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बॉलीवुड की बजाय पंजाबी कलाकार फ्रेंडली हैं- समीप कंग

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By Mayapuri Desk
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बॉलीवुड की बजाय पंजाबी कलाकार फ्रेंडली हैं- समीप कंग

निर्देशक समीप कंग पंजाबी सिनेमा का एक बड़ा नाम है। वह करीब 15 पंजाबी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं जिनमें चार ब्लॉक बास्टर हैं। कैरी ऑन जट्टा पार्ट एक और दो, बधाईयां जी बधाईयां लावां फेरे उनकी हिट पंजाबी फिल्में हैं और अब हिंदी फिल्म से बतौर निर्देशक डेब्यू करने जा रहे हैं। फिल्म का नाम है झूठा कहीं का। फिल्म का टाइटल ऋषि कपूर की 1979 में आई फिल्म ‘झूठा कहीं का’ से लिया गया है जिसे रवि टंडन ने डायरेक्ट किया था और अब नई झूठा कहीं का समीप कंग ने निर्देशित किया है जिसमें ऋषि कपूर का बड़ा सहयोग रहा है।

समीप कहते हैं कि ऋषि सर ने ही एक बार मुझे बुलाया था। उन्हें कैरी ऑन जट्टा पसंद आई थी और वह मुझसे मिलना चाहते थे। मैं उनसे मिला तो उन्होंने कहा कि मैं तुम्हारे साथ एक हिंदी फिल्म करना चाहता हूं। मैं उस समय हिंदी फिल्म करने के लिए तैयार नहीं था लेकिन उन्हें मना भी नहीं कर सकता था। मैंने उनसे कहा कि मेरे पास एक पंजाबी फिल्म है जिसे हिंदी में बनाया जा सकता है। उन्होंने कहानी पढ़ी और हां कह दी। उस समय गुरप्रीत घुग्गी चुनावों में व्यस्त थे और मैं खुद बिज़ी था। मैंने कुछ समय इंतजार करने का कहा और एक वक्त ऐसा आया जब हमने हिंदी सेटअप तैयार कर लिया।

बॉलीवुड की बजाय पंजाबी कलाकार फ्रेंडली हैं- समीप कंग

ऋषि सर के हां कहने पर बाकी कलाकार भी आसानी से जुड़ते चले गए। झूठा कहीं का टाइटल हमें निर्माता अनुज शर्मा ने दिया। ऋषि सर ने कहा कि यह तो मेरा हिट टाइटल है और मुझे उम्मीद है कि अब यह फिल्म भी जरूर हिट होगी। पंजाबी और हिंदी सिनेमा में कितना अंतर है? इस सवाल पर समीप कहते हैं कि पंजाबी सिनेमा और माहौल फ्रेंडली है जबकि बॉलीवुड के लोग पूरी तरह प्रोफेशनल हैं। पंजाबी फिल्मों की रिलीज़ डेट शुरू से ही तय हो जाती है जबकि हिंदी वालों को अपनी फिल्म के भविष्य का पता नहीं होता कि वह कब रिलीज़ होगी। अब चूंकि समीप कंग की हिंदी में शुरूआत हो चुकी है तो संभावना है कि अब उन्हें हिंदी के ही कुछ और प्रोजेक्ट भी मिलेंगे। समीप कहते हैं कि उन्हें लव रंजन ने एक फिल्म के लिए साइन किया है। आगे आगे देखते हैं होता है क्या।

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