‘मैं हर क्षेत्र के लोगों से मिलने की कोशिश करता हूं’-आयुष्मान खुराना By Shyam Sharma 16 Sep 2019 | एडिट 16 Sep 2019 22:00 IST in इंटरव्यूज New Update Follow Us शेयर श्याम शर्मा: फिल्म ‘विकी डोनर‘ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले आयुष्मान ने 2018 में ‘अंधाधुन‘ और ‘बधाई हो‘ जैसी हिट फिल्में दीं। दोनों फिल्मों ने जहां 100 करोड़ रुपये की कमाई की, वहीं ‘अंधाधुन‘ में उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला। अब कॉमेडी और ड्रामा से भरपूर उनकी ‘ड्रीम गर्ल‘ थियेटर्स में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इस फिल्म में आयुष्मान अलग ही अंदाज में नजर आये हैं। फिल्म को लेकर आयुष्मान कहते हैं कि ‘‘मैं सर्वश्रेष्ठ कॉमर्शियल सिनेमा करना चाहता हूं, जो मुझे ज्यादा से ज्यादा दर्शकों के साथ जोड़ सके। इस फिल्म के बारे में जानकर मुझे एहसास हुआ कि यह मसाला फिल्म मुझे वास्तव में दर्शकों से जुड़ने में मेरी मदद करेगी और ऐसा हो भी रहा है। साथ ही ड्रीम गर्ल ऐसी मूवी है, जिसके जरिए मैं अकसर सामाजिक मुद्दों को उजागर करने में कामयाब रहा हूं। ‘ड्रीम गर्ल‘ के लिए मैंने हां इसलिये की थी क्योंकि इसमें मेरा स्वार्थ है। मुझे लगा कि ऐसा करके मैं सामाजिक मुद्दों पर अपनी बनी फिल्मों से दर्शकों को आकर्षित कर सकता हूं। आयुष्मान खुराना को हाल ही में प्रतिष्ठित नेशनल अवार्ड मिला है। अवार्ड को लेकर आयुष्मान खुराना कहते हैं कि किसी भी तरह के अवॉर्ड से ज्यादा महत्वपूर्ण है, फिल्म की कॉमर्शियल सफलता। जब एक फिल्म धुंआधार कमाई करती है तो सफलता का ठप्पा अपने आप लग जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि आयुष्मान ने अलग तरह की फिल्मों से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है। वह कहते हैं कि मेरे लिए किसी फिल्म के चुनाव में पहली और महत्वपूर्ण बात है कि कहानी ऐसी हो जो हिंदी सिनेमा के हिसाब से पहला अटेम्प्ट लगे। दूसरी अहम बात फिल्म का विषय यूनिक होने के साथ-साथ 2 घंटे लोगों को बांध कर रखने में सक्षम हो। आयुष्मान कहते हैं कि जो विषय करने से दूसरे स्टार घबराते हैं वही विषय मुझे सबसे ज्यादा पसंद आता है। मुझे लगता है जब तक आप कुछ अलग नहीं करते, तब तक आपकी जगह नहीं बनती है। यह बात सभी फील्ड में लागू होती है। आयुष्मान कहते हैं कि मैं अपनी किसी भी फिल्म का सीक्वल नहीं करना चाहता। मुझे लगता है कि जिस कहानी को कहना था, उसे कहा जा चुका है। अगर कहानी नई है तो जरूर करना चाहूंगा। मुझे नई कहानी में काम करना है, फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान‘ में इसलिए काम किया क्योंकि यहां कहानी बिल्कुल नई है। मैं सीक्वल के नाम पर किसी कहानी को खींचने के पक्ष में नहीं हूं। एक फ्रेश स्टोरी का मजा कुछ और ही होता है। आयुष्मान कहते हैं कि पत्रकार होने की वजह से मैंने कई कलाकारों का साक्षात्कार किया है. मैंने दूसरी और से कई अभिनेताओं को करियर में चढ़ते एवं ढलते देखा है इसलिये मैं उनके अनुभवों और गलतियों से सीख सकता था। मैं हमेशा सोचता था कि मेरी पहली फिल्म लीक से हटकर हो और यह हुआ भी। आप खुद को एक सीमा में बांध कर नहीं रख सकते और केवल फिल्म जगत के लोगों से नाता नहीं रख सकते। हर किसी को वास्तविक दुनिया के लोगों से मिलने की जरूरत है। मैं हर क्षेत्र के लोगों से मिलने की कोशिश करता हूं। मायापुरी की लेटेस्ट ख़बरों को इंग्लिश में पढ़ने के लिए www.bollyy.com पर क्लिक करें. अगर आप विडियो देखना ज्यादा पसंद करते हैं तो आप हमारे यूट्यूब चैनल Mayapuri Cut पर जा सकते हैं. आप हमसे जुड़ने के लिए हमारे पेज width='500' height='283' style='border:none;overflow:hidden' scrolling='no' frameborder='0' allowfullscreen='true' allow='autoplay; clipboard-write; encrypted-media; picture-in-picture; web-share' allowFullScreen='true'> '>Facebook, Twitter और Instagram पर जा सकते हैं.embed/captioned' allowtransparency='true' allowfullscreen='true' frameborder='0' height='879' width='400' data-instgrm-payload-id='instagram-media-payload-3' scrolling='no'> #Ayushmann Khurrana #बॉलीवुड #शुभ मंगल ज्यादा सावधान #अंधाधुन‘ #आयुष्मान #राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार #विकी डोनर #हिंदी सिनेमा हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article