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पेश है सुप्रिया पाठक के साथ लिपिका वर्मा की एक्सलूसिव बातें

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By Mayapuri Desk
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पेश है सुप्रिया पाठक के साथ लिपिका वर्मा की एक्सलूसिव बातें

सुप्रिया

पाठक

एक

जानी

-

मानी

अभिनेत्री

है

,

आज

भी

वह

अपने

दमदार

अभिनय

के

लिए

जानी

जाती

है

, ‘

खिचड़ी

फ्रैंचाइजी

में

हंसा

पारीख

के

किरदार

में

तो

मानो

सभी

को

अपने

अभिनय

से

अपना

बना

लिया

था।

गोलियों

की

रासलीला

राम

लीला

में

धनकोर

बा

का

किरदार

तो

इतना

जबरदस्त

परफॉर्म

किया

था

कि

,

सभी

दर्शक

उन्हें

सिनेमा

हॉल

से

निकलने

के

बाद

भी

भुला

नहीं

पाए।

लिपिका

वर्मा

रामप्रसाद

की

तेहरवीं

में

उन्होंने

नसीरुद्दीन

शाह

की

पत्नी

का

किरदार

निभाया

है

पेश है सुप्रिया पाठक के साथ लिपिका वर्मा की एक्सलूसिव बातें

खैर

आज

उनकी

फिल्म

रामप्रसाद

की

तेहरवीं

सिनेमा

घरो

में

1

जनवरी

को

अपना

जलवा

दिखा

चुकी

है

,

इस

फिल्म

रामप्रसाद

की

तेहरवीं

में

उन्होंने

नसीरुद्दीन

शाह

की

पत्नी

का

किरदार

निभाया

है।

नसीर

जी

की

ही

रामप्रसाद

की

तेहरवीं

मनाई

जा

रही

है

,

अभिनेत्री

सीमा

पवाह

रामप्रसाद

की

तेहरवी

से

निर्देशिका

की

भूमिका

से

डेब्यू

करने

जा

रही

हैं

,

देखना

होगा

फिल्म

में

सभी

दिग्गजों

ने

मिल

कर

क्या

गुल

खिलाए हैं।

‘गोलियों की रासलीला राम लीला’ में अपने सशक्त अभिनय के लिए जानी जाती है, आज तो मानो कोई भी फिल्म सुप्रिया पाठक के बिना अधूरी है, उन्होंने फिल्म ‘रामप्रसाद की तेहरवी’ में सभी शश्क्त अभिनेता एवं अभिनेत्रियां के कुछ आफर रहे है?

हम

सभी

ने

मिलकर

कोशिश

की

है

की

,

हम

अपना

सबसे

उत्तम

अभिनय

से

सभी

का

मनोरंजन

कर

पाए

,

आप

जब

फिल्म

देखेंगे

तो

आपको

कहानी

मालूम

पड़ेगी।

मै

नसीर

जी

की

पत्नी

का

किरदार

निभा

रही

हूँ

,

यह

बहुत

ही

अलग

जोन

का

किरदार

है

,

सो

मैं

किसी

को

भी

नहीं

बचा

रही

हूँ

,

मेरे

पति

नसीर

जी

है

,

जिनकी

रामप्रसाद

की

तेहरवी

में

हम

सभी

रिश्तेदार

एकत्रित

हुए हैं

आपकी कोई यादें जब ‘तेहरवी’ हुई हो?

ऐसा

कोई

भी

घर

नहीं

होगा

,

जहाँ

किसी

की

मौत

ने

दरवाजे

पर

दस्तक

ना

दी

हो

,

मैं

तब

बहुत

छोटी

थी

जब

मेरे

पिताजी

का

इन्तकाल

हो

गया

था

,

आज

मैं

40

वर्ष

की

हूँ

,

लेकिन

उनकी

याद

आज

भी

मेरे

जहन

में

ताज़ा

है

नसीर जी के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?

