सलमान खान का यह इंटरव्यू मायापुरी मैगजीन के दिनांक 20-5-1990 के पुराने अंक 817 से लिया गया है जिसे - पत्रकार चंदा टंडन ने किया था....
सलीम खान ने अन्य फिल्मी-पिताओं की तरह कभी अपने बेटे सलमान खान को हीरो बनने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया बल्कि निर्देशक शशिलाल नायर के शब्दों में ‘सलीम हमेशा सलमान को कहते रहे तू क्या हीरो बनेगा? तेरे में हीरे वाली ऐसी कोई बात ही नहीं है। मेरी नाक कटवायेगा।’ लेकिन सलमान खान।
‘अपनी जिद्द पर अटल रहा। मैंने ये ठान लिया था कि किसी तरह से भी अपने डैडी को ये साबित करके ही रहूंगा कि मैं जिन्दगी में कुछ कर सकता हूं। मुझे याद है ‘मैंने प्यार किया’ का रिस्पांस देखने मैं जब सत्यम ‘टॉकीज’ गया तो ‘ब्लैक’ में टिकट बेचने वालों ने मुझे अपने कंधों पर उठा लिया। घर पर मैंने ये घटना अपने पिता से बताई और उन्होंने कहा, ‘उन लोगों से तुमने कहा होता कि अभी अभी तो मैंने चलना सीखा है। अभी से उठा लोगे तो कैसे चलेगा।’ मेरी ये तमन्ना है कि लोग मेरे डैडी को यानि सलीम खान को सलमान खान के पिता की हैसियत से जाने। उस दिन मेरे लिए जिन्दगी का सबसे बड़ा दिन होगा, ‘क्योंकि उसी दिन मेरे डैडी को इस बात का एहसास होगा कि उनके बेटे ने कुछ कर दिखाया।’ सलमान खान बोले।
‘तो क्या पिता सलीम खान को अपने बेटे की सफलता का एहसास नहीं हुआ? आपकी फिल्म देखकर सलीम खान ने कैसा ‘रिस्पांस’ दिया?
‘डैडी ने कहा, ‘तुम उतने ही अच्छे और उतने ही बुरे हो जितने कि अन्य नये लड़के। यदि वो आगे बढ़ सकते हैं तो तुम क्यों नहीं?
‘सुनकर आपको कैसा लगा?’
- ‘लोग मेरे डैडी के पास न जाने कहां-कहां से अपना वक्त निकालकर आते हैं उनसे राय मांगने के लिये। मुझे तो घर बैठे मुफ्त की राय मिल रही है। तो मैं क्यों न लूं भला? मेरे डैडी बहुत महान इंसान है। ‘सेल्फ-मेड’ इंसान है। उन्होंने बहुत दुनिया देखी है मैं उनके मुकाबले कुछ नहीं। मेरे पास ना तो उनके जैसा ‘लुक्स’ हैं और ना ही उनका दिमाग। कभी-कभी अपने डैडी को लेकर मुझे हीन-भावना होने लगती। लेकिन मैं जानता हूं बहुत जल्द मुझमें से ये बात हमेशा के लिए निकल जायेंगी।’
लोगों ने आपकी तुलना आमिर खान से की है। सुनकर आपको कैसा लगता है?
- दरअसल मैं नहीं चाहता कि मुझे अमिताभ बच्चन का हमशक्ल या किसी और नायक की ‘कॉपी’ कहा जाये। मैं ‘हेल्दी कॉम्पीटिशन’ से नहीं घबराता। लेकिन अपनी तुलना किसी से नहीं करना चाहता। मेरा आदर्श कमल हासन है। पर उन जैसा महान कलाकार मैं बन पाऊंगा या नहीं, नहीं जानता।’
‘सुनने में आया है कि आपको ‘ऑफर’ तो आ रहे हैं किन्तु आप ‘सैट-अप’ पर कम और ‘प्राईस’ पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। फिलहाल आप 8 से 10 लाख रूपये की मांग कर रहे हैं। क्यों इतने पैसों के आप फिलहाल हकदार हैं?’
