रकुल प्रीत ने ज्यादातर तेलुगु और तमिल फिल्मों में काम किया है और महेश बाबू, जूनियर एनटीआर, राम चरण और अलु अर्जुन जैसे बड़े कलाकारों के साथ उन्हें साउथ की फिल्मों में देखा गया। बॉलीवुड में उनकी दो फिल्में आयी हैं और अब वह अजय देवगन की दे दे प्यार दे की रिलीज का इंतजार कर रही है। फिल्म दे दे प्यार दे में सीनियर एक्टर अजय देवगन संग रोमांस करती नजर आएंगी। दे दे प्यार दे की बात करें तो ये 50 साल के एक अमीर आदमी की कहानी है जिसे आइशा नाम की एक लड़की से प्यार हो जाता है। वो लड़की उस शख्स से उम्र में आधी है मगर तब चीजें जटिल हो जाती हैं जब एक्स वाइफ फिर से उसके जीवन में आ जाती हैं। फिल्म के प्रमोशन के दौरान रकुल प्रीत की मायापुरी से हुई बातचीतः
दे दे प्यार दे क्या कहना चाहती है?
फिल्म की कहानी एक ऐसे आदमी की है जिसे अपनी उम्र से बहुत कम उम्र की लड़की से प्यार हो जाता है। इसमें 50 साल के आदमी और 26 साल की लड़की के रिलेशनशिप को सब्जेक्ट बनाया गया है।
फिल्म का दिलचस्प पहलू क्या है?
यही कि एक शख्स अपने से आधी उम्र की लड़की को डेट कर रहे हैं और अपनी एक्स वाइफ द्वारा डेट करते हुए पकड़े जाते हैं। ये एक ऐसी कॉमेडी फिल्म है जिसे मैं अपनी परिवार के साथ देख सकती हूं।
इस फिल्म की कहानी सुनने पर आपकी तरफ से क्या प्रतिक्रिया थी?
मुझे स्टोरी काफी दिलचस्प लगी थी। आज इस तरह के सबंध चलन में हैं जहां उम्र का पफासला ज्यादा होता है। मेरे हिसाब से यह फिल्म अपने समय को दिखाती है। मै तो यही कहूंगी कि किसी आदमी और औरत में अच्छा कनेक्षन है तो उम्र में अंतर से कोई फर्क नही पड़ता। मेरे भी कुछ दोस्त ऐसे हैं जिनके पार्टनर और उनके बीच 15-20 साल का गैप है। मेरी एक दोस्त है जिसने अपने फादर की उम्र के व्यक्ति से शादी की है।
किस तरह की फिल्में करना चाहती हैं?
मैं चौबीसों घंटे काम कर सकती हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि लोग मुझे ज्यादा देखना चाहते हैं। मैं बस कुछ बड़ी फिल्में करना चाहती हूं, चाहे वे किसी भी भाषा में हो।
क्या आपने कभी अपने वास्तविक जीवन में ज्यादा उम्र के शख्स से प्यार किया है?
अगर रियल लाइफ की बात करें तो मैं अभी भी प्यार में पड़ने का इंतजार कर रही हूं। इस बात से बिलकुल भी फर्क नहीं पड़ता है कि वो शख्स उम्र में बड़ा है या छोटा है।
अजय देवगन और तब्बू जैसे सीनियर एक्टर्स के साथ काम करने का क्या एक्सपीरिएंस रहा?
शूटिंग के दौरान तब्बू और अजय देवगन दोनों काफी सपोर्टिव हैं। अजय देवगन बेहद स्वीट, ग्राउंडेड और स्क्यिोर इंसान हैं। वो मुझसे काफी सीनियर हैं लेकिन मेरे साथ कभी भी न्यूकमर की तरह बिहेव नहीं किया। कई बार सेट पर डायलॉग सही से नहीं बोल पाती थी क्योंकि स्क्रिप्ट काफी बड़ी होती है। ऐसे में जब मैं उनसे माफी मांगती थी तो वो कहते कि इतना मुझसे भी याद नहीं होता। जहां तक तब्बू मैम की बात है तो अगर उन्हें लगता है कि सामने वाले में क्षमता है तो उसे अच्छा काम करने के लिए इंस्पायर करती हैं।
इन दोनों एक्टर्स के साथ काम करते हुए किसी तरह का दबाव भी रहा?
मैं किसी तरह के दबाव में नहीं रहती। मैं शुरू से ही बड़े एक्टर्स के साथ बड़ी फिल्म करना चाहती थी। आज मुझे दो नेशनल अवार्ड विनिंग एक्टर्स के साथ काम करने का मौका मिला है, तो मुझे भी अपना बेस्ट देना है न कि दबाव में रहना। मैं उत्साहित थी कि मुझे अच्छे सीन्स करने का मौका मिल रहा था।
यारियां के बाद आप अचानक दोबारा साउथ चली गई। ऐसा क्यों?
मैंने ऐसा नहीं सोचा था कि मुझे यारियां के बाद दोबारा साउथ में जाना है। ये सब किस्मत की बात है। दरअसल, यारियां रिलीज़ होने से पहले मैंने अपनी पहली तेलुगू फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी थी लेकिन वह यारियां से दो महीने पहले ही रिलीज़ हो गई। लेकिन जब यारियां हिट हो गई और मुझे ऑफर्स मिलने लगे तो मैं दुविधा में फंस गई कि मुझे बॉलीवुड में रहना है या साउथ जाना है। जो काम मिला, मैं करती चली गई। साउथ में मुझे ज्यादा बड़ी फिल्में मिलने लगी। मैंने सोचा कि साउथ का काम तब छोडूंगी, जब बॉलीवुड में बड़ा काम मिलेगा। मेरा मानना है कि जो दिल को सही लगे, वही करना चाहिए।