नसीर

जी

रिश्ते

में

मेरे

बहनोई

है

,

और

भाई

भी

,

अतः

उनके

साथ

पर्सनल

एवं

प्रोफेशनल

रिश्ता

बेहद

अच्छा

ही

है

,

पर

बतौर

एक्टर्स

जब

हम

एक

साथ

काम

कर

रहे

होते

है।

हम

सभी

अपने

रिश्तों

को

भूल

कर

अपने

किरदार

में

घुस

जाते

है

और

अपना

बेस्ट

देने

की

कोशिश

करते

है

,

नसीर

जी

बहुत

ही

प्रतिभाशाली

अभिनेता

है।

उनके

साथ

काम

करने

का

अनुभव

बेहद

उत्सापूर्ण

एवं

सीखने

योग

रहा

है

,

जैसे

ही

रामप्रसाद

की

तेहरवी

के

सेट

पर

पहली

बारी

वह

आएं

तो

सभी

अभिनेता

जो

वहां

मौजूद

थे

,

बहुत

खुश

हुए।

मुझे

उनके

साथ

काम

करने

में

थोड़ा

नर्वस

महसूस

जरूर

होता

है

,

हम

दोनों

एक

दूसरे

के

प्रति

ढेर

सारा

रिसपेक्ट

रखते

है

,

मैं

उनकी

बहुत

इज्जत

करती

हूँ।

यह

हमारा

अहोभाग्य

रहा

कि

बचपन

से

ही

उनका

हमारे

घर

आना

जाना

लगा

रहता

था

,

सो

हम

उन्हें

जानते

और

पहंचानते

भी

थे

,

दरअसल

में

जब

भी

हम

काम

करते

हैं

तो

को

भूल

कर

ही

काम

करते हैँ

पेश है सुप्रिया पाठक के साथ लिपिका वर्मा की एक्सलूसिव बातें

आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल जर्नी को कैसे देखती है आप?

मेरी

जर्नी

पर्सनल

और

प्रोफेशनल

बेहद

बेहतरीन

रही

,

बहुत

संतोषजनक

भी

रहे

मैं

बहुत

खुश

हूँ

जितना

भी

जिंदगी

ने

मुझे

दिया

है

,

सभी

की

तरह

मैंने

भी

अच्छे

बुरे

अनुभव

देखे

और

झेले

भी

है। 

बुरे

अनुभव

याद

रह

जाते

है

,

पर

मैं

हमेशा

से

ही

अपने

अच्छे

अनुभवों

के

साथ

जीना

पसंद

करती

हूँ

,

यह

मेरा

कॉन्फिडेंस

भी

बढ़ाते

है

,

अपने

सभी

किरदारों

को

मैंने

दिल

से

ही

जिया

है। 

मैं

बहुत

ही

संतुष्ट

हूँ

हर

चीज

से

,

मेरा

यह

मानना

है

की

,

ईश्वर

ही

हमारी

लाइफ

को

जिस

तरह

चलना

कहते

है

वैसे

ही

चलते

है

,

मैं

किसी

भी

तरह

से

आगे

के

बारे

में

विचाराधीन

नहीं

रहती

ना

ही

उसके

बारे

में

कुछ

भी

सोचती

हूँ। 

बस

आज

अपना

काम

ठीक

तरह

से

काम

करना

है

आगे

ईश्वर

की

मर्जी

पर

ही

छोड़

देती

हूँ

,

जो

भी

काम

मुझे

मिलता

है

,

उस

को

बेस्ट

ही

देना

चाहती

हूँ। 

आपकी आने वाली फिल्मों के बारे में कुछ बताएं? और क्या आप ओ.टी.टी प्लेटफाॅर्म के कुछ शोज कर रही है?

मैं

रश्मि

राकेट

के

लिए

कुछ

दिनों

का

शूट

सम्पन्न

किया

है

,

उसके

बारे

में

ज्यादा

कुछ

फिलहाल

नहीं

बता

पाऊँगी

,

इसके

अलावा

कुछ

और

फिल्में

भी

कर

रही

हूँ। 

.

