अली अब्बास जफर द्वारा डायरेक्ट फिल्म 'भारत' को देखने के लिए फैंस काफी एक्साइटेड हैं। फिल्म में सलमान और कैटरीना दमदार भूमिका निभाते दिखाई देंगे लेकिन इनके अलावा एक और एक्टर है जो फिल्म में खास किरदार निभाते नजर आएंगे। बात कर रहे हैं एक्टर सुनील ग्रोवर की। सुनील इससे पहले 'पटाखा' में नजर आए थे। फिल्म में उनकी एक्टिंग को लोगों ने खूब पसंद किया था। सुनील ग्रोवर इन दिनों सलमान खान के साथ अपनी फिल्म 'भारत' के प्रमोशन में दिखाई दे रहे है। ‘भारत’ में सुनील ग्रोवर सलमान खान के दोस्त का रोल प्ले कर रहे हैं। राष्ट्रीय सहारा को इंटरव्यू देते हुए सुनील ग्रोवर ने हमसे खास बातचीत कीः
इस फिल्म में आप कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, जो अपशब्द की तरह लगते हैं। ऐसे शब्द क्यों डाले गए?
ऐसे शब्दों में अपनापन महसूस होता है लेकिन धीरे-धीरे इन शब्दों का इस्तेमाल कम होने लगा है। आज मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो महसूस होता है कि ऐसे शब्द नास्टेलेजिया की तरह मज़ेदार होते हैं।
भारत में सलमान खान के साथ काम करते हुए कैसा लगा?
शुरू में जरूर नर्वस था लेकिन तीन-चार दिनों में सब सेट होता चला गया। इस फिल्म में भारत के साथ मेरी जर्नी बचपन से शुरू होती और आगे तक चलती है। इसमें मैं विलायती का किरदार निभा रहा हूं।
क्या आपको नहीं लगता कि अब तक आपने सिनेमा को जितना दिया है, उसका ज्यादा फायदा नहीं मिल पाया?
सब कुंडली में लिखा है। मैं लकी महसूस करता हूं कि सिनेमा के लिए काम करते हुए मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। बहुत अनुभव मिला। उतार-चढ़ाव देखने को मिले। मुझे लगता है कि इतना सबकुछ करने के बाद ही कलाकार परिपक्व हो पाता है और उसकी यह परिपक्वता उसके किरदार में नज़र आती है। जितना ज्यादा आप अनुभव लेते हैं, वो धीरे-धीरे काम के रूप में सामने आता है।
आपने गुत्थी, गुलाटी आदि किरदारों के जरिए दर्शकों को खूब हंसाया और अब भारत में काम कर रहे हैं। क्या कॉमेडी को मिस नहीं कर रहे?
एक कलाकार को हर काम में मज़ा आता है। पिछले दिनों फिल्म भारत के लिए व्यस्त रहा। इस फिल्म में काम करते समय भी खूब मज़ा आया। मेरे लिए इस फिल्म में काम करना एक तरह से नई जर्नी थी। मुझे इस बात से ही खुशी मिलती है कि मेरी कॉमेडी से लोग खुष होते हैं। अगर आप मेरे किसी काम से हंसते हैं तो मेरा हौंसला बढ़ जाता है। मैं भगवान का शुक्रिया अदा करूंगा कि उसने मुझे इतनी ताकत दी कि मैं करोड़ों लोगों को हंसा पाया हूं।
सीरियस, एक्शन या रोमांटिक किस तरह की एक्टिंग करना पसंद है?
मुझे रोमांटिक रोल पसंद हैं लेकिन क्या कंरू, लोगों को कॉमेडी पसंद आती है। कलाकार के तौर पर अगर सच कहूं तो हमारा मकसद ही यही है कि हम हर तरह के किरदारों को कुशलता के साथ निभाएं।
आप महिला किरदारों के रूप में भी नज़र आते रहे हैं। क्या आपने पहले ही सोच रखा था कि आप इस तरह के किरदार भी निभाने को तैयार हैं?
मैंने ऐसा नहीं सोचा था लेकिन मुझे खुशी है कि परफॉरमर के तौर पर मैं एक कलाकार के खास हिस्से को एक्सप्लोर कर पाया। चाहे वो जेंडर की भूमिका क्यों न रही हो। मैं जब एक कैरेक्टर प्ले करता हूं तो यह नहीं देखता कि वह पुरूष का है या महिला का।