मनोज जोशी सर पिता समान हैं- करणवीर शर्मा

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By Mayapuri Desk
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मनोज जोशी सर पिता समान हैं- करणवीर शर्मा

मंगलम् दंगलम्में अपने अर्जुन के किरदार के बारे में हमें कुछ बतायें?

करणवीर: अर्जुन, नागार्जुन कुट्टी का शॉर्टनेम है। मैं एक पंजाबी होकर साउथ इंडियन की भूमिका निभा रहा हूं, इसकी वजह से मुझे भाषा पर काफी काम करना पड़ा। अर्जुन की सबसे अच्‍छी बात है कि वह पारंपरिक साउथ इंडियन नहीं है। वह एक वकील है और उसे झूठ से नफरत है और वह इस शो में सबसे समझदार है। वह सिद्धांतों को काफी मानता है, जो उसे अपनी मां से मिले हैं। वह समझदार है और आज की पीढ़ी का है। उसका जन्‍म दक्षिण भारत में और परवरिश इंदौर में हुई और वह शुद्ध हिन्‍दी बोलता है। अर्जुन किसी भी रूप में पुराने विचारों का नहीं है और मौज-मस्‍ती करता है।

आपको क्‍या लगता है ‘मंगलम् दंगलम्’ आज के दौर में टेलीविजन के बाकी शोज़ से किस तरह अलग है?

करणवीर: मंगलम् दंगलम्की सादगी ही इसकी सबसे बड़ी खासियत है। यह एक प्‍यारा और सिंपल शो है। दर्शकों को अच्‍छी परफॉर्मेंसेस देखने का मौका मिलेगा। इसमें मनोज जोशी, शोभा खोटे जैसे बेहतरीन कलाकार हैं और दर्शक मुझे टेलीविजन पर देख पायेंगे, जिसे मैं काफी लंबे समय से करना चाह रहा था।

इस भूमिका को हां कहने की क्‍या वजह रही?

करणवीर: मुझे याद है जब मैं थियेटर किया करता था तो मैंने कुछ वर्कशॉप अनुपम खेर के साथ किये थे। जब आप किसी प्‍ले का हिस्‍सा होते हैं या वर्कशॉप करते हैं तो आप अपनी ताकत और कमजोरियों को जान पाते हैं। मुझे सिचुएशनल कॉमेडी पसंद है। ये सारी चीजें मैंने कभी नहीं की हैं। मैंने नेगेटिव, कई लेयर्स वाली और गंभीर भूमिकाएं की हैं। मंगलम् दंगलम्के साथ मैं मैचो मैन को किनारे रख रहा हूं जैसा कि अभी मैं हूं। इसमें मैं एक साधारण लड़का बना हूं। यह मेरे लिये एक नया अनुभव है।

अपने शो में जमाई-ससुरके बीच उस खींचतान के बारे में थोड़ा और बतायें?

करणवीर: मनोज जोशी एक कमाल के ससुर होंगे। जमाई और ससुर के बीच यह खीचतान ऐसे ही चलती रहेगी। यह एक प्‍यारी-सी नोंकझोंक है। हर किसी को लगता है कि वह सही है।

आप अपने होने वाले ससुर से उनकी बेटी का हाथ किस तरह मांगेंगे?

करणवीर: मुझे नहीं लगता कि किसी जमाई को इस बारे में पता होगा। वे बस कुछ करने की कोशिश करते हैं और यदि वह काम बन जाये। आप जैसे हैं उसी तरह रहें और खुद पर विश्‍वास रखें। यदि फिर भी काम नहीं बनता है, तो वहां से भाग लें!

आपने शूटिंग शुरू कर दी है, अब तक का अनुभव कैसा रहा है?

करणवीर: सबसे पहले प्रोडक्‍शन की बात करते हैं। वह जितना सपोर्ट कर सकते हैं उतना करते हैं। इस शो में क्रिएटिविटी शामिल है, वह सुझाव सुनते हैं और उन्‍हें शामिल भी करते हैं, इसलिये मैं उनका शुक्रगुजार हूं। यह अच्‍छी बात है लेकिन थकाने वाला भी है। मुझे एक दिन में कई सारे सीन करने की आदत नहीं है, लेकिन टेलीविजन में ऐसा ही होता है और मैं उन्‍हीं शर्तों पर इसमें आया हूं। आप पर जिम्‍मेदारी होती है और आपको ऐसा काम करना होता है कि दर्शकों के सपोर्ट और प्‍यार के अलावा, वे इसे बार-बार देखें।

मनोज जोशी के साथ आपका रिश्‍ता कैसा है? उनके साथ शूटिंग करने का पहला अनुभव कैसा रहा?