टी

.

टी

के

ज्यादा

शोज

कर

रहे

हूँ

क्योंकि

जिन

फिल्मों

को

डेट

दी

हुई

है

उनकी

शूटिंग

अभी

बाकी

है। 

आपके बेटे रुहान कपूर जो बहुत जल्द फिल्मों में डेब्यू करने वाले है उनके बारे में कुछ बतलायें?

फिलहाल

इतना

ही

कहना

चाहूंगी

जितना

भी

काम

रुहान

का

में

देखा

है

,

बतौर

माँ

नहीं

बल्कि

बतौर

अभिनेत्री

यह

कहना

चाहूँगी

कि

,

उसके

अंदर

बहुत

कॉन्फिडेंस

है। 

हम

माता

-

पिता

उससे

दिशा

-

निर्देश

दे

सकते

है

,

पर

उसको

ही

अपना

टैलेंट

के

बल

-

बूते

पर

आगे

बढ़ना

होगा

और

अपने

आप

को

साबित

भी

करना

होगा

,

उसको

सपोर्ट

भी

करते

है

,

हम

और

हमेशा

से

करते

भी

रहेंगे। 

पेश है सुप्रिया पाठक के साथ लिपिका वर्मा की एक्सलूसिव बातें

और बिटिया सनाह के काम काज के बारे कुछ बतलायें?

सनाह

कुछ

तो

मीटिंग्स

करती

रहती

है

,

कुछ

तय

भी

हुआ

होगा

,

लेकिन

आजकल

के

बच्चे

तो

बेहद

स्मार्ट

और

इंटेलीजेंट

होते

है

,

सब

कुछ

स्वयं

अच्छी

तरह

से

कर

लेते

है। 

बातचीत

चल

रही

हो

कुछ

प्रोजेक्ट्स

के

बारे

में

लेकिन

अभी

तक

उसने

मुझसे

कुछ

भी

शेयर

नहीं

किया

है। 

शाहिद कपूर ‘कबीर सिंह’ के बाद तो और भी बेहतरीन अभिनेता की श्रेणी की लीग में आ गए है, क्या कहना चाहेंगी अपने बड़े बेटे के बारे में?

शायद

बहुत

ही

मेहनती

अभिनेता

है

,

हार्ड

वर्क

भी

करता

है

,

शाहिद

ने

लगभग

अपनी

सारी

फिल्मों

में

अपने

अभिनय

से

सभी

को

खुश

किया

है। 

हम

सभी

की

वह

आज

भी

बेहतरी

की

ओर

बढ़

रहा

है

अपने

बलबूते

पर

एक्टर

तो

वह

अच्छा

है

ही

लेकिन

बतौर

ह्यूमन

बीइंग

भी

बेहद

ही

अच्छे

दिल

का

व्यक्तित्व

का

धनी

है। 

आप बतौर दादी शाहिद और मीरा के बच्चों के बारे में क्या कहना चाहेंगी?

देखिए

बतौर

दादी

दोनों

बच्चे

मुझे

बेहद

प्यारे

है

,

और

दादी

होने

के

नाते

मैं

इन्हे

बिगड़ती

भी

बहुत

हूँ

,

वह

दोनों

बहुत

ही

प्यारे

बच्चे

भी

है

,

उनके

साथ

मेरा

समय

भी

अच्छी

तरह

कट

जाता

है। 

मीरा

एक

बहुत

ही

सुलझी

हुई

और

अनुशासन

प्रिय

माँ

है

,

वह

अपने

बच्चो

को

बहुत

अच्छी

तरह

सलीके

से

पाल

रही

है

,

सो

दादी

होने

के

नाते

कभी

-

कभी

बिगाड़ने

में

भी

थोड़ा

परहेज

कर

जाती

हूँ

!

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