लिपिका वर्मा
तीन फ़िल्में कर कियारा आडवाणी “एम् एस धोनी“ एवम , “फुगली“ और -निर्देशक/अब्बास- मस्तान की , “ मशीन“ -हालाँकि दो फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर बहुत ठंडा रिस्पॉन्स पाया। किन्तु जब से कियारा ने करण जौहर के साथ, ’लस्ट’ नामक एक वेब सीरीज की है तब से उनकी मार्किट कुछ बेहतर हो गयी है। अब वो शाहिद कपूर के साथ साउथ रीमेक, ‘अर्जुन - रेड्डी’, जो हिंदी में, ‘कबीर सिंह’ के टाइटल से बनी है, तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। दरअसल में कियारा अपने आप को बहुत ही लक्की मानती है कि-उन्हें जाने माने निर्देशक/निर्माता करण जौहर के साथ काम करने का मौका मिला है यह उनके लिए , “ड्रीम कम ट्रू “ ही है“ . कियारा एक लंबी रेस की घोड़ी बन गयी है। ...सीधी सी बात है, उसमें आगे बढ़ने की क्षमता है और यह लड़की अपने काम को महत्व देती है। फिल्म “कबीर सिंह“ के बाद भी उनकी झोली में ढेर सारी फ़िल्में आ चुकी हैं। फ़िलहाल बस वह खुश है कि फ़िल्मी दुनिया के लोगों से उन्हें ढेर सारा प्यार मिल रहा है। .....
पेश है -फिल्म ‘कबीर सिंह’ के प्रोमोशंस में जुटी कियारा के साथ लिपिका वर्मा की बातचीत के कुछ अंश -
प्रीति और कियारा में क्या फर्क है ?
- प्रीति मुझ से, जैसी मैं रियल लाइफ में हूँ बहुत अलग है। रियल लाइफ में, मैं बहुमुखी हूँ। एक साधारण एवं आसान सी लड़की हूँ। काफी संतुलित एवं मौन प्रवृति की महिला हूँ। इस फिल्म में मुझे अपनी आँखों के सहारे ही बातचीत करनी थी. शुक्र है शाहिद कपूर ने मेरी बहुत मदद भी की, और मेरे एक्सप्रेशंस (हाव -भाव) को प्रकट करने में आसानी ला दी। मैंने साउथ की ‘अर्जुन रेड्डी’ देखी है और पसंद भी आयी मुझे। इस किरदार को जीवंत करने हेतु मैंने इसे पर्दे पर जिया है। यह एक रियल और रॉ प्रेम कहानी है। यह मेरे करियर की, रील पर पहली प्रेम कथा है। कबीर सिंह -एक बहुत ही तीव्र एवं भावुक फिल्म है।
शाहिद और आपकी सिजिलिंग केमिस्ट्री के बारे में क्या कहना चाहेंगी आप?
- मेरी और शाहिद की केमिस्ट्री लोगों को पसंद आ रही है, यह मेरे लिए बहुत ही बड़ी बात है। यह एक लव स्टोरी अतः लोग इस कहानी से कनेक्ट कर पाएंगे। हमारी केमिस्ट्री स्क्रीन पर धांसू लग रही है इसके लिए हमें निर्देशक संदीप सर का शुक्रिया अदा करना होगा क्योंकि, सीन शुरू होने से लेकर कट तक के उनकी वजह से हम अनायास जैविक अभिनय दे पाये।
शाहिद आपके रिलेशनशिप में लव क्या मायने रखता है?
- निजी ज़िंदगी में बेहद निष्ठावान व्यक्तित्व की धनी हूँ। यदि मैं किसी से भी प्यार करती हूँ तो वो व्यक्ति मेरे लिए मूल्यवान होगा। रिश्तों की कदर करती हूँ मैं। जहाँ तक है मैं शादी की संस्था में विश्वास रखती हूँ। मैं लव (प्रेम) में विश्वास करती हूँ - मैं वन मैन वुमन हूँ। मैं अत्याधिक संवेदनशील भी हूँ। प्रीति की यह सवेदनशीलता-गुणवत्ता से मैं कनेक्ट भी कर पायी हूँ। फ़िलहाल मैं अपना काम कर रही हूँ।
इतनी खूबसूरत हो, क्या कभी प्यार नहीं किया किसी से भी?
- कॉलेज के दिनों में प्रेम का एहसास हुआ है। यह एक बहुत ही इमोशनल एहसास रहा, पर जब आप थोड़े व्यस्क हो तो आप आगे बढ़ अपने काम पर फोकस करने लगते हैं। और ऐसा सभी के साथ होता है। जी हाँ ! जब भी आप किसी रिश्ते में होते हैं तो वही शख्स आपके लिए सब कुछ हो जाता है। उसकी दुनिया आपकी दुनिया बन जाती है। पर हाँ मैंने अपने आपको जब मेरा दिल टूटा था, तब कबीर सिंह की तरह अपने आपको दुनिया से अलग -थलग नहीं कर लिया था। मैंने अपनी फेमिली एवं दोस्तों का सपोर्ट खूब लिया ताकि मैं ऐसे समय से बाहर निकल पाऊं। आप को अपने व्यक्तित्व की पहचान खुद बनानी चाहिए। आप को अपने आप को विकसित करना होता है।
दिल टूटा तब किस के कंधे का सहारा लिया था आपने?
- हंस कर बोली, ’आई एम ममाज गर्ल। (मैं पूर्णतः अपनी माँ की बिटिया हूँ। माँ पर विश्वास करना मुझे अंदर से और स्ट्रांग करता गया। जब भी आपका दिल टूटता है, आप उतने स्ट्रांग हो जाते हैं। मेरे साथ ऐसा (प्यार ) केवल एक ही बार हुआ है। फिर दोबारा नहीं हुआ।
एक्टर सिद्धार्थ के साथ आपके लिंक अप की कहानियां बहुत सुर्खि़यों में रही, क्या कहना चाहेगी ?
- कभी कभी जब मेरे, बारे में कुछ यर्मस सुनती हूँ तो बहुत ही अटपटा लगता है। हंसी भी आती है। मुझे ऐसी कहानियों में नहीं रहना है। मुझे अपने काम से लोग जाने बस यही चाहती हूँ मैं। मुझे अपने प्रेम के बारे में कुछ छिपाने जैसा नहीं लगता है। जिस दिन मुझे किसी से प्यार हो जायेगा तो मैं आप सभी को बताऊँगी। जब तलक मैं अपना प्यार स्वीकार न करूँ तब तक समझ लेना मैं किसी भी रिश्ते में नहीं हूँ।