एक अच्छी फिल्म न सिर्फ अच्छे निर्देशक और अच्छे कलाकारों की वजह से दर्शकों के दिल से जुड़ती है, बल्कि निर्माता का भी दमदार होना जरूरी है। निर्माता अगर फिल्म के कप्तान निर्देशक को बजट के मामले में फ्रीडम देता है, तो निर्देशक का काम आसान हो जाता है और फिर तैयार होती है एक शानदार फिल्म। अगर ऐसी फिल्म से अनुपम खेर जैसे दिग्गज़ अभिनेता जुड़े हों तो फिल्म की रेंज का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। यहां हम बात कर रहे हैं फिल्म वन डे जस्टिस डिलिवर्ड के निर्माता केतन पटेल की, जिन्होंने निर्देशक अशोक नंदा को पूरा सहयोग देते हुए उन्हें एक अच्छी फिल्म बनाने के पूरे साधन उपलब्ध कराए, तभी वन डे सही रूप ले पाई। आज फिल्म की पूरी टीम इस बात से खुश है कि निर्माता केतन पटेल की वजह से एक अच्छी फिल्न्म से जुड़ने की सबकी ख्वाहिश पूरी हो गई।
केतन पटेल दो साल पहले ही फिल्मी दुनिया से जुड़े हैं। इससे पहले उनके कई बिजनेस चल रहे हैं। केतन कहते हैं कि उन्हें बचपन से ही पफोटोग्राफी का शौक था और फोटोग्राफी करते करते एडिटिंग का काम भी संभालते रहे। कैमरा लेकर घूमने निकल जाया करते थे। इसी बीच उनकी मुलाकात अशोक नंदा से हुई और वन डे का प्रोजेक्ट फाइनल हुआ। केतन कहते हैं कि उन्हें फिल्म का कंटेंट काफी अच्छा लगा। एक जज किस तरह हालात के आगे झुका रहता है लेकिन हार नहीं मानता और जब रिटायर होता है तो कानून को हाथ में लेकर पीड़ितों को न्याय दिलाता है।
केतन कहते हैं कि मैं इस फिल्म से शुरू से ही जुड़ा रहा हूं। हालांकि सेट पर तभी जाता था जब मेरी जरूरत होती थी। मैंने टीम को पूरी फ्रीडम दी ताकि वो अपना काम बेहतन तरीके से कर पाएं। किसी चीज़ की कमी नहीं होने दी। वन डे एक कंपलीट पैकेज है जिसमें ग्लैमर भी है और जस्टिस व इन्वस्टीगेशन भी। निर्देशक अशोक नंदा की तारीफ करते हुए केतन कहते हैं कि वह बहुत कर्मठ व्यक्ति है और अपने प्रोजेक्ट पर पूरी जान लगा देते हैं। सह निर्माता स्वाति सिंह की भी केतन तारीफ करते हुए कहते हैं कि उसने प्रोडक्शन से जुड़ा अधिकांश काम बेहतर तरीके से संभाला है। स्वाति से जब मैं दो साल पहले मिला था तो उसने प्रोजेक्ट को लेकर ठान लिया था कि इसे हमने हर हाल में पूरा करना है और उसने करके दिखा दिया।