2001 में प्रदर्शित फिल्म "गदर: एक प्रेम कथा" ने सफलता के नए रिकाॅर्ड बनाए थे. अब फिल्म 'गदरः एक प्रेम कथा' के निर्देशक अपी इस फिल्म का सीक्वल 22 वर्ष बाद "गदर 2" के नाम से लेकर आ रहे हैं. यह फिल्म 11 अगस्त को सिनेमाघरांे मंे पहुॅचने वाली है. फिल्म 'गदर 2' का ट्रेलर 26 जुलाई को मंुबई के पीवीआर सिनेमाघर में रिलीज किया गया. उसी अवसर पर कुछ सवालों के जवाब अमिषा पटेल ने दिए, जिसे हम "मायापुरी" के पाठकों के लिए यहां पर पेश कर रहे हें:
'गदरः एक प्रेम कथा" और अब 'गदर 2' में क्या फर्क देखती हैं?
मैं सबसे पहले अपने सह कलाकार सनी देओल जी का धन्यवाद अदा करना चाहती हँू. यह मेरे सबसे अधिक पसंदीदा सह कलाकार हंै. हम स्कूल के नाटकों में पेड़ पौधे बनते थे. आज यदि मुझसे कहा जाए कि मुझे सनी देओल के साथ पौधे बनकर रहना है, तो मैं रह जाउंगी. 2001 में जब नितिन केणी और निर्देशक अनिल शर्मा ने फिल्म 'गदरः एक प्रेम कथा' में सकीना का किरदार आफर किया था. मुझे 'गदर' की कहानी सुनायी थी, तब बहुत सारे लोगों ने मुझसे इस फिल्म को न करने की सलाह दी थी. आज मैं यहां पर उनमें से किसी का भी नाम नहीं लेना चाहती. पर वह सभी फिल्म इंडस्ट्री की बहुत जानी मानी हस्तियां थीं. बहुत बड़े लोग थे. सभी ने कहा कि आप सकीना का किरदार क्यो और कैसे करोगी? उस वक्त मैं सलमान खान के साथ फिल्म कर रही थी. अजय देवगन के साथ फिल्म कर रही थी, जिसमें मैं कालेज स्टूडेंट और वह मेरे प्रोफेसर थे. रितिक रोशन के साथ दो फिल्में 'कहो न प्यार है ' और आप मुझे अच्छे लगने लगे' कर रही थी. इन फिल्मों में भी मैं स्टूडेंट ही थी. जब मेरे पास 'गदरः एक प्रेम कथा' का आॅफर आया, उस वक्त तक मेरी रितिक रोशन के साथ फिल्म " कहो न प्यार है' रिलीज ही नहीं हुई थी. तो सभी ने मुझसे कहा कि आप इस फिल्म में मां का किरदार निभा ही नहीं सकती. यह मेरे लिए बहुत बड़ा चैलंेज था और मुझे चैंलेंज अच्छे लगते हैं, तो मैंने लोगों के मना करने के बावजूद सकीना के किरदार को निभाने का चैलेंज स्वीकार कर लिया. मैं इस चैलेंज को, इस चुनौती को अपने कम्फर्ट जोन से बाहर जाकर अपनाना चाहती थी. मुझे अपने उपर और अपने निर्देशक अनिल शर्मा की काबीलियत पर पूरा भरोसा था. इतनी खूबसूरत प्रेम कहानी इससे पहले न कभी लिखी गयी थी और न कोई लिखेगा. तो मुझे 'गदरः एक प्रेम कहानी' को हाॅं करना ही था. यह मुश्किल था, मगर निर्देशक अनिल शर्मा जी धैर्य के साथ मेरे साथ बैठते थे. वह मेरे साथ बैठकर मेरे लुक पर डिस्कश करते थे. वह इस बात पर ध्यान दे रहे थे कि में किस तरह से एक मैच्योर कालेज स्टूडेंट की बजाय एक मां परदे पर नजर आऊं. अनिल शर्मा ने छः माह तक मेरे साथ संवाद व लुक पर मेहनत की. हम हर दिन बारह बारह घंटे काम करते थे. उस वक्त फिल्म के प्रदर्शन से पहले लोगों ने फिल्म 'गदर ' को 'गटर' कहा था. लोगों की यह बात मेेरे दिल को इस कदर छू गयी थी कि मैने तय कर लिया था कि मैं इतनी मेहनत करुंगी कि लोग इस फिल्म को रिजेक्ट करने की बजाय अपनाएंगे.
