‘‘हमारी इस सुहागरात फिल्म से लोगों की सोच बदलेगी’’- प्रताप सौरभ सिंह

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By Mayapuri Desk
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‘‘हमारी इस सुहागरात फिल्म से लोगों की सोच बदलेगी’’- प्रताप सौरभ सिंह

प्रताप सौरभ सिंह एक बेहतरीन थिएटर आर्टिस्ट हैं और ये उनकी पहली फिल्म है, इससे पहले वो कुछ शॉर्ट फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। भविष्य में वो हर तरह के किरदार निभाना चाहते हैं और वो असल जिंदगी पर आधारित फिल्मों में काम करना ज्यादा पसंद करते हैं। तो आइए जानते हैं कि पहली फिल्म में काम करने का उनका अनुभव कैसा रहा...

क्या यह आपकी पहली फिल्म है इससे पहले भी आप फिल्मों में काम कर चुके हैं ?

- मैं पिछले 6 सालों से फिल्म इंडस्ट्री में हूं जी हां यह मेरी पहली फीचर फिल्म है मैं थिएटर बैकग्राउंड से हूं और मैं कुछ  शॉर्ट फिल्म्स भी कर चुका हूं वो भी अलग-अलग सब्जेक्टस पर।

आपको क्यों लगा कि आपको इस फिल्म में काम करना चाहिए। आपको इस फिल्म में क्या अच्छा लगा ?

- मैं एक मैं कलाकार हूं तुम मुझे इस फिल्म की कहानी और सब्जेक्ट बहुत पसंद आया और मैं हर सब्जेक्ट पर फिल्म करना चाहता हूं और इस फिल्म में जो मेरा किरदार है वह मुझे बहुत अच्छा लगा और इस फिल्म करके मुझे बहुत मजा आया।

बॉलीवुड में आपके फेवरेट डायरेक्टर कौन हैं और आगे आपको मौका मिले तो आप किस तरह की फिल्मों में काम करना चाहोगे?

- हमारी फिल्म इंडस्ट्री में जितने भी डायरेक्टर हैं उनकी फिल्मों की अलग पहचान है अगर मैं अपनी बात करूं तो मैं अनुराग कश्यप के द्वारा बनाई रियलिस्टिक मूवी से प्रभावित हूं और मैं हर तरह की फिल्में करना चाहता हूं अगर मुझे दोबारा मौका मिले तो मैं अभिनव ठाकुर जी के साथ फिर से काम करना चाहूंगा।‘‘हमारी इस सुहागरात फिल्म से लोगों की सोच बदलेगी’’- प्रताप सौरभ सिंह

अगर आपको फिल्म में काम ना मिला होता ,तो उसके अलावा आप क्या करना चाहते थे। कि आप हमेशा से फिल्मों में काम करना चाहते थे। या इस फिल्म का ऑफर आपको अचानक मिला ?

- अगर मुझे फिल्मों में काम ना मिला होता तो मैं इंडस्ट्री में ही रहता फिल्म्स के लिए ट्राई करता और जो कि मैं कर भी रहा हूं जी हां बिल्कुल मैं फिल्मों में काम करना चाहता था और इसलिए अचानक से तो नहीं मिला परंतु मैंने उसके लिए बहुत ऑडियंस दिए फिर उसके बाद जाकर मैं अभिनव सर से मिला उसके बाद मुझे यह किरदार मिला।

आपको क्या लगता है कि इस फिल्म से लोगों की सोच बदलेगी ?

- जी बिल्कुल क्योंकि सब्जेक्ट ही ऐसा है और फिल्में बनती है लोगों की सोच बदलने के लिए। क्योंकि जब भी फिल्में बनती हैं तो उनमें एक मैसेज जरूर होता है  और हमारी इस फिल्म में भी ऐसा एक मैसेज है जहां  पति अपनी पत्नियों को अपने पैरों की जूती समझते हैं और वह सोचते हैं कि पत्नी उनके बिना कुछ नहीं कर सकती, पत्नी को दायरे में रहना चाहिए। हम यह आशा करते हैं कि हमारी इस सुहागरात फिल्म से लोगों की सोच बदलेगी।

फिल्म मैं आपका नाम सत्य प्रकाश है तो आप अपने रोल के बारे में कुछ बताइए ?

- मेरा किरदार इस फिल्म में एक अभिमानी व्यक्ति का है जो दूसरों के कहने पर चलता है और जिसकी वजह से उसकी शादी शुदा जिंदगी में प्रॉब्लम हो जाती हैं और साथ ही इन सब की बातों में आकर उसकी पर्सनल लाइफ पर भी बहुत असर पड़ता है बाकी आपको और कुछ जानना है मेरे कैरेक्टर के बारे में तो प्लीज 8 मार्च को आपके नजदीकी सिनेमाघरों में आ रही है हमारी यह फिल्म यह सुहागरात इंपॉसिबल और मेरे किरदार को आप और करीब से जानेंगे इस फिल्म को देखने के बाद. धन्यवाद

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