बॉलीवुड में 6 बार नेशनल अवॉर्ड से नवाजी गईं अभिनेत्री विद्या बालन इन दिनों अपनी जल्द रिलीज़ होने वाली फ़िल्म 'मिशन मंगल' के प्रमोशन में ज़ोर-शोर से जुटी हैं जिसके चलते अक्सर वो कई इवेंट्स में भी नज़र आ रही हैं। ऐसे में हाल ही में विद्या बालन ने हमसे देश और दुनिया में इस वक़्त चल रहे मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिए गए 3 बेहद अहम फैसलों ( चंद्रयान 2, तीन तलाक और आर्टिकल 370 ) पर खुलकर बात की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इन तीनों अहम और बेहतरीन फैसलों से वह सहमत हैं और भारतीय होने के नातें इन फैसलों पर बेहद गर्व महसूस करती हैं।
फिल्म में विद्या बालन मिशन की प्रोजेक्ट डायरेक्टर तारा शिंदे के किरदार में नज़र आएंगी। विद्या ने इस फिल्म को बिना सोचने का समय लिए तुरंत हां कर दी थी। लंबे समय के बाद अक्षय से हुई मुलाकात से जुड़े सवाल पर विद्या कहती हैं कि उन्हें ऐसा लगा ही नहीं कि वो दोनों दस-बारह साल बाद काम कर रहे हैं। फिल्म के सेट पर अक्षय पहले जैसे ही हमेशा लोगों को परेशान करते और हंसाते रहते थे। एक बार तो उन्होंने मेरी साड़ी के पल्लू में चम्मच बांध दी थी औऱ मैं काफी देर तक सोचती रही कि पल्लू भारी क्यों लग रहा है।
फिल्म से जुड़ने के सवाल पर विद्या कहती हैं कि मैंने ट्रेलर के लॉन्च पर भी कहा था कि ऐसी फिल्मों को बड़े पर्दे पर दिखाने की जरूरत है। हमें गर्व होता है जब हम सुनते हैं कि हमारे देश के वैज्ञानिकों ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दूसरा, आर बालकि और जगन ने जब ये स्क्रिप्ट मुझे सुनाई, तो मुझे इस कहानी को स्क्रीन पर दिखाने का उनका तरीका पसंद आया। इसके पहले भी इस तरह की तीन फिल्में मुझे ऑफर हो चुकी हैं, लेकिन मुझे वो स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई थी।
फिल्म में इतने सारे कलाकारों के साथ कैसा कनेक्शन रहा? इस सवाल पर विद्या कहती हैं कि बहुत अच्छा रहा। हमलोग सेट पर बहुत बातें करते थे। कभी-कभी ऐसा लगता था जैसे ढ़ेर सारी सहेलियां हों, कभी दो तीन लोगों की गपशप की आवाज़ आती तो कभी बहुत सारे लोग एक साथ हंसते हुए नज़र आते। सबसे अच्छी बात है कि सभी एक दूसरे का बहुत सम्मान करते थे। फिल्म में जितनी भी अभिनेत्रियां हैं सभी ने अपना रास्ता खुद बनाया है। हर एक ने अपनी अलग आईडेंटी बनाई है।
फिल्म के लिए की गई तैयारी के सवाल पर विद्या कहती हैं कि इस फिल्म के लिए निर्देशक जगन शक्ती ने मुझे बहुत कुछ स्टडी करने के लिए दिया था जैसे साएंटिफिक टर्म आदि। हम एक्टर्स ज्यादा क्रिएटिव होते हैं और मेरा तो साइंस समझने वाला दिमाग है ही नहीं। लेकिन फिल्म में एक साइंटिस्ट का किरदार निभाने लिए मुझे साइन्स से जुड़ी भाषा समझनी पड़ी। इसके अलावा जगन की एक बहन हैं जो इसरो में काम करती हैं, मैं उनसे भी जाकर मिली थी क्योंकि मैं ये समझना चाहती थी कि एक महिला जो कि साइंटिस्ट भी हैं, वो घर पर जाकर कैसे अपनी जिम्मेदारियों को देखती है। काम तो हम सभी कर रहे हैं लेकिन एक महिला का साइंटिस्ट बनना भी बड़ी बात है। मैं समझना चाहती थी कि एक तरफ आपके सामने एक नेशनल मिशन है जिसपर दुनिया की नज़र है और दूसरी तरफ घर पर कोई बीमार है तो वो कैसे मैनेज करती है।
क्या आपको लगता नहीं कि चंद्रयान 2 का फायदा मिशन मंगल को मिल रहा है। इस पर विद्या कहती हैं कि मिशन मंगल के लिए पब्लिसिटी मिलने का इससे अच्छा मौका नहीं मिल सकता था लेकिन एक भारतीय होने के नाते मुझे गर्व है कि मैं मिशन मंगल से जुड़ सकी। प्रधानमंत्री द्वारा तीन तलाक पर लिए गए फैसले से भी विद्या सहमत नज़र आती हैं। वह कहती हैं कि निजी तौर पर मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं, लेकिन मैं इस तीन तलाक को लेकर हुए फैसले से सहमत हूं। मुझे यह गलत लगता है कि एक रात आदमी नाराज हो जाएं और गुस्से में तीन बार तलाक कह दें तो एक औरत कि जिंदगी का क्या होगा? मैं तो कहूंगी कि तीन तलाक पर आया फैसला महिलाओं के लिए बहुत ही महान फैसला है। आदमी औरत को एक ही झटके में अपनी जिंदगी से निकाल नहीं सकता।
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटने पर विद्या कहती हैं कि 'कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने पर मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकती। मुझे लगता है कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। हां, मैं इतना जरूर कहूंगी कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर देश के हित में बड़ा कदम उठाया गया है। अब यह जरूरी है कि वहां के लोग भी इस फैसले को दिल से मानें।