जान जोखिम में डालकर जंगली में काम किया : विद्युत जामवाल By Mayapuri Desk 22 Mar 2019 | एडिट 22 Mar 2019 23:00 IST in इंटरव्यूज New Update Follow Us शेयर अपने आश्चर्यजनक स्टंट्स और अद्वितीय मूव्स के लिए जाने जाने वाले एक्शन स्टार विद्युत जामवाल ने फिल्म जंगली में चुनौतीपूर्ण दृश्यों को एक अगले स्तर पर पहुँचा दिया है। इससे पहले दर्शकों ने विद्युत जामवाल को स्टंट करते हुए देखा था लेकिन जंगली में उनका अलग ही रूप नज़र आएगा। उनसे हुई खास बातचीत : जंगली की शूटिंग का कोई खास अनुभव बताएं? एम सीन में मुझे भोला और अन्य हाथियों के साथ दौड़ लगानी थी, लेकिन सब कुछ सही नहीं हो पा रहा था, क्योंकि हाथी सीधे नहीं चल रहे थे। कुछ टेक के बाद मैं समझ गया कि काम को पूरा करने के लिए मुझे हाथियों के बीच भागना होगा। इसके बाद किसी खतरे के बारे में सोचे बिना मैंने यह निर्णय ले लिया। उस वक्त मुझे ऐसा महसूस हुआ, जैसे मेरे आस-पास का पूरा माहौल मुझमें समा गया है। मैंने जो कुछ किया वह मेरी मूल प्रवृत्ति थी और दूसरी तरफ अपना रास्ता तलाशने के लिए मैंने अपना ध्यान सारी चीजों पर केंद्रित किया। उच्च जोखिम वाले यह सीन इस मायने में काफी खतरनाक हो जाते हैं, जब शानदार, शक्तिशाली और विशालकाय शरीर वाले जानवर दौड़ रहे हों। इस सीन ने पूरे क्रू मेंबर्स को भी भयभीत कर दिया। हाथियों से साथ रहकर उनके बारे में क्या खास जानकारी मिली? हाथी एक अतुलनीय जीव हैं और जब वे झुंड में चलते हैं, तो कुछ भी और कोई भी उनके रास्ते में खड़ा नहीं हो सकता है। इस दौरान वे अपने दिल की धड़कन और हाथियों के झुंड के दौड़ने से उत्पन्न होने वाले ध्वनि पैटर्न के मुताबिक ही अपना काम कर रहे थे। जैसे ही मैं झुंड के अंदर गया तो पाया कि दो हाथियों के बीच काफी कम जगह थी, और उसके बीच से ही धीरे-धीरे गुजरकर काफी सावधानी और मुश्किल से यह शॉट पूरा किया जा सका। जंगली में आपका किरदार बिल्कुल अलग है। फिल्म के बारे में कुछ बताएं? मुझे लगा कि मेरा कॅरियर इस फिल्म के बाद ही शुरू होगा। कमांडो में हार्डकोर एक्षन दिखाया, देश के लिए लड़ता रहा। अब जानवरों के बीच आया हूं। 40 साल बाद ऐसी कोई फिल्म आ रही है, जो एक तरह से एनिमल लवर्स के लिए है। पूरी स्टोरी बचपन से लेकर बड़े होने तक की है। जानवर और इंसान में दोस्ती की है। पहली बार मुझे इस टाइप की फिल्म करने को मिली है। इसमें मैं इसमें मैं जानवरों का डॉक्टर हूं। मुझे पता है कि जानवरों के साथ कैसे पेश आना है। क्या आप एनिमल लवर हैं? मैं बचपन से ही एनिमल लवर रहा हूं। इस फिल्म के बाद मेरी जानवरों के प्रति समझ और बढ़ी है। जानवर आपसे दोस्ती की अपेक्षा रखते हैं। आप उनके सही तरह से पेष आएं, वो भी आपसे प्यार करेंगे। क्या हाथियों से डर नहीं लगा? अगर आप हाथियों के प्रति खुष हैं, तो वे भी आपको नुकसान नहीं पहुंचाते। उन्हें दिल से खुष