अर्जुन कपूर और परिणिति चोपड़ा स्टारर फिल्म इशकजादे के गीत परेशां से बॉलीवुड में कदम रखने वाली सिंगर शाल्मली खोलगड़े ने सलमान खान की फिल्म सुल्तान के गीत बेबी को बेस पसंद है जैसे काफी हिट गाने गाए हैं। फिल्म इशकजादे के गीत परेशां के लिए उन्हें बेस्ट सिंगर का फिल्म फेयर अवार्ड भी मिल चुका है। पिछले दिनों मुंबई के एएमवी रिकॉर्डिंग स्टूडियो में शाल्मली ने आने वाली हिंदी फिल्म द डेस्टिनी-कालचक्र का एक खूबसूरत गीत अपनी आवाज में रिकॉर्ड किया। आपको बता दें कि कई सुपरहिट आइटम नंबर पे डांस करने वाली हिना पंचाल पर मुंबई के गोरेगांव में स्थित एंजेल स्टूडियो में एक शानदार सेट बनाकर शाल्मली द्वारा गाए इस आइटम नम्बर को शूट किया गया है। वी सी एम एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बन रही फिल्म द डेस्टिनी-कालचक्र के इस गीत के बारे में श्यामली ने खुलकर बातचीत कीः
-इस गीत के लिए आपको कितना फ्रीडम मिला है?
देखिए, बॉलीवुड के कोई संगीतकार किसी सिंगर को इतना फ्रीडम नहीं देते हैं जितना इस फिल्म के संगीतकार प्रोसेंजीत महापात्रा ने मुझे दिया है। मैंने इस गीत को गाते हुए काफी एन्जॉय किया क्योंकि इस जेनेरेशन की सिंगर होकर भी मुझे इतने मेलोडियस गीत गाने का मौका मिला है। वैसे भी मुझे मैलोडियस गीत पसंद हैं। मैंने फिल्म द डेस्टिनी का जो गीत जानेजां गाया है इसमें भरपूर मिठास है। इसकी मेलोडी बहुत अलग है और यह गाना पुराने गीतों की याद दिलाता है। मैं प्रोसोंजीत सर की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इतना खूबसूरत गीत गाने का मौका दिया और मुझे गायकी में इतनी आजादी दी।
-क्या गीत की सिचुएशन का आपको पता था?
मुझे मालूम था कि यह एक डांस ट्रैक है, इसपर कोरिओग्राफी होगी इसलिए मैंने वैसा सिंगिंग स्टाइल रखा है जो एक्टर्स को परफोर्म करने में भी मजा आये।
यह किस तरह का गाना है?
सबसे पहले तो मैं यह बता दूं कि जब कोई संगीतकार ये बोलता है कि इस स्टाइल का गाना उस सिंगर से गवाना चाहिए, तो इस तरह की बातें मुझे बड़ी अजीब लगती हैं। दरअसल, यह गाना पुराने दौर के गीतों जैसा है। प्रोसेंजीत ने मुझसे कहा था कि इसमें पुराने गाने जैसी चाल है लेकिन आप इसे अपने अंदाज में गाएं। इस गाने में मुझे खुद को एक्सप्लोर करने का मौका मिला।
-कहीं न कहीं इस गाने में मिक्सचर दिखाई देता है?
बेसिक पुराना है लेकिन उसको भी छोडना नहीं है। धुन न्यू एज के लिए भी है। इसके पांचों गीत फुली मैलोडी हैं। इसके गीत सुनकर आपको आंसू निकल आएंगे। इस गाने की मैलोडी पुरानी है।
-क्या हिंदी एलबम भी तैयार कर रही हैं?
मेरे गीत एक-एक करके सिंगल के तौर पर आएंगे। हालांकि मैं अंग्रेजी में लिखती हूं।
-नए जो लोग है, पहचान में नहीं आते लेकिन आपकी आवाज थोड़ा अलग क्यों लगती है?क्या आपसे गवाने का यही कारण है?
मैंने कैलकुलेशन किया है कि जब कोई कहता है कि मुझे अलग तरह का गीत चाहिए, तो मेरा स्ट्रक्चर ही ऐसा है कि मेरा आधा काम आसान हो जाता है। थैंक्स कि मुझे भगवान ने अलग तरह की आवाज दी है इसलिए मैं बहुत कम गाती हूं।
-मराठी गाने गाना ज्यादा आसान हैं या हिदी?
संगीत तो सदाबहार है लेकिन अगर हिंदी या मराठी की बात न की जाए तो मुझे बंगाली और तेलुगू गीत सबसे अधिक पसंद हैं। उसके बाद मराठी का नंबर आता है। मलयालम और तमिल मुश्किल है।