- मैं अच्छी फिल्में करना चाहता हूं। मीनिंग फुल रोल्स करना चाहता हूं। मेरे मन मुताबिक भूमिकाओं वाली फिल्में मिलेगी तो करूंगा नहीं तो एक्टिंग छोड़ दूंगा। निर्देशन करूंगा। पैसा भी मेरे लिए बहुत जरूरी है।
सलमान खान निर्देशन की बात सोच सकते हैं क्योंकि हीरो बनने से पहले सलमान खान महेश भट्ट और शशिलाल नायर के यहां सहायक थे।
‘मैं जानता हूं कि मैं ‘मर्लीन ब्राण्डो’ नहीं हूं। बहुत ज्यादा ‘हैंडसम’ भी नहीं हूं फिर भी मेरे अंदर वो बात है जो मुझे इस इंडस्ट्री में टिकाये रख सकती है।’ सलमान खान बोले।
पिता सलीम खान ने एक बार कहा था कि आज फिल्म इंडस्ट्री को ऐसे हीरो की जरूरत है जिसमें अमिताभ बच्चन बनने की महत्त्वकांक्षा, अनिल कपूर का त्याग और आमिर खान का भोलापन हो। क्या सलमान खान को ऐसा लगता है कि उनमें ये सारे गुण हैं?
- ‘दर्शक बहुत जल्द ‘बोर’ हो जाते हैं एक ही कलाकार को बार-बार देखते हुए। आज मैं दर्शकों का चहेता बन गया। कल कोई और था, और फिर कल कोई और होगा। जो ऊपर जाता है, वो नीचे आता है...ये तो दुनिया की रीत है। मैंने अपने डैडी के साथ उनकी जिन्दगी के उतार-चढ़ाव देखे हैं। उनकी सफलता असफलता देखी है इसलिए मेरे लिए ये सब कुछ नया नहीं है।’
यूं तो सलमान खान ने कभी अपनी प्रेमिका संगीता बिजलानी के संदर्भ में कुछ नहीं कहा। संगीता ही उनके बारे में अब तक बोलती आयी हैं। लेकिन अब सुनने में आया है कि सलमान खान अपनी भूतपूर्व प्रेमिका शाहीन के पास लौट गये हैं संगीता बिजलानी को छोड़कर...
मेरी व्यक्तिगत जिन्दगी मेरी अपनी है। मैं अपनी पर्सनल लाईफ में किसी को दखल देने की इजाजत नहीं देता। हजार औरतों के साथ मेरे सम्बंध रहे होंगे मेरे कोई भी संबंध अधूरे नहीं रहे, पूरा किया है मैंने उन्हें।
आमिर खान, गोविन्दा, सन्नी, जैकी, अनिल सभी शादीशुदा है क्या सलमान शादी की बात नहीं सोचते? क्योंकि अब तो ये भी साबित हो गया है कि शादी करने से नायक या नायिका की इमेज पर कोई असर नहीं पड़ता।
‘2 साल तक मैं शादी की बात सोच नहीं सकता। मैं पहले पूरी तरह से स्टैबलिष्ट होना चाहता हूं। अपना घर, कार, सारी सुख सुविधाएं बनाना चाहता हूं। उसके बाद ही शादी करूंगा।’
‘किस तरह की पत्नी की कल्पना करते हैं आप?
‘मेरी बीवी साक्षात भारतीय नारी होगी। दिमाग वाली होगी। बोलने चालने, उठने बैठने की तमीज होगी उसे और इन सबके बावजूद वो मृदभाषी होगी।
और खुद आप कैसे पति साबित होंगे?
- मैं बतौर पति वो करूंगा जो प्रेमी बनकर न कर सका। बतौर पिता मैं अपनी बेटी के करीब उसी लड़के को आने दूंगा जो उससे शादी करेगा वर्ना किसी भी लड़के को मैं अपनी बेटी के 10 फीट नजदीक भी आने नहीं दूंगा।
लोग कहते हैं कि एक फिल्म की सफलता ने आपको बदल डाला है?
- पैसा मेरे लिए बहुत जरूरी है। मैं फिल्मों से ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना चाहता हूं। और इस पैसे से मैं गरीबों की मदद करना चाहता हूं। चैरिटी करना चाहता हूं। सफलता..मेरा दिमाग खराब नहीं कर सकती। मैं डबल स्टेन्डर्ड खेलने वाला व्यक्ति नहीं हूं और अपने काम और टैलेंट के बल पर ही मैं नाम और पैसा कमाना चाहता हूं।