लिपिका वर्मा
कैटरीना कैफ ने जब फिल्म ,' बूम' (2003) से अपना फ़िल्मी सफर शुरू किया था तब, किसी ने यह नहीं सोचा था कि - यह तीनों खानों के साथ काम करेंगी ? आज कैटरीना कैफ का नाम बतौर बड़े स्टारों में शुमार होता है। कैटरीना ने सब बड़े प्रोडक्शन हाउसेस -वाई आर एफ से लेकर करन जौहर के साथ भी काम कर लिया है। कैटरीना का निजी एवं प्रोफेशनल जीवन काफी उत्साहपूर्ण रहा। फिर चाहे यह सलमान एवं रणबीर कपूर के साथ रिश्तों को लेकर चर्चा में रही, किन्तु एक बात तो निश्चित है कैटरीना ने बतौर अभिनेत्री बहुत मेहनत और जज्बे से काम किया है। उन्हें यह भी विश्वास है कि जो कुछ काम उनके पास आना है, वह जरूर आयेगा।,' जी हाँ, में सिर्फ अपना काम शिदत्त से करती हूँ मुझे किसी भी नई पीढ़ी से कोई डर नहीं है। जो भी फ़िल्में मेरे मुकद्दर में लिखी है वह मेरे पास जरूर आएंगी।
अपनी आने वाली नई फिल्म 'जग्गा जासूस' के प्रमोशन में बिजी कैटरीना इस फिल्म के लिए काफी उत्साहित है
पेश है लिपिका वर्मा से की एक खास बातचीत-
जब फिल्म रिलीज होने को चार या पांच दिन शेष रहते है ,तब क्या आप वह तनाव में आ जाती है?
जी हाँ, मुझे फिल्म रिलीज़ होने के चार पांच दिन पहला कुछ थोड़ा तनाव हो ही जाता है। जबकि मैं यह भी जानती हूँ कि फिल्म मेरे अकेले के कारण हिट या फ्लॉप नहीं होती है। लेकिन मेरे मष्तिष्क में थोड़ा दबाव बन जाता है। मेरे पास अगर कोई भविष्य बताने वाली कांच की गेंद होती तो मैं आपको फिल्म का भविष्य अवश्य बताती। मैं भी उस तनाव से बच जाती जो मुझे अगले 4 दिनों तक होने वाला है। जिसमें मैं बहुत टेंसेड रहने वाली हूँ कि 14 जुलाई को जब फिल्म रिलीज होगी तो क्या होगा? मुझे पता नहीं है? जैसे आप पत्रकार है वैसे मैं अभिनेत्री हूँ। मेरे काम को लेकर अगर मैं हमेशा टेंसेड रहूंगी तो मैं वह दबाव नहीं झेल पाऊँगी। आप भले ही कितना भी नॉर्मल इंसान बने रहे लेकिन वह दबाव आपके मस्तिष्क में होता ही है। फिल्म एक टीम वर्क से बनती है और सभी की सहभागिता होती है। जिनमें संगीतकार, लेखक, निर्देशक जैसे लोग शामिल है।
आप अपने फ्री समय में क्या कुछ करती है?
'यदि मैं शूटिंग नहीं कर रही होती हूं तो किसी चीज की ट्रेनिंग कर रही होती हूं, किसी शो केलिए रिहर्सल कर रही होती हूं, कोई फिजिकल ट्रेनिंग कर रही होती हूं या फिर मैं किसी न किसी तरह की कोई ट्रेनिंग कर कुछ नया सीखती रहती हूं।'
असल जिंदगी में क्या कैटरीना को जसूसी करना पसंद है?
बिलकुल भी नहीं. मैं जासूसी फिल्मे देखती हूं , मेरी अपनी जिंदगी कुछ इतनी व्यस्त होती है कि मै खुद के बारे में नहीं सोच पाती हूं लेकिन मैं किसी की निजी जीवन में झाकना पसंद नहीं करती हू'. 'जैसे आप एक पत्रकार है वैसे ही फिल्म में मैं एक जासूसी पत्रकार का किरदार निभा रही हूं जो सफर के दौरान एक लड़के से मिलती है और उससे हाथ मिलाकर उसके खोये हुए पिता को ढूढ़ने की कोशिश में उसका साथ देती है'.
फिल्म अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने मुंबई में हुए कार्यक्रम में कहा था कि अगर 'जग्गा जासूस' फ्लॉप हो गई तो वह रणबीर कपूर के साथ काम नहीं करेंगी।? क्या यह सच है?