करणवीर: मैं सबके साथ पहली बार ही काम कर रहा हूं। मैं उनके काम को जानता हूं लेकिन उन्‍हें व्‍यक्तिगत रूप से नहीं जानता हूं। जब मैं मनोज जोशी से मिला, तो मुझे लगा कि वह वाकई बहुत गंभीर इंसान हैं, शायद वह मुझे सहज नहीं होने देना चाहते थे, क्‍योंकि वह ससुर की भूमिका निभा रहे थे। वैसे, अब हम एक-दूसरे को जानते हैं, वह पिता की तरह हैं और मुझे सलाह देते हैं। वह दिल से बहुत जवान हैं।

आपकी पहली गर्लफ्रेंड के पिता से जुड़ा कोई वाकया है?

करणवीर: मेरे पास काफी अच्‍छी याद है। मैंने कभी भी कम समय के लिये डेट नहीं किया और मैं हमेशा से ही ऐसा प्‍यार चाहता था जो आखिर तक बना रहे। मैं कभी भी अपनी गर्लफ्रेंड को समय पर पिक करने नहीं पहुंचता था, लेकिन पहली बार जब फैमिली डिनर में अपना चेहरा दिखाना था तो मैं समय से पहले पहुंच गया। मेरी गर्लफ्रेंड को काफी हैरानी हुई। उसने मुझे बताया कि अगले आधे घंटे मुझे क्‍या करना है और मैंने कहा कि मुझे क्‍या कहना है मैं उसे तैयार कर लूंगा। उसे मेरे बारे में कुछ नहीं पता था, उसने अपने पिता से मुझसे सख्‍ती से पेश आने को कहा। उन्‍होंने मुझसे पूछा कि मैं जल्‍दी क्‍यों आ गया, क्‍योंकि वह इसके लिये तैयार नहीं थे। उन्‍होंने सारी बातें कह दी और मैं बलि के बकरे की तरह बना हुआ था। यह उन यादों में से है जिन्‍हें आप मिटाना चाहेंगे, लेकिन नहीं मिटा सकते। वैसे तो मैं कहीं भी समय पर नहीं पहुंच पाता हूं लेकिन उसी दिन मैं समय पर पहुंचा था।

आपके अनुसार अर्जुन किस तरह एक योग्‍य कुंवारा है?

करणवीर: अर्जुन एक वकील है,  वह सच का साथ देता है और अपनी शारीरिक ताकत से ज्‍यादा, अपनी जबान का पक्‍का है। वहआज का अर्जुनहै। वह दोस्‍तों के साथ मौज-मस्‍ती करता है, उसकी टक्‍कर अपने ससुर से होती और वह लड़की के परिवारवालों को डिनर पर ले जाता है। वह झूठ नहीं बोलता। आज के समय और दौर में यदि आप झूठ नहीं बोलते हैं, तो आप हाजिरजवाब, समझदार होते हैं और आपको पता होता है आपको क्‍या चाहिये। यह कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्‍हें लड़कियों को तलाश होती है। इसलिये, गर्ल्‍स यदि आपको एक ऐसा लड़का चाहिये जो आपको कभी धोखा न दे और कभी झूठ न बोले तो फिर अर्जुन को जरूर प्‍यार दें।

आप अपने दर्शकों को कोई संदेश देना चाहेंगे?

करणवीर: हम एक बिलकुल नये शो मंगलम् दंगलम्’  के साथ आ रहे हैं- जोकि जीवन का ही एक हिस्‍सा है। यह जमाई-ससुर के रिश्‍ते और उनके नोंकझोंक को लेकर एक हल्‍का-फुलका शो है। इसलिये, मैं सारे जमाइयों से कहा चाहूंगा कि वह अपना सपोर्ट दें और सोनी सब पर हमारा शो देखें।

वेब शोज से टे‍लीविजन की शूटिंग किस तरह अलग है?

करणवीर: समय की पाबंदी होती है। आप वेब सीरीज में सबकुछ पूरा कर लेते हैं और काम खत्‍म कर लेने के बाद आपके पास वक्‍त होता है। टेलीविजन में आपका कमिटमेंट लंबा होता है। यह बहुत ही जीवंत और तेज रफ्तार में चलने वाला होता है। मुझे लगता है कि टेलीविजन, विज्ञापन करने जैसा है। इसमें प्रोटोकॉल्‍स होते हैं, रिसर्च की जाती है और फीडबैक लिया जाता है। इसमें वही होता है, जो दर्शक चाहते हैं।

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