अब जब 'गदर 2' की बात आयी, तो एक बार फिर वही सवाल उठे. लोगों ने मेरे इंस्टाग्राम पर कमेंट लिखा कि 'लम्हे' की लड़की अब कैसे 'गदर 2' करेगी? अब अमीषा 22 वर्ष से भी बड़े युवा की माँ का किरदार किस तरह निभाएंगी? मेरे सामने फिर से वही चुनौती थी. मंैने फिर से चुनौती स्वीकार की. मैं अपने निर्देशक अनिल शर्मा और सह-कलाकार सनी देओल की आभारी हॅूं कि इनके सहयोग से मैं इस चुनौती का मुकाबला करने में सफल रही. मैने फिल्म 'गदर 2' में जेते यानी कि उत्कर्ष शर्मा की मां सकीना का किरदार निभाया है. मैं मेकअप टीम जयवंत जी, पूजा जी, कास्ट्यूम पर काम करने वाले राॅकी की भी आभारी हॅूं, जिन्होंने मुझे युवा बेटे सकीना की माँ का लुक देने के लिए बीस-बीस घंटे मेहनत की. हम लुक तैयार हो जाने के बाद वह तस्वीरें अनिल शर्मा जी को भेजते थे और वह रिजेक्ट कर देते थे. हमारी मेकअप टीम पुनः काम करती. कुछ समय बाद हमारी टीम मुझे कुछ ज्यादा ही मैच्योर दिखाने में सफल रही. हमने तस्वीरें अनिल जी के पास भेजी. अनिल जी का संदेश आया-"माई ग्लोरियस सकीना इज बैक." पर यह सब 'जी स्टूडियो' के शारिक पटेल के सहयोग के बिना संभव नहीं था. शारिक पटेल ने इस कहानी पर यकीन रखा, यह जानते हुए भी कि 22 वर्ष के अंतराल मंे एक पीढ़ी जा चुकी है, दूसरी पीढ़ी आ चुकी है. पर उन्होंने इस आॅयकानिक फिल्म को प्रजेन्ट करने का साहस दिखाया.
फिल्म 'गदर 2' की शूटिंग के अनुभवों व निर्देशक अनिल शर्मा को लेकर क्या कहंेगी?
हम लोग पालमपुर में शूटिंग कर रहे थे तो उन्हें फौग बहुत पसंद है. हर बार वह फौग ज्यादा रखने के लिए कहते थे. वह बार बार फौग फौग ही चिल्लाया करते थे. टीम ने उनकी बात मानकर काम किया, पर उस वक्त उन्होने कहा कि मैं वीएफएक्स मंे और फौग जोड़ूंूगा. अनिल शर्मा जी पर फैक्शनिस्ट है. हमारे बीच बाप बेटी का रिश्ता है. हम बहुत लड़ते रहते हैं. हम एक दूसरे को सोशल मीडिया पर ब्लाॅक करते रहते हैं. ऐसा ही हमारा रिश्ता है. सबसे बड़ी खूबसूरत बात यह है कि अनिल शर्मा के सुपुत्र और इस फिल्म में जीते बने उत्कर्ष शर्मा को फिल्मों में मैं लेकर आयी थी. 22 वर्ष पहले मेरे कहने पर ही अनिल शर्मा जी ने उत्कर्ष को सकीना व तारा सिंह के छह साल के बेटे जीते के किरदार को निभाने के लिए चुना था. 'गदर 2' में उत्कर्ष के साथ सेट पर मां बेटे का खूबसूरत रिश्ता रहा.
जब हम 'गदर 2' की शूटिंग लखनऊ में रात में कर रहे थे. एक दिन जब हम लोग गाने का फिल्मांकन कर रहे थे, बहुत खूबसूरत सेट लगा हुआ था. डांस मास्टर ने ज्यूनियर डांसरों के साथ रिहर्सल कर रखी थी. तभी प्रशंसकों की लंबी चैड़ी फौज ने हमें घेर लिया. हम अपनी वैनिटी वैन में पहुॅच गए थे. वह लोग मेरी वेनिटी वैन पर पत्थर व लकड़ी आदि से मारने लगे. वह शूटिंग नहीं करने देना चाहते थे. मेकअप मैन भी परेशान हो गए. तब निर्देशक अनिल शर्मा ने कहा कि अमीषा,तुम वैनिटी वैन के दरवाजे पर आकर सभी को हाथ हिलाकर अभिवादन कर दो. और होटल वापस चली आओ. अब आज शूटिंग नहीं हो पाएगी. इसी तरह से अमृतसर में सनी देओल से मिलने के लिए लोग उतावले थे. हालात बेकाबू हो गए तब पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा था. इस तरह 'गदर' ने अंडर प्रोडक्शन भी बहुत गदर मचायी है.
सुना है आपको उत्कर्ष शर्मा के संग हीरोइन के रूप में फिल्म आफर हुई थी?
यह तो मजेदार हादसा हुआ था. उस वक्त तक 'गदर 2' की योजना नहीं बनी थी. एक दिन मेरे आॅफिस मंे एक कास्टिंग एजेंट आए थे. उन्होंने कहा कि उनके पास एक गुडलुकिंग व हैंडसम युवा लड़के की तस्वीर है, जिसके साथ आपको हीरोईन बनना है. उसने उस लड़के की तस्वीर के साथ मेरी तस्वीर को मैच करके हमें दिखाया. मैं दस मिनट तक तस्वीर देखती रही. मैंने उससे कहा कि यह लड़का तो बहुत खूबसूरत है. लेकिन इसका नाम क्या है? उसने कहा कि इसका नाम उत्कर्ष शर्मा है. मैंने उससे कहा,'हाय राम..यह तो मेरा बेटा है. 'गदर 2' के सेट पर उत्कर्ष के साथ माँ बेटे जैसे ही संबंध रहे.