जी नहीं हम लोग मस्ती कर रहे थे ,यह एक मस्ती में कही हुई बात है । इस फिल्म में जो भूमिका मैं निभा रही हूँ यह पहले की सभी भूमिकाओं से अलग है. और हमेशा होती भी है, क्योंकि हर भूमिका किसी दूसरी फिल्म में उस तरह से हो ही नहीं सकती। 'अनुराग अपने किरदारों को कुछ रियल तौर से पेश करना पसंद करते है। इसीलिए तो उन्होंने रणबीर को थोड़ा हकलाते हुए दिखलाया है। और में जैसे ही किसी जगह भी प्रवेश करती हूँ वहां कुछ न कुछ अट्टपटा हो ही जाता है। जो कुछ भी सीक्वेंसेस फिल्म में दिखाए गए है उससे जनता जुड़ पायेगी। फिल्म 'जग्गा जासूस' किसी पर भी जासूसी करने का नहीं है। बल्कि यह उन फिल्मों की तरह है जिसमें एक सस्पेंस एलिमेंट होता है। उन्हें आशा है कि यह फिल्म लोगों को बहुत पसंद आएगी। फिल्म में रणबीर कपूर के पिता खो जाते है और उन्हें ढूंढने की यह पूरी कहानी है।
'फितूर' और 'फैंटम' ने बॉक्स ऑफिस पर अपना जलवा नहीं दिखलाया। क्या कहना चाहेंगी आप?
मैं मानती हूं मेरी कुछ बड़ी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है क्योंकी उस समय मेरा ध्यान फिल्मों से हट कर कही और जा चूका था उन फिल्मों मैं अपना 100 प्रतिशत भी नहीं दे पायी थी उन बड़ी गलतियों को मैंने पूरी तरह सुधार लिया है जिसके बाद इस फिल्म में मैंने पूरी मेहनत की है, इसके आगे तो जनता ही बताएंगी फिल्म कैसी है' कैटरीना की फिल्म 'फितूर' और 'फैंटम' बॉक्स ऑफिस पर भीड़ जुटाने में नाकयाब रही थी बताया जाता है यह वो समय था जब उनके और रणबीर में ब्रेकअप हो गया था जिसके चलते वह काफी परेशान रहा करती थी।
काफी समय बाद सोशल मीडिया पर आयी आप ? क्या सोशल मीडिया पर आना बहुत जरूरी है आजकल?
नई नई सोशल मीडिया पर आई हूँ। 'सोशल मीडिया को पहले मैं इतना कारगर नहीं माना करती थी. लेकिन बदलते दौर को देखते हुए सोशल मीडिया आज जीवन की ऐसी खिड़की बन चुकी है जिसे बंद नहीं किया जा सकता, साथ ही यह एक क्लिक पर दुनिया से जुड़ने का साधन भी हैं सोशल मीडिया के वजह से आज मैं दर्शकों और मेरे प्रशंसकों से जुड़ने में सक्षम हूं,सोशल मीडिया ने मुझपर से पर्दा हटाया है और अब मैं दुनिया से 24 घण्टे जुड़ी रहती हूं इससे जुड़ कर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है'। मै वैसी ही हूँ सिर्फ मैंने दूसरों के लिए मुझ से जुड़ने के लिए पर्दा उठा दिया है।
'जग्गा जासूस' को बनने में 3 साल के वक़्त के बारे में क्या कहना चाहेंगी आप?
मुस्कुराते हुए बोली 'जग्गा जासूस' मेरे जीवन की सबसे लंबी शूट की हुई फिल्मों मे शुमार होती है। इस फिल्म को बनने में 3 साल का लंबा वक़्त तो जरूर लगा है . लेकिन फिल्म अब तैयार है. मैं इसी बात से बहुत खुश हूं , इस फिल्म के दौरान जब मैं हर शेड्यूल के दौरान सेट पर पंहुचा करती थी तब हमेशा मुझे अलग चेहरे ही दिखाई पड़ते थे, कभी स्पॉटबॉय अलग होते तो कभी फिल्म के एडी बदल जाया करते थे, और जब मैं उनके बारे मे पूछा करती तो पता चलता की उनकी शादी और बच्चे भी हो गए तो यह एक बहुत लंबा समय था . फिल्म अब तैयार है अब सब ठीक है।
शाहरुख़, सलमान और आमिर के साथ काम कर चुकी है और कर रही है क्या कहना चाहेंगी तीनो खानो के बारे में ?
बस यही कहना चाहूंगी उन्होंने अपने काम के बल बुते पर इंडस्ट्री में टिके हुए है। मेहनत भी इन्होंने जम कर की है। किसी भी उतार- चढ़ाव की परवाह न करते हुए इन तीनो खानो ने हमेशा अपने फैंस को अलग अलग फ़िल्में देनी की कोशिश की है। इतनी बड़ी अप्रत्याशित इंडस्ट्री में सफल होना और लगातार सफलता की चरम सीमा को छू पाना आसान नहीं होता है। दूसरे मायनो में यदि कुछ अच्छी बातें न हुई हो इनके फ़िल्मी सफर के दौरान तो यह तीनो ने उसे ज्यादा महत्व न देते हुए आगे की और ही जाने की कोशिश की है। यही कारण है यह तीनो खानों का इस इंडस्ट्री में बने रहने का।' इस फिल्म में कैटरीना के साथ रणबीर कपूर मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म का निर्देशन अनुराग बासु ने किया है। इस फिल्म को संगीत से सजाया है प्रीतम ने। फिल्म 'जग्गा जासूस' का निर्देशन अनुराग बासु ने किया है।