वेब सीरीज ‘माया’ और शॉर्ट फिल्म ‘सेक्सोहॉलिक’ से यूट्यूब पर छा जाने वाली टीवी अभिनेत्री शमा सिकंदर इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गईं तस्वीरों की वजह से लगातार सुर्खियों में रहती हैं। टीवी सीरियल ’ये मेरी लाइफ है’ से शमा लोकप्रिय हुई थीं और उसके बाद उन्होंने कई धारावाहिकों में काम किया। कुछ रिऐल्टी शो और टीवी प्रोग्राम भी उन्होंने होस्ट किए। जहां तक फिल्मों का सवाल है तो उन्होंने करीब आधा दर्जन हिन्दी फिल्में की हैं। इन दिनों वह नील नितिन मुकेश के साथ एक फिल्म की शूटिंग कर रही हैं। करीब 4 सालों तक फिल्म इंडस्ट्री से गायब रहने के बाद उन्होंने वापसी की है। शमा से हुई खास बातचीतः
फिल्मों से ब्रेक लेने के दौरान आपने क्या किया?
इन 4 सालों में मैंने जिंदगी को समझने की कोशिश की। खुद का मूल्यांकन किया। पूरी दुनिया करे देखने का मौका मिला। डिप्रेशन का सामना किया, खुद का इलाज करवाया और कई तरह की थैरपी की गई और आज आपके सामने हूं काम कर रही हूं।
इलाज के बाद अब कैसा महसूस कर रही हैं?आज मेरी भावनाओं और चीजों को महसूस करने की क्षमता अलग है। आज मैं किसी भी इंसान का दर्द बड़ी आसानी से महसूस कर सकती हूं क्योंकि मैंने अपनी जिंदगी में बहुत ज्यादा दर्द महसूस किया है।
डिप्रेशन की वजह क्या थी?
डिप्रेशन का कारण असफलता नहीं थी। इसका कारण और था। आपकी जिंदगी में कुछ चीजें बचपन में होती हैं, जो सालों तक परेशान करती हैं, कई बार यही चीजें एक समय के बाद डिप्रेशन का रूप लेती हैं। बचपन में हुईं बुरी घटनाओं का असर जिंदगी भर रहता है।
डिप्रेशन का यह दौर कब तक चला?
मैं उन दिनों बहुत ही गहरे डिप्रेशन से गुजर रही थी। वह मेरी जिंदगी का ऐसा समय था जब डिप्रेशन और दुःख के कारण मैंने आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी, लेकिन मुझे मेरे परिवार ने बचा लिया था। मैंने भी अपनी लाइफ में बहुत नाकामयाबी को देखा था, दिल टूटा है और भी बहुत कुछ हुआ है। जब पूरी तरह ठीक होकर 4 साल बाद वापस आई और सोशल मीडिया में जब मैंने अपनी कुछ तस्वीरें पोस्ट की तो बवाल मच गया। लोगों ने मेरी उन तस्वीरों को खूब पसंद किया। सोशल मीडिया ने मेरा कमबैक बहुत आसान कर दिया। अपनी तस्वीरों की वजह से मैं खबरों में रही, मीडिया में लगातार मेरे इंटरव्यू छपते रहे और मेरा नया सफर शुरू हुआ।
क्या लोगों ने भी आपका मज़ाक उड़ाया?
लोगों को यह जो जज करने की आदत है, इससे भी सामने वाले को डिप्रेशन होता है। यह लोग जो आपका मजाक उड़ाते हैं, मजे के लिए छेड़ देते हैं, जोक्स बनाते हैं, यह सब दिमाग में बुरा असर डालता है। हर किसी के पास जोक्स झेलने की क्षमता नहीं होती।
अभिनय से आपको कितनी मदद मिली?
मेरे पिताजी ने मुझे अभिनय तब सिखाया था, जब हमारा अच्छा समय चल रहा था और उसी अभिनय की बदौलत मैंने अपने परिवार को मुश्किल दिनों से निकाला। हमें लगा अभिनय ही एक ऐसा क्षेत्र है, जहां से जल्दी पैसा कमाया जा सकता है। मैंने कभी भी अभिनय की दुनियां में बड़े-बड़े सपने नहीं देखे थे, मैं तो परिवार के पेट भरने के लिए काम करती गई।