाली कहते है ये अच्छा था. वहीँ एंट्री होती है रिच्चा चड्ढा यानि हमारी भोली पंजाबन की और उन्होंने बोला "भोली चिड़िया नहीं चील है, कॉफिन में आखरी कील है" उसके बाद एंट्री होती है पंकज त्रिपाठी यानि पंडित जी की और एंट्री होते ही उनके लिए तालिया रुकने का नाम नहीं लेती है और उनका स्वागत करती ही रहती है, उसके बाद उनसे एक सवाल होता है कि "आपके फैंस का ये माना है आप अपने डायलॉग बहुत अच्छे से और खूबसूरती से बोलते हैं, तो क्या राज़ है इसका?"
तो पंकज त्रिपाठी जवाब देते हैं, "कोई राज़ नहीं है, बस खिचड़ी खाता हूँ सेट पर तो पेट शांत रहता है तो दिमाग भी सही रहता है फिर लाइन भी सही डिलीवर हो जाती है". और वहीँ सवाल जवाब चलते हुए वरुण से एक सवाल हुआ के " अब जब आपको सब जानते है और आपका एक लेवल सेट हो चुका है तो आपको थोड़ा अब नर्वस फील होता है ? तो वहीँ वरुण ने जवाब दिया "बिल्कुल होता है, जब हमने शुरू किया था तब बहुत ही राव था पहली फुकरे से फिर दूसरी और मेरी तो डेब्यू फिल्म थी, कुछ भी नहीं पता था लेकिन 10 में कुछ एक्सपीरियंस आया है, लेकिन मुझे मेरे डायरेक्टर ने बोला के जो भी सीखा है आपने 10 साल में वो भूल जाओ क्योंकि आपको जैसे लोगो ने पहले भाग में देखा है या दूसरे में देखा है तो अभी भी उनका वैसा चुच्चा ही चाहिए". ऐसे ही कुछ सवाल पंकज त्रिपाठी से हुए के "क्या ये कहना ठीक होगा उस टाइम आपको फुकरे की ज़रूरत थी और आज आपके बिना फुकरे नहीं बन सकती ? तो पंकज त्रिपाठी जी ने कहा के आपकी मर्ज़ी है और बोल सकते है तो वहीँ पर पुलकित बोलते है के "जब तक ये हमारी फिल्म में दरबान बन कर रहेंगे ना तब तक हमारी फिल्म सेफ है और मुझे लगता है हर वो इंसान जो इनके साथ काम करता है उसको सेफ फील होता होगा कि पंकज जी है तो हमारी फिल्म सेफ है", उसी मुद्दे पर रिच्चा भी बोलती है के "पहला भाग भी पंडित के बिना नहीं बन सकती थी" फिर पंकज जी बोलते है "मैं ना होता तो इन तीनो को कौन मिलाता भोली पंजाबन से".
तो ऐसे ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ मस्ती हुई और आप सब भी त्यार हो जाए 28 सितम्बर 2023 को फिल्म देखने के लिए.