रखो, तो वे भी खुष रखेंगे। उनकी अपनी अलग दुनिया है। वे अपने घर में किसी को घुसने नहीं देते। इनको हमसे कोई लेना देना नहीं है। इन्हें बस डराओ नहीं, ये आपको कुछ नहीं कहेंगे। ये आपके इलाके में कभी नहीं घुसेंगे, आप भी इनके इलाके से दूर रहो। इस फिल्म के हाथी की यूएसपी क्या है? दरअसल, हमने काफी हाथी तलाश किए थे, लेकिन हमें पसंद नहीं आ रहा था। लेकिन उसके बाद हमने कुछ हाथी ढूंढ निकाले जिनमें यूनिकनेस है। हाथियों के साथ फिल्म की शूटिंग कहां की? हमारी टीम पहले देश के जंगलों में घूमी उसके बाद हम थाईलैंड गए। जानवर वहां के काफी ट्रेंड हैं। लोगों के घरों में ही 10-10 हाथी हैं। राष्ट्रीय पशु होने के चलते वहां की सरकार उनके रखरखाव में मदद करती है। हमारी सरकार भी जानवरों के साथ शूटिंग करने में अब दिलचस्पी नहीं लेती। वहां के हाथी काफी समझदार है। शूटिंग के दौरान जब मैं पांच-छह हाथियों के बीच से दौड़ कर निकलता तो मुझे ये डर लगा रहता कहीं किसी हाथी का दांत मुझे न लग जाए, लेकिन कभी कोई हादसा हुआ नहीं। जंगलों में शूटिंग करते समय कैसा लगा? जंगल में शूटिंग करने का अलग ही मज़ा है। वहां की लाइफ अलग है। झरने हैं, पेड़ हैं, वहां की खुषबू ही अलग है। इस टाइप की फिल्में आजकल बनती कहां हैं। अभिनय यात्रा कितनी कठिन रही? साल 2009 -10 का वो दौर मेरी जिंदगी का सबसे कठिन दौर था। फोर्स फिल्म के लिए ऑडिशन के लिए पहुंचा तो अपने से भी ज्यादा मजबूत लोगों को वहां देखकर घबरा गया था। लेकिन मुझे अभिनय आता था। मुझे पूरा विश्वास था कि मुझे इस फिल्म में चांस मिलेगा और वही हुआ। मैं अपनी अभिनय यात्रा को बहुत सफल मानता हूं। मैंने साउथ में बहुत छोटे-छोटे रोल किए हैं। मैं फोर्स से लेकर अब भी यहां हूं और काम कर रहा हूं। अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट्स के बारे में बताएं? जंगली के बाद महेश मांजरेकर की मूवी पावर है, जो गैंगस्टर मूवी है। फिर कमांडो 3 है, जिसे कमाल के निर्देशक आदित्य धर डायरेक्ट कर रहे हैं, तो मैं काफी एक्साइटेड हूं। क्या हाथियों को लेकर आपने रिसर्च भी की ? जानवरों का शिकार आज दुनिया की एक बहुत बड़ी समस्या है। आज सबसे ज्यादा बुरी हालत जानवरों की ही है। इसलिए, जब मुझे यह कहानी मिली, तो मुझे लगा कि वाह, क्या कहानी है। इस फिल्म के लिए मैंने हाथियों के बारे में काफी रिसर्च किया। बहुत सारी डॉक्यूमेंट्रीज देखीं कि कैसे हाथी दांत के लिए उन्हें निर्दयता से मारा जाता है। थोड़ी देर पहले ही मैं अपनी मम्मी को बता रहा था कि हाथी अगले डायनासोर हैं (विलुप्ति के क्रम में)। भविष्य में बच्चे पूछेंगे कि हाथी क्या होते हैं? मैं किस्मतवाला हूं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला। #bollywood #interview #Vidyut Jammwal #Junglee हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article